बिहार का करोड़पति भिखारी, स्टेशन पर खुद मांग रहा भीख, इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ रहा बच्चा

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अब तक आपने रेड लाइट पर कई भिखारी देखे होंगे, जो भीख मांग कर अपना जीवन गुजार रहे हैं या यूं कहें अपना पेट भर रहे हैं, लेकिन बिहार में एक ऐसा भिखारी है जो सिर्फ नाम का भिखारी है. काम अमीरों वाले हैं. इस भिखारी के सामने आप खुद को भिखारी समझेंगे. हम बिहार के जिस भिखारी की बात कर रहे हैं उसका नाम है पप्पू कुमार. पप्पू कुमार पटना के रेलवे स्टेशन पर भीख मांगते हैं. ये पटना का करोड़पति भिखारी है. बैंक में इनके करोड़ो रुपए जमा है.

आपको जानकर हैरानी होगी पप्पू भिखारी का बेटा इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ रहा है. जानकारी के मुताबिक, इस भिखारी के पास पीएनबी, एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा और इलाहबाद बैंक के एटीएम हैं. सवा करोड़ रुपए का मालिक पप्पू भिखारी पटना रेलवे स्टेशन पर भीख मांगता है. पप्पू हर साल लाखों रुपए कमाता है जिसके कारण इनकी गिनती अमीर भिखारियों में होती है. बता दें इस भिखारी की पटना में दो जगह जमीन है. पप्पू भिखारी के पास संपत्ति हजारों, लाखों में नहीं बल्कि करोड़ो में है.

पप्पू कैसे बना भिखारी

पप्पू बताते हैं कि वह इंजीनियरिंग करना चाहते थे लेकिन एक दिन घर से नाराज होकर वह मुंबई भाग गए. मुंबई के कुछ दिन बाद वह एक ट्रेन में सफर कर रहे थे उस दौरान वह ट्रेन से गिर गए, इस हादसे में उनके दोनों पैर काट गए और उनके पास तब तक पैसे भी खत्म हो गए. पप्पू के अनुसार वह एक दिन मुंबई रेलवे स्टेशन पर भीख मांगने लगे. पप्पू ने देखा कि भीख मांगने पर उन्हें अच्छे-खासे पैसे मिल रहे.

कैसे पड़ा पप्पू भिखारी नाम

पप्पू फिर रोजाना मुंबई के रेलवे स्टेशन पर भीख मांगने लगे और हर रोज कभी 1000 तो कभी 700, 800 रुपए मिल जाते थे. पप्पू के पास जब मुंबई में भीख मांगकर अच्छा ख़ासा पैसा इकट्ठा हो गया तो फिर वह पटना आ गए और पटना रेलवे स्टेशन पर भीख मांगने लगे और आज पटना में उनको पप्पू भिखारी नाम से जाना जाता है.

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