भागलपुर: राजनीति के धुरंधर खिलाड़ी लालू यादव किसी पहचान के मोहताज नहीं है. लेकिन, यह लालू यादव राजनीति नहीं किसी और कारण से फेमस है. यह भागलपुर के लालू यादव हैं. जिनका निकनेम आलोक यादव है. लेकिन, उन्होंने लालू यादव की मिमिक्री कर अपनी अलग पहचान बना ली हैं. इतना ही नहीं, लालू यादव की मिमिक्री के साथ-साथ कृष्ण कन्हैया भी बनते नजर आते हैं. इनकी बांसुरी के धुन के कायल लगभग सारे शहरवासी हैं. आलोक ने इस साल ही ग्रेजुएशन पूरी की है और कला के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना ली है।
मिमिक्री और एक्टिंग के क्षेत्र में है काफी नाम
आलोक खगड़िया के अगवानी का रहने वाला है. लेकिन, बचपन से ही भागलपुर में रह रहा है. आलोक ने बताया कि बचपन से ही मेरा कला के क्षेत्र में मन लगता था, पहले कभी लोगों की मिमिक्री कर, उनकी एक्टिंग किया करता है. लेकिन, जब लालू यादव को सुनने लगा तो उनके कई बातों से मैं प्रभावित हुआ और उनकी आवाज निकालने का प्रयास करने लगा. समय के साथ धीरे-धीरे प्रयास करता गया और अब लालू प्रसाद की आवाज निकाल लेता हूं. इतना ही नहीं लालू के आवाज के साथ-साथ यह बांसुरी भी अच्छी बजाते है।
बिहार सहित मुंबई में करते हैं कला का प्रदर्शन
आलोक ने बताया कि मैने कहीं बांसुरी बजाने का ज्ञान नहीं लिया है. ऐसे ही फूंकते-फूंकते मैं बजाना सिख गया हूँ. आगे उन्होंने बताया कि अभी रंग मंच के माध्यम से अपनी कला को प्रदर्शित करता हूँ. आगे सोच यही है कि लोग अपने हुनर की उड़ान भरने मुंबई या अन्य राज्य जाते हैं. लेकिन, मैं मुंबई को ही यहां लाना चाहता हूँ, ताकि हर युवा कलाकार को एक मंच मिल सके।