12 फरवरी को विधानसभा में होने वाले फ्लोर टेस्ट से पहले बिहार बीजेपी ने विधायकों को एक साथ रखने के लिए बोधगया में कार्यशाला का आयोजन किया है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह वर्चुअली इस वर्कशॉप को संबोधित कर सकते हैं. दरअसल, पिछले कुछ दिनों से चर्चा थी कि राष्ट्रीय जनता दल की ओर से भारतीय जनता पार्टी के विधायकों को तोड़ने की कोशिश की जा रही है, जिसके बाद पार्टी ने सभी को एकजुट रखने के लिए बोधगया भेजने का फैसला किया है।

बोधगया में बीजेपी विधायकों की बाड़ेबंदी!: फ्लोर टेस्ट को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के तेवर एक जैसे हैं. विधायकों के आंकड़े थोड़े इधर-उधर हुए तो सत्ता की बागडोर का पलड़ा किसी ओर भी झुक सकता है. विशेष प्रशिक्षण शिविर के बहाने गया बोधगया में बीजेपी के सभी 78 विधायकों, सभी एमएलसी और पार्टी पदाधिकारियों को बुलाया गया है. शनिवार से विशेष प्रशिक्षण शिविर शुरू होगा, जो रविवार को भी चलेगा. सोमवार को फ्लोर टेस्ट होना है।

अमित शाह कर सकते हैं संबोधित: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह वर्चुअल तरीके से इस प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करेंगे. फिलहाल माना जा रहा है कि यह फ्लोर टेस्ट से पहले बीजेपी विधायकों एक पाले में रखने की बीजेपी केंद्रीय कमेटी की रणनीति में से एक है, जिसे विशेष प्रशिक्षण शिविर का नाम दिया गया है।

प्रशिक्षण शिविर के बाद एक साथ जाएंगे पटना: मिशन 2024 के तहत आयोजित राज्य स्तरीय शिविर में बिहार बीजेपी के सभी विधायक और एमएलसी शामिल होंगे. डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करेंगे. वहीं जानकारी के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस प्रशिक्षण शिविर को वर्चुअल तरीके से संबोधित करेंगे. इसमें बीजेपी के बिहार राज्य प्रभारी विनोद तावड़े सहित केंद्रीय कमेटी के अनेक प्रतिनिधियों के भी शामिल होने की संभावना जताई जा रही है. खबर है कि सभी विधायक गया से एक साथ ही पटना पहुंचेंगे।

बिहार विधानसभा का गणित: 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में एनडीए के पास 128 विधायक हैं, जिनमें बीजेपी के 78, जेडीयू के 45, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के 4 और एक निर्दलीय विधायक हैं. वहीं, महागठबंधन के पास 114 विधायक हैं, जिनमें आरजेडी के 79, कांग्रेस के 19 और वाम दलों के 16 विधायक हैं. इसके अलावे उनको एआईएमआईएम के एक विधायक का भी समर्थन मिल सकता है. बहुमत का आंकड़ा 122 है, ऐसे में अगर सत्ता पक्ष के 7 विधायक भी पाला बदलते हैं तो खेल हो सकता है. सियासी गलियारों में चर्चा है कि आरजेडी की ओर से जेडीयू और बीजेपी के विधायकों से संपर्क साधा जा रहा है।