आरा में एक शिक्षिका को पीजी की परीक्षा में मोबाइल से नकल करने से मना करना महंगा पड़ गया। नकल रोकने से नाराज महिला परीक्षार्थियों ने वीक्षक महिला शिक्षिका की जमकर पिटाई कर दी। शिक्षिका डॉ शुचि स्नेहा (असिस्टेंट प्रोफेसर) को आंख सहित कई जगहों पर गंभीर चोट आई है। मामला पीजी सेमेस्टर थर्ड की परीक्षा से जुड़ा है।
वीर कुंवर सिंह विवि में पीजी सेमेस्टर थर्ड सत्र 2022-24 की परीक्षा के दौरान सोमवार को पहले दिन आरा शहर के महाराजा कॉलेज केंद्र पर नकल की छूट नहीं मिलने पर बॉटनी की तीन छात्राओं ने वीक्षक पर ही हमला बोल दिया। इस घटना में महिला शिक्षिका को आंख, पीठ, गर्दन सहित कई जगहों पर गंभीर चोट आई है। इसे लेकर कुछ देर तक अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। शोर सुनकर दूसरे कक्ष के वीक्षक पहुंचे, जिसके बाद मामला शांत हुआ। इधर, जख्मी शिक्षिका ने इसकी शिकायत केन्द्राधीक्षक प्रो आलोक कुमार से की। इसके बाद केंद्र ने इसकी सूचना विवि प्रशासन को दी। कुलपति प्रो शैलेंद्र कुमार चतुर्वेदी, कुलसचिव डॉ रणविजय कुमार, राजनीति विज्ञान के हेड डॉ कुंदन कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी महाराजा कॉलेज पहुंचे, जहां केन्द्राधीक्षक और शिक्षिका से बात की।
तीन साल तक के लिए परीक्षा से वंचित
कुलसचिव डॉ रणविजय कुमार ने कहा कि विवि प्रशासन मारपीट के मामले पर गंभीर है। तत्काल परीक्षा से छात्राओं को वंचित कर दिया गया है। साथ ही अगले तीन साल तक परीक्षा में ये छात्राएं शामिल नहीं होंगी। आगामी परीक्षा को ले विवि ने केंद्रों को निर्देश दिया है कि हर हॉल में दो महिला और दो पुरुष वीक्षकों को रखा जाये।