बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सह बीजेपी राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने नीतीश सरकार पर करारा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि मंत्री-प्रधान सचिव की डॉग-फाइट में बिहार की शिक्षा व्यवस्था चौपट हुई है. उन्होंने शिक्षामंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर व आईएएस केके पाठक का नाम लिए बिना कहा कि एक पर लालू प्रसाद और दूसरे पर नीतीश कुमार का वरदहस्त है और अब अगर हिम्मत है, तो दोनों को हटा कर सीएम नीतीश कुमार शिक्षा को बचायें. सुशील मोदी ने कहा कि राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में सेशन लेट हो रहे हैं, हजारों सीटें खाली है लेकिन सीएम नीतीश कुमार को इस बात की कोई परवाह नहीं है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि शिक्षा मंत्री और विभागीय प्रधान सचिव में डॉग फाइट करा कर नीतीश कुमार ने शिक्षा व्यवस्था को चौपट कर दिया. इन दोनों को पद से हटाया जाना चाहिए. सुशील मोदी ने कहा कि मंत्री चंद्रशेखर कभी रामचरित मानस पर जातिवादी टिप्पणी करते हैं, तो कभी हवाई अड्डे पर उनके सामान में कारतूस बरामद होती है, और कभी मीडिया में प्रचार पाने के लिए वे कुलाधिपति के समक्ष राजनीतिक भाषण करने लगते हैं. ऐसे शिक्षा मंत्री छात्रों को क्या संदेश देंगे?
उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग की बरबादी के लिए लालू प्रसाद के एक बड़बोले विधायक का मंत्री बनना ही काफी था. ऊपर से मुख्यमंत्री ने कोढ में खाज की तरह एक बद्जुबान अफसर को इस विभाग का प्रधान सचिव भी बना दिया. सुशील मोदी ने कहा कि अब मंत्री और प्रधान सचिव की लड़ाई में दोनों स्तरों से तुगलकी फरमान जारी हो रहे हैं. दोनों एक-दूसरे को औकात बताने पर तुले हैं. एक पर लालू प्रसाद और दूसरे पर नीतीश कुमार का वरदहस्त है।