बिहार के लाल आलोक ने पास की UPSC, छलकती आंखों से बोली मां- भगवान ने हमारी आरजू सुन ली : मेरा नाम आलोक कुमार है और मैं बिहार के नवादा का रहने वाला हूं. आज मैं आपको अपनी कहानी सुनाने जा रहा हूं कि कैसे मैंने यूपीएससी परीक्षा पास कर अपने सपने को सच कर दिखाया. जिस दिन मेरा रिजल्ट निकला था उस दिन घर में दिवाली और होली जैसा माहौल था. मम्मी पापा का सपना साकार हो गया था और वह फूले नहीं समा रहे थे. आस-पड़ोस के लोग बधाइयां देने हमारे घर पहुंच रहे थे… मम्मी पापा ने मुझे पढ़ाने के लिए जमीन तक बेचा था।
आलोक रंजन ने यूपीएससी परीक्षा 7वें अटेंप्ट में पास किया। वह मूल रूप से नवादा के रोह प्रखंड के गोरिहारी गांव के रहने वाले हैं। बेटे की सफलता को देखते हुए माता-पिता की आंखें छलक आईं। थरथराते होठ से वो इतना ही कह पा रहे हैं कि बेटे की मेहनत का नतीजा है, हम सभी बेहद खुश हैं।
मां सुशीला देवी ने बताया कि हमने बेटे की पढ़ाई के लिए जमीन बेची। हम आज भी किराए के घर में रहते हैं, हम चाहते तो जमीन बेचकर खुद का घर बना सकते थे, लेकिन हमने बेटे की पढ़ाई को महत्व दिया और सारे पैसे बेटे की पढ़ाई में लगा दिया। बेटे की सफलता के पीछे पूरे परिवार का त्याग है। आज पूरे गांव में ढोल बज रहा है। भगवान ने हम सभी की आरजू सुन ली।
घर की स्थिति सही नहीं होने की वजह से हमने सोच लिया था कि परिवार में किसी एक को यूपीएससी की तैयारी जरूर करवाएंगे। आलोक रंजन के माता-पिता दोनों टीचर हैं। हम दोनों ने पैसे की बाधा को हर हाल में लांघते गए और हमसे जितना हुआ हमने किया। बेटे की सफलता से हम ही नहीं बल्कि पूरा गांव खुश है।