बिहार सरकार के द्वारा जारी किए गए जातीय गणना के आंकड़े पर बीजेपी को भरोसा नहीं है तो प्रधानमंत्री से कहकर देश में ही जातीय जनगणना करा लेना चाहिए। लेकिन ऐसा होने वाला है नहीं क्योंकि बीजेपी के जो प्रधानमंत्री है या फिर भारत सरकार में बैठे लोग हैं वो चाहते ही नहीं है कि देश में जातीय जनगणना हो। बिहार में सही तथ्यों के साथ जाति आधारित गणना हुई है। किसी के बोलने से कोई फर्क नहीं पड़ता। यह बातें बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कही है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि- हम इस पर ध्यान नहीं देते हैं कि कौन क्या चाहता है और क्या करेगा ? हमारी सरकार जनता की सेवा के लिए काम करती है। इसलिए हम सिर्फ उसी पर ध्यान देते हैं। उन्होंने भाजपा ने सवाल करते हुए कहा कि -भाजपा इतने दिनों से सरकार में कोई एक ऐसा राज्य बता दें जहां एकसाथ लाखों पदों के लिए बहाली आई हो। हकीकत तो यही है कि अब भाजपा को भी लगता है कि बिहार के महागठबंधन का कोई मुकाबला नहीं है।
वहीं, तेजस्वी यादव ने भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे और टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के बीच चल रहे विवाद को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा – आज जो सवाल पूछ रहे हैं या जो सच बोल रहे हैं उन पर एक्शन लिया जा रहा है। भाजपा के सांसद क्या-क्या करते हैं और नहीं करते हैं हर एक राजनेता पॉलिटिशियन उनके बारे में जानता है। महुआ पढ़ी-लिखी महिला है, जिस कॉलेज से पढ़ी है उस कॉलेज में एडमिशन मिलना बहुत मुश्किल होता है तो उनकी काबिलियत पर तो हम सवाल उठा ही नहीं सकते हैं, जो लोग ऐसा कर रहे हैं वह पार्लियामेंट का गुस्सा निकाल रहे हैं। चरित्र हनन करना बदनाम करना यह बीजेपी का पुराना मॉडल रहा है।
उधर, सीट शेयरिंग को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा -आप लोगों के कयास का बाजार भी चालू रहना चाहिए, सारी बातें पहले आ जाएंगे तो आप लोग बाकी दिन क्या दिखाएगा ? सीट बंटवार को लेकर बिहार में कहीं कोई कठिनाई नहीं है। जब विधानसभा में ब ज्यादा सीट थी तब बड़े आसानी से कर लिया गया तो यहां तो 40 सीट है। दिक्कत तो वहां होगा जो लोग कूद कूद कर गए हैं या फिर जिनको ले जाया गया है वहां कौन किसको क्या करेगा आप लोगों को पहले उसे पर बात करना चाहिए।