Bihar News: गंगा पुल से एक ट्रक शराब जब्त; गिरफ्तार चालक ने उगले राज, इन तीन राज्यों से जुड़ रहे तस्कारों के तार
बक्सर। उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे जिला मुख्यालय स्थित गंगा पुल पर गुरुवार की सुबह फिर एक ट्रक शराब जब्त करने में बक्सर पुलिस को सफलता मिली है। बताया जाता है कि राजस्थान से एक ट्रक शराब लेकर चालक पटना में सप्लाई करने जा रहा था। इस मामले में पुलिस ने ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया है।
घटनास्थल पर मौजूद सदर एसडीपीओ धीरज कुमार ने बताया कि पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार को अलसुबह ही गंगा पुल से होकर भारी मात्रा में तस्करी की शराब ले जाने की गुप्त सूचना मिली थी।
सुबह पांच बजे से ही बक्सर पुलिस की टीम जांच में लग गई थी
सूचना के आलोक में उन्होंने सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में बक्सर पुलिस के एएलटीएफ टीम को तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया। सुबह पांच बजे से ही बक्सर पुलिस की टीम गंगा पुल पर यूपी की ओर से आने वाले वाहनों की जांच में लगी थी।
सुबह 10 बजे राजस्थान नंबर का ट्रक नजर आते ही पुलिस सतर्क हो गई। ट्रक को रोकने के बाद उसकी जांच में धान का लावा और धान की भूसी लदी दिखाई दी। तब पुलिस ने उत्पाद चेकपोस्ट पर मौजूद स्कैनर मंगाकर ट्रक की जांच की। इसके बाद अंदर शराब की बोतलें होने की जानकारी मिली।
पुराने पुल से नीचे उतरने के पहले ही दबोच लिया
धान की भूसी और लावा की बोरियां हटाते ही नीचे शराब की पेटियां नजर आने लगीं। पुलिस अभी शराब की जांच करने में लगी थी कि अचानक ट्रक चालक वहां से पुराने पुल की ओर नीचे भाग निकला।
हालांकि, वहां मौजूद जवान तुरंत पीछे लग गए और पुराने पुल से नीचे उतरने के पहले ही दबोच लिया। पुलिस की पूछताछ में खुद को लखनऊ निवासी बताते उसने कहा कि राजस्थान से शराब की खेप लेकर पटना जा रही थी। पुलिस फिलहाल चालक से पूछताछ कर अन्य जानकारियां लेने में लगी है।
एसडीपीओ ने बताया कि जब्त शराब की अभी गिनती चल रही है, गिनती पूरी होने के बाद ही सही जानकारी दे पाएंगे। वैसे जब्त शराब कम से कम 50 लाख से अधिक मूल्य की होने का अनुमान है।
बताते चलें कि विगत दो महीने के अंदर बक्सर गंगा पुल से गुजरते हुए करीब आधा दर्जन से अधिक शराब से लदे ट्रकों और कंटेनरों को विभिन्न स्थानों पर जब्त किया जा चुका है। इस बीच लग्न के मौसम में शराब की बढ़ी मांग को देखते हुए पुलिस पहले से सतर्क है।
20 हजार में खेप पहुंचाने का तय हुआ था किराया
गंगा पुल से गुरुवार सुबह पकड़ी गई एक ट्रक शराब की खेप को पहुंचाने के लिए 20 हजार रुपये में किराया तय हुआ था। हालांकि, चालक बता रहा है कि शराब की खेप उसने लखनऊ से उठाई थी।
इधर, पुलिस के पास कुछ ऐसे पुख्ता प्रमाण हैं, जिनसे जाहिर हो रहा है कि शराब की खेप अमृतसर से लाई जा रही थी। इस संबंध में जानकारी देते सदर एसडीपीओ धीरज कुमार ने बताया कि पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार किए गए राजस्थान के बाड़मेर निवासी चालक अखाराम ने कई बातों का खुलासा किया है।
एसडीपीओ के अनुसार, अखाराम ने बताया है कि लखनऊ में उसे राजस्थान के ही रहने वाले प्रकाश नामक चालक ने ट्रक पटना पहुंचाने की 20 हजार रुपये में डील तय कराई थी। ट्रक पर क्या लदा था और ट्रक कहां लोड किया गया, इस बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है।
हालांकि, इस दौरान चालक ने यह नहीं बताया कि किसके यहां से शराब की खेप उसने उठाई थी और किसे इसकी आपूर्ति की जानी थी। इस संबंध में सदर एसडीपीओ ने बताया कि चालक के मोबाइल की जांच पर पता चला कि उसके मोबाइल पर अमृतसर से मुजफ्फरपुर तक का रूट चार्ट था। इसी रूट चार्ट के जरिए वह यहां तक पहुंचा था।
उपलब्धि लेने के लिए उलझे बक्सर पुलिस और उत्पाद विभाग के अधिकारी
बताया जा रहा है कि शराब से भरे ट्रक को पकड़ने के बाद इसका क्रेडिट लेने के लिए बक्सर पुलिस और उत्पाद विभाग के बीच होड़ लगी रही। यहां तक कि सूचना के अनुसार, क्रेडिट लेने के लिए दोनों विभागों के पदाधिकारी बीच सड़क पर ही आपस में उलझ गए थे। गर्मागर्म बहस भी हुई।
हालांकि, अंत में एसडीपीओ धीरज कुमार ने स्पष्ट कर दिया कि शराब से भरा ट्रक पुलिस की एएलटीएफ टीम द्वारा रोककर जांच की जा रही थी। इस बीच शराब की पुष्टि के लिए उत्पाद विभाग के स्कैनर की मदद ली गई थी। इसलिए इसे दोनों विभागों की संयुक्त कार्रवाई भी कह सकते हैं।
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