भारत और गल्फ कॉरपोरेशन काउंसिल (जीसीसी) के बीच द्विपक्षीय व्यापार बीते वर्ष बढ़कर 162 अरब डॉलर का हो गया है। सरकार की ओर से यह जानकारी दी गई है।विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (गल्फ) असीम पी. महाजन ने कहा कि जीसीसी की भारत के कुल व्यापार में हिस्सेदारी 15 प्रतिशत की हो गई है। इन देशों का एनर्जी, डिफेंस, सिक्योरिटी और हेल्थ जैसे बढ़ते हुए क्षेत्रों में अहम योगदान है।
राष्ट्रीय राजधानी में हुए फिक्की के एक इवेंट में उन्होंने कहा कि कुल व्यापार के आंकड़े में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है, लेकिन जीसीसी देशों को भारत का निर्यात लगातार बढ़ रहा है।उन्होंने बताया कि भारत की ओर से जीसीसी देशों को कई प्रकार के प्रोसेस फूड्स, ज्वेलरी, सिंथेटिक फाइबर और यार्न, कपड़ा, फार्मास्यूटिकल्स और इंजीनियरिंग सामान और केमिकल उत्पादों का निर्यात किया जाता है।
महाजन ने कहा कि भारत और गल्फ देशों के बीच सांस्कृतिक और द्विपक्षीय व्यापार मजबूत है।तेल के आयात में वृद्धि होने के कारण जीसीसी के साथ भारत के आर्थिक संबंधों में काफी सुधार हुआ है। 2022 के सरकारी डेटा के मुताबिक, जीसीसी देशों की भारत के तेल आयात में 35 प्रतिशत और गैस आयात में 70 प्रतिशत हिस्सेदारी है। 2021-22 में भारत ने जीसीसी देशों से 48 अरब डॉलर का कच्चा तेल आयात किया था। वहीं, 2021-22 के दौरान 21 अरब डॉलर का एलएनजी और एलपीजी आयात की थी।
वित्त वर्ष 2017-18 से भारत और जीसीसी देशों का व्यापार 10.57 प्रतिशत के सीएजीआर (कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ रहा है।इस साल फरवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और कतर की यात्रा की थी। यहां पर प्रधानमंत्री की ओर से द्विपक्षीय व्यापार को लेकर दोनों देशों के शीर्ष नेतृत्व से बातचीत की गई है।
वित्त वर्ष 2022-23 में यूएई के साथ भारत का द्विपक्षीय व्यापार 85 अरब डॉलर का था। इस दौरान भारत और कतर के बीच द्विपक्षीय व्यापार 20 अरब डॉलर का था।