बिहार की बेटी अभिलाषा ने IAS बनने के लिए शादी से किया इंकार, UPSC परीक्षा में मिला 18 रैंक

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शादी न करने के लिए परिवार को मनाया, जॉब के साथ की तैयारी, ऐसे IAS बनीं अभिलाषा : आज हम आपको एक ऐसी लड़की की कहानी सुननाने जा रहे हैं जिसने आईएएस अफसर बनने के लिए काफी संघर्ष किया। अमूमन अफसर बनने ​के लिए लोगों को सिर्फ पढ़ाई करना होता है लेकिन उसे अपने परिवार वालों के साथ भी समय—समय पर एक तरह से युद्ध लड़ना पड़ा। हम जिसके बारे में बात कर रहे हैं उसका नाम अभिलाषा है। कहा जाता है की जब अभिलाषा यूपीएससी परीक्षा के लिए दिन रात मेहनत कर रही थी, उसी समय उसके परिवार वाले उस पर शादी का दबाव बना रहे थे, लेकिन उसने माता पिता को साफ कर दिया कि उसे अभी शादी नहीं करना है। उसे हर हाल में आईएएस अफसर बनना है। चाहे जो हो जाए।

अभिलाषा कहती हैं की मैं मूल से बिहार की रहने वाली हूं। पटना में मेरा पूरा परिवार रहता है। मैं तेलंगाना कैडर की आइएएस अफसर हूं। साल 2017 में मैने यूपीएससी का परीक्षा दिया था। परिणाम बेहतर रहे और मुझे देशभर में 18 रैंक मिले। अभिलाषा कहती है की आईएएस बनना मेरा सपना था। यही कारण था कि मैने तय कर लिया था कि हर बाधा को दूर कर मुझे मंजिल तक पहुंचना है। इसलिए जब मेरे पास शादी का प्रस्ताव आया तो मैने साफ कर दिया की अभी फिलहाल सिर्फ और सिर्फ पढ़ाई पर फोकस करना हैं।

अभिलाषा अभिनव हमेशा से ही एक ब्राइट स्टूडेंट थीं. उनकी स्कूलिंग पटना से हुई. 10वीं क्लास में उन्होंने सीबीएसई टॉप किया था. 12वीं में उनके 84 फीसदी मार्क्स थे. उन्होंने 12वीं के बाद महाराष्ट्र के ए एस कॉलेज से बीटेक किया. अभिलाषा पढ़ाई के साथ खेल-कूद में भी हमेशा से आगे थीं. अभिलाषा ने बीटेक के बाद नौकरी कर ली. वह पूरी यूपीएससी की तैयारी के दौरान जॉब भी करती रहीं।

अभिलाषा ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का पहला अटेम्पट 2014 में दिया. पहले अटेम्प्ट में प्रीलिम्स क्लियर नहीं हुआ तो उन्होंने अगले साल परीक्षा देने की बजाए तैयारी पर फोकस किया. उन्होंने यूपीएससी का दूसरा अटेम्प्ट 2016 में दिया. इस बार उन्होंने यूपीएससी ऑल इंडिया 308 रैंक से क्रैक कर लिया. रैंक अधिक होने से आईएएस की बजाए आईआरएस सर्विस मिली।

अभिलाषा अपने दूसरे ही प्रयास में आईआरएस बनने में सफल रही थीं. लेकिन उन्हें इससे संतुष्टि नहीं थी. वह आईएएस बनना चाहती थीं. उन्होंने इसके बाद यूपीएससी 2017 में एक बार और प्रयास किया. इस बार अपने सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए 18वीं रैंक के साथ आईएएस बनने में कामयाब रहीं. जॉब के साथ यूपीएससी की तैयारी के बारे में वह कहती हैं कि जिन कैंडिडेट के पास टाइम की लग्जरी होती है, उन्हें उसका गलत फायदा नहीं उठाना चाहिए. जितना समय मिले उसका जमकर इस्तेमाल करें और सही दिशा में करें. कुछ लोगों के पास इसकी बहुत कमी होती है।

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