रुझानों में महाराष्ट्र, बंगाल, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में बीजेपी को बहुत ज्यादा सीटों पर बढ़त नहीं है, जबकि 2019 के चुनाव में पार्टी ने यहां बड़ी जीत हासिल की थी.
लोकसभा चुनावों लेकर चल रही वोटों की गिनती में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए हैरान करने वाले रुझान सामने आ रहे हैं. 10 राज्यों के रुझानों में पार्टी बहुत ज्यादा सीटों पर आगे नहीं दिख रही है. यहां स्थानीय पार्टियों की पकड़ मजबूत नजर आ रही है, जबकि दो राज्यों में राहत है.
रुझानों में सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में बीजेपी का खेल बिगड़ता दिख रहा है. वहीं, हरियाणा और बंगाल में भी बीजेपी उम्मीदवार पीछे चल रहे हैं. उत्तर प्रदेश की वीआईपी सीट अमेठी पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भारी वोटों के अंतर से पीछे चल रही हैं. यहां कांग्रेस के किशोरी लाल शर्मा बढ़त बनाए हुए हैं. उत्तर प्रदेश में 34 सीटों पर बीजेपी, जबकि समाजवादी पार्टी 35 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं, सात सीटों पर कांग्रेस आगे है. इस तरह हिसाब से INDIA गठबंधन राज्य की 80 में से 44 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं, एनडीए 35 सीटों पर आगे चल रहा है.
2019 में बीजेपी को उत्तर प्रदेश की 62 सीटों पर जीत मिली थी, 2014 के मुकाबले पार्टी की 9 सीटें कम हो गई थीं. हालांकि, एग्जिट पोल के नतीजों में पार्टी को इस बार 70 से ज्यादा सीटें मिलने का अनुमान जताया गया, लेकिन रुझानों में तस्वीर एक दम उलट दिख रही है. अगर यही ट्रेंड चलता रहा तो बीजेपी को पिछली बार की तुलना में आधी सीटों का नुकसान हो सकता है.
बिहार की बात करें तो राज्य की 40 लोकसभा सीटों में से एनडीए 34 सीटों पर आगे है, जबकि 4 पर INDIA गठबंधन आगे चल रहा है और दो पर अन्य दल आगे हैं. 2019 के चुनाव में बीजेपी ने 17 सीटें जीती थीं और 16 पर जनता दल (यूनाइटेड) के पास गई थीं. यानी एनडीए के पाले में 33 सीटें गईं. इस बार भले गठबंधन 34 सीटों पर आगे चल रहा है, लेकिन बीजेपी 13 सीटों पर आगे दिख रहा है. यानी अगर यही रुझान रहे तो पार्टी को 4 सीटों का नुकसान हो सकता है.
रुझानों में हरियाणा में बीजेपी को 5 सीटों पर का नुकसान हो सकता है. 10 लोकसभा सीटों में से पांच पर बीजेपी और पांच पर कांग्रेस आगे चल रही है. पिछले चुनाव के नतीजे देखें तो बीजेपी को राज्य की 10 की 10 सीटों पर जीत हासिल हुई थी.
पश्चिम बंगाल में एक बार फिर ममता बनर्जी का जादू चलता दिख रहा है. सत्तारूढ़ कांग्रेस 30 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि बीजेपी सिर्फ 11 सीटों पर ही लीड करती दिख रही है. यानी पार्टी को 7 सीटों पर पिछड़ती दिख रही है. मणिपुर की दोनों लोकसभा सीटों पर भी कांग्रेस बढ़त बनाए हुए है. 2019 में बीजेपी ने मणिपुर की एक सीट जीती थी. गुजरात की 26 लोकसभा सीटों में से एक पर कांग्रेस आगे चल रही है. 2019 में पार्टी को 26 की 26 सीटों पर जीत मिली थी. राजस्थान में भी बीजेपी को 10 सीटों पर नुकसान हो सकता है. रुझानों में बीजेपी उम्मीदवार सिर्फ 14 सीटों पर लीड कर रहे हैं, जबकि 8 पर कांग्रेस और 3 पर अन्य दल आगे चल रहे हैं. 2019 में बीजेपी ने राजस्थान की 25 में से 14 सीटें जीती थीं.
कर्नाटक की 28 लोकसभा सीटों पर जो रुझान सामने आए हैं, उनमें बीजेपी 16 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि 2019 में पार्टी के खाते में 25 सीटें गई थीं. वहीं, कांग्रेस को 9 सीटों का फायदा होता दिख रहा है. पार्टी 10 सीटों पर आगे चल रही है. पिछले चुनाव में कांग्रेस को 1 सीट मिली थी, जबकि एक सीट जनता दल (सेक्यूलर) के पाले में गई थी. इस बार जेडीएस एक सीट पर लीड कर रही है. पंजाब में बीजेपी साफ हो सकती है क्योंकि रुझानों में पार्टी एक भी सीट पर आगे नहीं दिख रही है. राज्य के 13 सीटों में से 7 पर कांग्रेस और तीन पर आम आदमी पार्टी (AAP) आगे है, जबकि 1 पर शिरोमणी अकाली दल का उम्मीदवार आगे है.
पंजाब में 2019 में बीजेपी को दो सीटें मिली थीं. तेलंगाना और ओडिशा में बीजेपी को राहत है. ओडिशा की 21 में से 18 पर और तेलंगाना की 17 में से 8 पर बीजेपी आगे है. 2019 में पार्टी को ओडिशा की 8 और तेलंगाना की 4 सीटों पर जीत मिली थी. रुझानों के हिसाब से इन दो राज्यों में बीजेपी की सीटें दोगुनी हो सकती हैं.