बिहार सरकार के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने विपक्ष द्वारा स्मार्ट प्रीपेड मीटर की आलोचनाओं को दुष्प्रचार बताया। उन्होंने कड़े शब्दों में दिए गए बयान का खंडन करते हुए कहा कि विपक्ष के एक नेता द्वारा स्मार्ट प्रीपेड मीटर के विषय में दिए गए बयान से मैं हैरान और हतप्रभ हूं। बिहार कुल 22 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर के साथ पूरे देश को राह दिखा रहा है और केंद्र सरकार ने राज्य के इस योजना की सराहना भी की है। उत्तर प्रदेश ,छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, दिल्ली, पंजाब एवं ओढ़िसा जैसे राज्यों के बिजली विभाग के अधिकारी बिहार आ कर स्मार्ट मीटर मॉडल को सफलतापूर्वक क्रियान्वयन समझा हैं ताकि अपने राज्यों में जा कर वे उसका अनुसरण कर सकें। आर के सिंह ऊर्जा मंत्री (केंद्र सरकार) ने भी कई अवसर पर बिहार राज्य के स्मार्ट प्रीपेड मॉडल की सराहना की है ।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि स्मार्ट मीटर ने उपभोक्ताओं को सशक्त किया है और वे इससे खुश और संतुष्ट हैं। विपक्ष को समझना चाहिए कि बिना उपभोक्ताओं के सहयोग के 22 लाख स्मार्ट मीटर इंस्टॉल नहीं किया जा सकता है। देश का 80 प्रतिशत स्मार्ट मीटर बिहार में इंस्टॉल हुआ है और यह अपने आप में इसकी सफलता का द्योतक है। डिजिटल गवर्नेंस का एक सफल उदाहरण है। इस मीटर में किसी भी प्रकार की मैनुअल हस्तक्षेप नहीं रहता है। स्मार्ट प्री पेड मीटर पूरी तरह पारदर्शी है। उपभोक्ता स्वयं ही खपत के अनुसार रिचार्ज कर सकते है एवं सुविधा ऐप के माध्यम से विद्युत बिल प्राप्त कर सकते है। स्मार्ट प्री पेड मीटर उपभोक्ताओं को सशक्त कर रहा है। उन्हें अब पहले की भांति बिजली ऑफिस का चक्कर नहीं लगाना पड़ता। क्योंकि सारी जानकारी उनके ऐप पर उपलब्ध है।
उन्होंने कहा की प्रत्येक डिवीजन में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने से पहले हमारे अधिकारी उपभोक्ताओं को कैंप लगा कर इसके कार्यान्वयन के विषय में जानकारी देते हैं। साथ ही स्मार्ट प्रीपेड मीटर से होने वाले उपभोकातों को लाभ एवं बिजली की खपत में बचत के बारे अवगत कराते हैं। साथ ही किसी भी प्रकार असमंजस होने पर पुराने और स्मार्ट मीटर को साथ में रख कर भी दिखाते हैं कि दोनों में कोई फर्क नहीं है।
उपभोक्ताओं को यदि कोई शिकायत रहती है तो वे 1912(24*7 टोल फ्री न०), सुविधा ऐप , डिस-कॉम की वैबसाइट, अथवा सोशल मीडिया हंडेल्स के माध्यम से शिकायत दर्ज करें उसका त्वरित निष्पादन होगा। बिहार के कई विद्युत आपूर्ति अंचलो मे उपभोक्ता स्वयं आगे आ कर स्मार्ट प्री पेड मीटर लगवाने के लिए आवेदन कर रहें हैं। विपक्ष को इस प्रकार की हास्यास्पद दुष्प्रचार से बचना चाहिए। उन्हें विभिन्न शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में जा कर देखना चाहिए कि कैसे उपभोक्ताओं के जीवन में स्मार्ट मीटर से सहूलियत हुई है।