अररिया। बिहार के अररिया पुलिस ने अंतरजिला ठग गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दो शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है। ये ठग ग्रामीण इलाकों की भोली-भाली महिलाओं को ग्रुप लोन देने का झांसा देकर प्रत्येक महिला से 2500 रुपये की वसूली करते थे और फिर फरार हो जाते थे।
इस गिरोह ने मार्च में पूर्णिया जिले के जलालगढ़ थाना क्षेत्र के दनसार गांव निवासी पूजा देवी समेत सैकड़ों महिलाओं से ठगी की थी। पूजा देवी ने अररिया नगर थाना में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने कार्रवाई शुरू की थी।
कैसे हुआ गिरोह का भंडाफोड़?
शिकायत में पूजा देवी ने बताया था कि एक फर्जी कंपनी ने एडीबी चौक स्थित कार्यालय से 76,000 रुपये के लोन देने के नाम पर 2500 रुपये की प्रोसेसिंग फीस वसूली थी। करीब 25 ग्रुप के लगभग 300 सदस्यों से इसी तरह पैसे लेकर लगभग 10 लाख रुपये की ठगी की गई थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए अररिया एसपी अंजनी कुमार के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रामपुकार सिंह के नेतृत्व में एक छापेमारी दल का गठन किया गया। वैज्ञानिक अनुसंधान और खुफिया जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सहरसा से दो ठगों को धर दबोचा।
कहां के हैं गिरफ्तार ठग?
गिरफ्तार आरोपियों में मधेपुरा जिले के ग्वालपाड़ा निवासी जयराम कुमार और गिद्धा गांव निवासी सुनील कुमार शामिल हैं। पूछताछ में दोनों ने ठगी में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। पुलिस ने उनके पास से दो मोबाइल फोन और एक कार भी बरामद की है, जिसे ठगी के दौरान इस्तेमाल किया गया था।
अकाउंट किए गए फ्रिज, मास्टरमाइंड की तलाश जारी
एसपी अंजनी कुमार ने बताया कि पकड़े गए ठगों के बैंक अकाउंट को तत्काल प्रभाव से फ्रीज कर दिया गया है। गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान कर ली गई है और उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। बताया जा रहा है कि इस ठगी में एक दर्जन से अधिक लोग शामिल हैं।
ठगी का तरीका जानकर चौंक जाएंगे
गिरोह ने अररिया जिला के एडीबी चौक, स्टेट बैंक के पास एक फर्जी ऑफिस खोला था। यहां से वे गांव-गांव घूमकर लोन देने के नाम पर महिलाओं से प्रोसेसिंग शुल्क वसूलते थे। लोन देने के दिन सभी आरोपी फरार हो जाते थे।
जांच में यह भी सामने आया है कि ठगों ने पहले सुपौल जिले में भी इसी तरह फर्जी फाइनेंस कंपनी के जरिए ठगी की थी और वहां से फरार हो गए थे। इस पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड अभी फरार है। पुलिस उसकी तलाश में लगातार दबिश दे रही है।
एसपी अंजनी कुमार ने कहा,
“यह लोग यहां की महिलाओं से ठगी करने के बाद दूसरे जिले में जाकर फर्जी नाम से फाइनेंस कंपनी खोलते थे। एक का नाम जयराम कुमार और दूसरे का सुनील कुमार है। गिरोह में एक दर्जन से ज्यादा लोग शामिल हैं, जिन्हें चिन्हित कर लिया गया है।”