बिहार में एनडीए की नई सरकार में विभागों का बंटवारा हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कुल 9 मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा हुआ है। विभागों के बंटवारे के पहले सियासी गलियारे में इस बात की चर्चा थी कि नई सरकार में इस बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नहीं चलने वाला है और गृह विभाग समेत अन्य अहम विभाग बीजेपी अपने पार रखेगी लेकिन विभागों के बंटवारे से साफ हो गया है कि बीजेपी अब भी नीतीश कुमार के सामने नतमस्तक है।
दरअसल, नीतीश कुमार ने पाला बदला और बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बन गई। नीतीश की एनडीए में वापसी को उनकी मजबूरी करार दिया जा रहा था। नीतीश कुमार के साथ कुल 9 नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली लेकिन विभागों का बंटवारा नहीं हो सका था। विभागों के बंटवारे में हो रही देरी को लेकर कहा जा रहा था कि बीजेपी किसी भी हाल में गृह विभाग छोड़ने को तैयार नहीं है और गृह विभाग को लेकर ही विभागों के बंटवारे में पेंच फंस गया है।
मीडिया से लेकर तमाम राजनीतिक गलियारे में इस बात की चर्चा काफी तेज थी कि इस बार बीजेपी नीतीश के सामने झुकने वाली नहीं है और नई सरकार में बीजेपी बड़े भाई की भूमिका में होगी। कहा यह भी जा रहा था कि नीतीश कुमार को बीजेपी की हर एक बात माननी होगी हालांकि ऐसा नहीं हुआ। इस बार भी बीजेपी नीतीश की शर्तों पर ही सरकार में शामिल हुई है।
शपथ ग्रहण के 6 दिन बाद आखिरकार विभागों का बंटवारा हो गया। विभागों के बंटवारे से साफ हो गया है कि एनडीए की नई सरकार में भी नीतीश कुमार ही बड़े भाई हैं और बीजेपी ने जेडीयू के सामने हथियार डाल दिए हैं। जिन विभागों को लेकर कहा जा रहा था कि इस बार वे विभाग बीजेपी के पास जाएंगे वे जेडीयू के पास हैं। इसके साथ जो मलाईदार विभाग पिछली सरकार में आरजेडी के पास थे उसे भी जेडीयू ने अपने पास रखा है।
नीतीश कुमार ने गृह विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग के अलावा मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी और निर्वाचन समेत वैसे सभी विभाग जिनका बंटवारा नहीं हुआ है अपने पास रखा है। जबकि जेडीयू कोटे के मंत्री विजय कुमार चौधरी के पास जल संसाधन, संसदीय कार्य, भवन निर्माण, परिवहन, शिक्षा और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की जिम्मेवारी दी गई है। वहीं जेडीयू कोटे के बीजेन्द्र प्रसाद यादव को फिर से ऊर्जा विभाग का मंत्री बनाया गया है। इसके साथ ही साथ योजना एंव विकास, मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन ग्रामीण कार्य और अल्पसंख्यक कल्याण की जिम्मेवारी भी उन्हें दी गई है है।
वहीं नीतीश कैबिनेट में हमेशा से मंत्री रहे जेडीयू कोटे के श्रवण कुमार को ग्रामीण विकास, समाज कल्याण और खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग का मंत्री बनाया गया है जबकि निर्दलीय सुमित कुमार सिंह को विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा का विभाग मिला है। वहीं विभागों के बंटवारे में जीतनराम मांझी की पार्टी हम को झुनझुना थमा दिया गया है। मांझी एक और मंत्री पद की मांग कर सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन मंत्री पद की जगह मांझी के बेटे संतोष सुमन को दो विभागों का मंत्री बनाया गया है।
बीजेपी के मंत्रियों को मिले ये विभाग
नई कैबिनेट में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को वित्त विभाग, वाणिज्य कर विभाग, नगर विकास आवास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, खेल विभाग, पंचायती राज विभाग, उद्योग विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, विधि विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।जबकि बीजेपी कोटे से दूसरे डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा को कृषि विभाग, पथ निर्माण विभाग, राजस्व भूमि सुधार विभाग, गन्ना उद्योग विभाग, खान एवं भूतत्व विभाग, श्रम संसाधन विभाग, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, लघु जल संसाधन विभाग लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। बीजेपी कोटे से मंत्री बने प्रेम कुमार को सहकारिता विभाग, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, पर्यटन विभाग का जिम्मा सौंपा पाया गया है।