घरेलू बिजली उपभोक्ताओं के मामले में बिहार देश में तीसरे पायदान पर आ गया है। पहले पायदान पर असम और दूसरे पायदान पर झारखंड है। केंद्र सरकार की रिपोर्ट के अनुसार बिहार में कुल उपभोक्ताओं में लगभग 90 फीसदी से अधिक घरेलू उपभोक्ता हो गए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार असम में कुल उपभोक्ताओं में सबसे अधिक 93 फीसदी घरेलू बिजली उपभोक्ता हैं। जबकि दूसरे पायदान पर रहे झारखंड में 92.6 फीसदी उपभोक्ता घरेलू श्रेणी के हैं। वहीं बिहार की बात करें तो उत्तर बिहार (नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड) में 92.1 फीसदी तो दक्षिण बिहार (साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड) में 86.8 फीसदी घरेलू बिजली उपभोक्ता हैं।
घरेलू उपभोक्ताओं को छोड़ दें तो उत्तर बिहार में शहरी उपभोक्ता मात्र 16 फीसदी तो दक्षिण बिहार में 29 फीसदी हैं। जबकि ग्रामीण इलाकों में उत्तर बिहार में 84 फीसदी तो दक्षिण बिहार में 71 फीसदी उपभोक्ता हैं। गैर घरेलू बिजली उपभोक्ताओं में उत्तर बिहार में छह फीसदी तो दक्षिण बिहार में 7.7 फीसदी हैं। औद्योगिक कनेक्शन में उत्तर बिहार में 0.6 फीसदी तो दक्षिण बिहार में एक फीसदी उपभोक्ता हैं।
कृषि कनेक्शन में उत्तर बिहार की तुलना में दक्षिण बिहार में इसकी संख्या अधिक है। उत्तर बिहार में मात्र 1.1 फीसदी तो दक्षिण बिहार में 4.4 फीसदी कृषि कनेक्शन है, जबकि अन्य श्रेणी में उत्तर बिहार में 0.2 फीसदी तो दक्षिण बिहार में 0.4 फीसदी कनेक्शन हैं। रिपोर्ट के अनुसार बिहार में हर साल औसतन छह लाख बिजली उपभोक्ताओं की संख्या में वृद्धि होने का अनुमान है।