भाजपा नेता की नाबालिग बेटी से गैंगरेप का मामला सामने आया है. चार युवकों ने कार में नाबालिग लड़की से गैंगरेप किया है. दुष्कर्म के बाद दरिंदों ने लड़की को सड़क किनारे फेंक दिया। छात्रा लहूलुहान हालत में सड़क किनारे मिली है और उसके कपड़े फटे हुए थे।
पूरा मामला उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में जलालपुर थाना क्षेत्र का है. आरोप है कि थाना चोलापुर की पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है. वहीं, पुलिस ने पिता के साथ पीड़ित छात्रा को वापस भेज दिया. जौनपुर जनपद के जलालपुर थाना क्षेत्र के पराऊगंज चौकी अंतर्गत रेहारी गांव की दलित नाबालिग छात्रा को घर से शुक्रवार की सुबह 8 बजे विद्यालय जाते समय स्कॉर्पियो सवार चार नकाबपोश बदमाशों ने अगवा कर लिया।
नौ घंटे बाद यानी शाम चार बजे करीब वाराणसी के चोलापुर थाना क्षेत्र के दानगंज चौकी अंतर्गत आजमगढ़ बाईपास स्थित तराव गांव के पास छात्रा को फेंक कर भाग गए. छात्रा सड़क किनारे खून से लथपथ पड़ी थी. उसके कपड़े पूरी तरह से फटे हुए थे. बताया जा रहा है कि पीड़िता बेहोश हो गई थी. उसे स्थानीय लोगों ने उठाकर एक स्थान ले गया. चेहरे पर पानी छीड़कने के बाद छात्र को होश आया तो उसने लोगों को पूरी बात बताई।
जानकारी मिलते ही दानगंज चौकी प्रभारी आदित्य सेन सिंह पहुंचे। छात्रा को मेडिकल टीम बुलाकर इलाज कराया। और पुलिस जांच में जुट गई। थानागद्दी में लड़की के गायब होने की सूचना दी गई थी. सूचना पर छात्रा के पिता दानगंज पहुंचे. पिता को देखकर छात्र फफकार रो पड़ी. उसने बताया कि घर से विद्यालय आते समय चार बदमाशों ने अपहरण कर लिया था।
आप बीती सुनने के बाद पिता आग बबूला हो गए और तत्काल स्थानीय पुलिस को कार्रवाई की बात कही. चोलापुर की दानगंज पुलिस ने बिना किसी कार्रवाई के छात्र और उसके परिजनों को वापस जलालपुर थाना लौटा दिया। इस घटना को लेकर अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है उनका DNA TEST कराकर इंसाफ़ का रास्ता निकाला जाए न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए।
जो भी दोषी हो उसे क़ानून के हिसाब से पूरी सज़ा दी जाए, लेकिन अगर DNA TEST के बाद आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए। यही न्याय की मांग है।