मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह से अदावत के कारण कभी सुर्खियों में रहे बिहार केसरी विवेका पहलवान का गुरुवार देर रात साढ़े 12 बजे निधन हो गया. उनको 27 मार्च को दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद उनका पटना के आरोग्यम अस्पताल में इलाज चल रहा था. वे 75 वर्ष के थे.
उन्होंने अपने दौर में पहलवानी में पूरे देश में काफी नाम कमाया था. उन्होंने कुश्ती में कई राष्ट्रीय मुकाबले जीते थे, इसलिए उन्हें बिहार केसरी की उपाधि भी मिली थी. एक समय अनंत सिंह के साथ उनकी अदावत काफी सुर्खियों में थी.
बिहार केसरी विवेका पहलवान रिश्ते में अनंत सिंह के चाचा थे. दोनों के बीच दुश्मनी और गैंगवार से पूरा मोकामा का दियारा क्षेत्र कांपता था. इस खूनी जंग में कई लोगों की जान गई थी. हाल में दोनों के बीच सुलह के बाद चाचा भतीजे फिर एक साथ दिखने लगे थे.
विवेका पहलवान और अनंत सिंह दोनों रिश्तेदार थे. मगर, फिर भी दोनों के बीच अदावत चलती रहती थी. इसकी वजह से टाल इलाका आए दिन गोलीबारी से गूंजता रहता था. इस वक्त में अनंत सिंह पर जानलेवा हमला हुआ था. बताया जाता है कि बाढ़ के लदमा में विवेका पहलवान और अनंत सिंह का घर था. इन दोनों के बीच की लड़ाई में कई परिवार के सदस्यों को खो दिया था.
बताया जाता है कि अनंत सिंह के बड़े भाई फाजो सिंह और विरंची सिंह की हत्या भी गैंगवार में ही हुई थी. वहीं, विवेका पहलवान ने भी अपने भाई संजय सिंह को गैंगवार में खो दिया था. इसके बाद दोनों गुटों में गैंगवार इतना बढ़ गया कि आए दिन गोलीबारी की घटनाएं आम हो गई थी.