एक तरफ बिहार की सियासत दिन-ब-दिन गर्म होती दिख रही है तो वहीं दूसरी तरफ बिहार में पक्ष-विपक्ष के द्वारा बयानबाजियों का दौर शुरू है. इन सबके बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संयोजक बनने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया, जिसके बाद बिहार कि सियासत और गरमा गई है. बता दें कि इंडिया गठबंधन की वर्चुअल बैठक में शनिवार (13 जनवरी) को यह साफ हो गया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संयोजक नहीं बनेंगे, क्योंकि नीतीश कुमार ने खुद इस प्रस्ताव को ठुकराया है. अब सूत्रों से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को संयोजक बनाने की बात आ रही है. नीतीश कुमार के इनकार के बाद अब इसे लेकर बिहार में सियासत पूरी तरह से तेज हो गई है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि, ”इंडिया गठबंधन में नीतीश कुमार का सपना तोड़ने का काम किया गया है।
आपको बता दें कि सम्राट चौधरी ने कहा कि, ”नीतीश कुमार जी को तो हम लोगों से अलग इसीलिए किया गया था कि देश के प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनाया जाएगा, लेकिन इंडिया गठबंधन के लोगों ने नीतीश कुमार जी का सपना तोड़ने का काम किया. इतने लंबे समय तक सवा साल से इसलिए लगे थे कि इन्हें प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित किया जाएगा, लेकिन लोगों ने उन्हें प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित नहीं किया।
इसके साथ ही आपको बता दें कि आगे बीजेपी नेता सम्राट चौधरी ने कहा कि, ”यह स्पष्ट है कि कांग्रेस सिर्फ अपनी ही पार्टी की चिंता करती है. देश के गठबंधन से उनका कोई लेना देना नहीं है. पहले भी कई सरकारें बनीं थीं, चाहे चौधरी चरण सिंह की सरकार हो या चंद्रशेखर सिंह की या यूनाइटेड फ्रंट की, सभी सरकारों में कांग्रेस ने पैर खींचने का काम किया था. आज भी चाहे नीतीश कुमार जी हों, ममता बनर्जी हों या उद्धव ठाकरे हों सभी में कांग्रेस पैर खींचने का काम कर रही है.” वहीं अब सम्राट चौधरी के इस बयान पर बिहार में और सियासत हो रही है।
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव को लेकर लगातार भारतीय गठबंधन के नेताओं की बैठकें हो रही हैं. सबकी निगाहें सीटों के बंटवारे पर भी टिकी हैं कि ये कैसे यह हो पाता है और इसका फॉर्मूला क्या होगा. हालांकि, एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को इंडिया अलायंस का अध्यक्ष चुना गया है।