भागलपुर | 23 अप्रैल 2025: पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व सांसद अश्विनी कुमार चौबे ने अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान भागलपुर सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले पर गहरा दुख और आक्रोश व्यक्त किया।
उन्होंने बताया कि इस बर्बर हमले में बिहार के रोहतास जिले के आरोही गांव निवासी एवं वर्तमान में हैदराबाद में आईबी अधिकारी के रूप में तैनात मनीष रंजन मिश्रा आतंकियों से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। श्री चौबे ने कहा कि मिश्रा जी ने पहले अपनी पत्नी, बच्चों और अन्य पर्यटकों को सुरक्षित स्थान की ओर भेजा और फिर आतंकियों से मुकाबला करते हुए शहीद हो गए।
“उनका बलिदान कर्तव्यनिष्ठा और राष्ट्रभक्ति की मिसाल है। पूरे देश को उन पर गर्व है,” – अश्विनी चौबे
उन्होंने हमले को धर्म पूछकर किया गया कायराना और बर्बर कृत्य बताया और इसे सनातन संस्कृति एवं सहिष्णु परंपरा पर सीधा प्रहार करार दिया।
श्री चौबे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आतंकवाद के खिलाफ “जीरो टॉलरेंस” नीति पर भरोसा जताते हुए कहा कि इस जघन्य हमले का करारा जवाब अवश्य दिया जाएगा।
परशुराम चेतना यात्रा का ऐलान: 5 लाख परिवारों में शस्त्र-शास्त्र पूजन
प्रेस वार्ता के दौरान श्री चौबे ने आगामी 29 अप्रैल से शुरू होने वाले श्री परशुराम जन्मोत्सव कार्यक्रम की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पूरे बिहार में एक माह तक शस्त्र और शास्त्र पूजन के जरिए सनातन चेतना का जागरण किया जाएगा।
“भगवान परशुराम ने अधर्म के विरुद्ध संघर्ष कर धर्मराज्य की स्थापना की। उनकी चेतना आज भी हमारे लिए प्रेरणा स्रोत है,” – अश्विनी चौबे
उन्होंने बताया कि इस आयोजन का समापन मई के अंत में पटना में एक भव्य परशुराम महोत्सव के रूप में किया जाएगा, जिसमें लाखों श्रद्धालुओं की उपस्थिति और संतों के सान्निध्य में कार्यक्रम आयोजित होगा।
श्रीराम कर्मभूमि न्यास समेत विभिन्न सनातन संगठनों द्वारा इस चेतना यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने सभी वर्गों और समुदायों से इस आयोजन में सहभागिता निभाने की अपील की।