प्यार किया नहीं जाता हो जाता है, दिल दिया नहीं जाता हो जाता है… फिल्म का नाम था वह 7 दिन और हीरो थे अनिल कपूर और हीरोइन थी पद्मिनी कोल्हापुरी. फिल्म सुपर डुपर हिट रहा था. आजकल यह गीत बिहार में बीपीएससी पास नवनियुक्त शिक्षकों पर सटीक बैठ रहा है. लड़का और लड़की बीपीएससी परीक्षा पास कर पहले टीचर बनते हैं और स्कूल में ज्वाइनिंग करते ही एक दूसरे से प्यार करने लगते हैं. माता-पिता की रजामंदी के बाद महज एक से दो महीने के अंदर दोनों की शादी कर दी जाती है।
हिंदुस्तान अखबार में छपी खबर के अनुसार उत्तर प्रदेश के बलिया निवासी युवती बीपीएससी की परीक्षा देकर गृह विज्ञान की टीचर बनती है. पिछले साल 21 नवंबर 2023 को बिहपुर के एक गांव के स्कूल में उन्हें जॉइनिंग करने के लिए नियुक्ति पत्र दिया जाता है. यहीं पर एक और सोशल साइंस के टीचर की बहाली होती है. दोनों में पहले एक दूसरे से जान पहचान होती है और मामला प्यार मोहब्बत तक पहुंच जाता है. दोनों अपने-अपने परिवार वालों से रजामंदी लेते हैं और धूमधाम से शादी कर लेते हैं. फिर क्या था अब दोनों एक साथ स्कूल आते और जाते हैं।
रिपोर्ट का कहना है कि बिहार में बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा के बाद दूसरे राज्य के लड़के और लड़की बिहार में ही रहने के लिए यहां पर अपने लिए दूल्हा और दुल्हन तलाश ले रहे हैं और सेटल हो जा रहे हैं।
भागलपुर का ही एक और मामला है, बताया जाता है कि पीरपैंती प्रखंड के एक मध्य विद्यालय में मुजफ्फरपुर निवासी युवक इतिहास शिक्षक के रूप में काउंसलिंग करवाने पहुंचा था. वहीं पर उनकी मुलाकात बांका निवासी एक महिला मैथ्स टीचर से होती है. दोनों के बीच जान पहचान होती है। स्कूल अलॉटमेंट होते ही दोनों ने एक साथ रहने का फैसला किया और अपने-अपने परिवार को कह दिया कि हम एक दूसरे से प्यार करते हैं और शादी करना चाहते हैं।
अब तीसरी कहानी भी सुन लीजिए, खगड़िया जिले के एक साइंस टीचर को उत्तर प्रदेश के सोनभद्र निवासी संगीत की शिक्षिका से प्यार होता है और दोनों शादी कर लेते हैं. ध्यान देने वाली बात है की शादी करने से पहले सभी अपने-अपने परिवार से सहमति जरूर लेते हैं।
हमने जब एक टीचर के माता-पिता से पूछा तो उनका कहना था कि हम उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और बिटिया बिहार में सरकारी टीचर बन गई है तो हमने भी फैसला लिया कि वहीं के लड़के से बिटिया की शादी कर दी जाए ताकि किसी तरह की कोई परेशानी ना हो।