बिहार के ग्रामीण कार्य विकास मंत्री और जेडीयू नेता श्रवण कुमार शुक्रवार को जमुई दौरे पर हैं। इस दौरान शेखपुरा पहुंचते ही पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान सर्किट हाउस में परतकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने बताया कि पैसे के अभाव में राज्य में मनरेगा का काम पूरी तरह से ठप है। साथ ही कहा कि पीएम आवास योजना के तहत 13 लाख लोग अभी भी पक्के मकान पाने की आस देख रहे हैं।
श्रवण कुमार ने केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरीराज सिंह को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि काम कम और भाषण अधिक देते हैं। उन्होंने कहा कि गिरीराज सिंह केंद्र में जब से ग्रामीण विकास मंत्री हुए हैं,तब से बिहार में केंद्र के सहयोग से चलने वाली ग्रामीण विकास की योजनाओं का बुरा हाल है। उन्होंने कहा केंद्र बिहार के मनरेगा की बड़ी राशि रोके हुए है,जिससे काम बंद हैं और बड़ी संख्या में मजदूर पलायन करने को मजबूर हैं। मनरेगा की मजदूरी की 88 करोड़ और सामाग्री का 1100 करोड़ रुपया केंद्र अपने पास रखे हुए है। इस बकाए की वजह से राज्य में हजारों मनरेगा मजदूरों की मजदूरी लंबे समय से बाकी है।
उन्होंने कहा कि पहले की ली गई मनरेगा की योजना में भी केंद्र में अपने मन से 30 प्रतिशत की कटौती कर दी है। बिहार में प्रधानमंत्री आवास योजना का रुपया तो दूर केंद्र लक्ष्य तक नहीं दे रहा है। वर्ष 2018-19,वर्ष 2022-23 तथा वर्ष 2023-24 के लिए आवास योजना का लक्ष्य अभी तक नहीं दिया है। केंद्र की इस लापरवाही की वजह से बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी 13 लाख परिवार पक्के मकान की प्रतीक्षा सूची में हैं,जो घर की आस लगाए हैं। मंत्री ने कहा कि केंद्रीय मंत्री, बिहार को मदद क्या हमारा वास्तविक हक भी नहीं दे रहा है और दिल्ली में बैठकर बड़े-बड़े भाषण करने में लगे हैं। केंद्र के मंत्री काम कम और हल्ला अधिक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जाति गणना रिपोर्ट से बीजेपी की जमीन खिंसक गई है।