नेपाल में भारी बारिश से उत्तर बिहार में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। शनिवार को कोसी में 56 साल बाद 6.81 लाख क्यूसेक और गंडक में 21 वर्ष बाद 6 लाख क्यूसेक से अधिक पानी के अंदेशा ने शासन-प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। इससे मद्देनजर अगले 48 घंटे का अलर्ट जारी किया गया है।
तटबंधों की 24 घंटे निगरानी के आदेश जारी दिए गए हैं। साथ ही जल संसाधन विभाग के सभी इंजीनियरों और विभागीय पदाधिकारियों की छुट्टी रद्द कर दी गई है। कोसी और गंडक, दोनों नदियों का डिस्चार्ज अपने अबतक के रिकार्ड जलस्त्रत्तव के करीब पहुंचने के अनुमान को देखते हुए सरकार ने तटबंधों के अंदर और उसके आस-पास रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा है।
जल संसाधन विभाग ने हाई अलर्ट घोषित करते हुए सभी संबंधित इंजीनियरों को तटबंधों पर ही कैम्प करने का निर्देश दिया है। तटबंधों की पेट्रोलिंग शुरू हो गयी है। यही नहीं कटाव निरोधक सामग्री का भंडारण भी किया जा रहा है। देर शाम जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संतोष मल्ल ने आपात बैठक बुलाई। सभी जिलाधिकारियों को भी अलर्ट रहने को कहा। देर रात तक विभाग खुला रहा और नदियों के जलस्राव और उससे उत्पन्न होने वाली स्थिति को लेकर की मानिटरिंग होती रही।
हम किसी भी आपात स्थिति से निपटने को तैयार हैं। सभी अधिकारियों को 24 घंटे तटबंधों की निगरानी करने को कहा गया है। अगले 48 घंटे तक हाई अलर्ट घोषित किया गया है।
– विजय चौधरी, जल संसाधन मंत्री