बिहार पहली बार पांच नेशनल खेलों की मेजबानी करने जा रहा है। इसमें क्रिकेट, ऐथलेटिक्स, फुटबॉल, वेट लिफ्टिंग व सेपक टाकरा शामिल हैं। स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया का 67वां खेल होने जा रहा है। इसमें चार खेल क्रिकेट, ऐथलेटिक्स, फुटबॉल, वेट लिफ्टिंग पटना के अलग-अलग खेल मैदान में और एक सेपक टाकरा खेल कटिहार में होगा। इसका आगाज अक्टूबर में होगा और फरवरी तक लगातार चलेगा। बिहार में अबतक एक-दो स्कूली नेशनल खेल ही हुए हैं। पहली बार एक साथ पांच खेल होना, बिहार के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
स्कूली नेशनल गेम्स में बिहार समेत देशभर के खिलाड़ी जुटेंगे। इस आयोजन में 17 साल तक के खिलाड़ी खेलेंगे। क्रिकेट अंडर 17 में बालक, फुटबॉल अंडर 17 बालिका, ऐथलेटिक्स अंडर 17 में बालक और बालिका, वेट लिफ्टिंग अंडर 17 में बालक-बालिका और सेपक टाकरा अंडर 17 में बालक-बालिका खेलेंगे। इन खेलों में परचम लहराने वाले खिलाड़ी स्टेट नेशनल गेम्स में आसानी से हिस्सा ले सकेंगे। बिहार में क्रिकेट और फुटबॉल को छोड़कर ऐथलेटिक्स, वेट लिफ्टिंग और सेपक टाकरा गेम्स नहीं के बराबर हो रहे थे। बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के प्रयास से इन खेलों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
स्कूली नेशनल खेलों का आयोजन हर साल हुआ करता है। इसके लिए स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया गेम्स शुरू होने के तीन महीने पहले फार्म निकालती है। यह खेल प्राधिकरण के पास आता है। प्राधिकरण प्रत्येक जिला के खेल पदाधिकारी को भेजता है। खेल पदाधिकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी को भेजता है। यहां से स्कूलों में जाता है और बच्चे फॉर्म भरकर जमा करते हैं। इसके बाद बच्चों का ट्रायल लिया जाता है। ट्रायल में सफल बच्चों का चयन नेशनल खेल के लिए होता है। राष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी रूपक कुमार ने बताया कि इन खेलों से बिहार के बच्चों में खेलों के प्रति और उत्साह आएगा।
बिहार में पांच नेशनल खेल पहली बार हो रहे हैं। यह ऐतिहासिक पल है। कला संस्कृति एवं युवा विभाग के प्रयास के कारण ऐसा अवसर बिहार को मिला है। इन सभी खेलों की तैयारी जोरशोर से चल रही है।
-रविन्द्रण शंकरण, महानिदेशक सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी बिहार राज्य खेल प्राधिकरण