पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सामान्य प्रशासन विभाग, बिहार प्रशासनिक पारदर्शिता और दक्षता को सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयासरत है। सूचना का अधिकार अधिनियम, लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम, सीपीग्राम्स, ईमेल और अन्य माध्यमों से प्राप्त शिकायतों का समयबद्ध निपटान सुनिश्चित किया जा रहा है। विभाग का मुख्य उद्देश्य जन शिकायतों का त्वरित समाधान, पारदर्शिता को बढ़ावा देना और जनसेवा को प्रभावी बनाना है।
नियुक्ति प्रक्रिया को सुदृढ़ करने की पहल
सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी विभागों को यह निर्देश दिया है कि वे जिला, अनुमंडल और मंडल मुख्यालय स्तर पर स्वीकृत पदों, कार्यरत कर्मचारियों और रिक्त पदों की विस्तृत सूची तैयार करें। इस प्रक्रिया में कार्यालय परिचारी से लेकर लिपिकीय कर्मचारियों तक सभी पदों को शामिल किया गया है। इसका उद्देश्य विभागों की कार्यक्षमता बढ़ाना और प्रशासनिक प्रक्रिया को अधिक सुचारू बनाना है।
सुशासन की दिशा में मिसाल कायम कर रहा विभाग
सुलभ संगणक (रेडी रेकनर) और मास्टर सर्कुलर प्रणाली को लागू किया गया, जिससे नवनियुक्त पदाधिकारियों को मार्गदर्शन मिलता है।
हाल ही में सिविल लिस्ट जारी की गई, जिसमें अधिकारियों के नाम, पदस्थापन और संपर्क विवरण की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गई है।
ये सभी जानकारियां सामान्य प्रशासन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं, जिससे पारदर्शिता और प्रभावी प्रशासन को बढ़ावा मिल रहा है।
स्वच्छ और व्यवस्थित कार्यस्थल पर जोर
सामान्य प्रशासन विभाग कार्यालयों को स्वच्छ और सुव्यवस्थित बनाए रखने पर विशेष ध्यान दे रहा है। इसमें डेस्क और दराजों की स्वच्छता, कंप्यूटरों का सुव्यवस्थित प्रबंधन, कार्यालय परिसर की सफाई और पौधों की नियमित देखभाल शामिल है, जिससे एक सकारात्मक कार्य वातावरण बना रहे। यह सभी पहल बेहतर प्रशासन, दक्ष संचालन और नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।
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