बिहार के सुल्तानगंज-अगुवानी पुल के ध्वस्त होने के बाद से सियासत जारी है. इस बीच शुक्रवार को बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने अगुवानी पुल का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद सीएम नीतीश पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ऐसे मुख्यमंत्री को चुल्लू भर पानी में डूब कर मर जाना चाहिए. सम्राट चौधरी के इस बयान पर जदयू के बाद अब आरजेडी ने भी पलटवार किया है. आरजेडी ने तो यहां तक कह दिया कि बीजेपी को तो चुल्लू भर पानी भी नसीब नहीं होगा।
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि पुल गिरने पर भारतीय जनता पार्टी बेचैन है. उनको पता है कि इस भ्रष्टाचार के खेल में बीजेपी शामिल है. हर एक चीज की जांच हो रही है. दोषियों पर कार्रवाई होगी और जो कंपनी है उसके कॉन्ट्रैक्टर से जुर्माना वसूला जाएगा. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष कह रहे हैं कि नीतीश कुमार को चुल्लू भर पानी में डूब जाना चाहिए. हम तो कहते हैं कि बीजेपी को चुल्लू भर पानी भी नहीं मिलेगा. हम लोग एक-एक चीज की पोल खोलेंगे और कठोर कार्रवाई होगी. जब बीजेपी शासन में थी तब यही पुल हवा में गिरा था।
इससे पहले जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने सम्राट चौधरी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें बोलने की बीमारी हो गई है. सम्राट चौधरी नीतीश कुमार के विरोध में इतना अलबला गए हैं कि पता नहीं क्या-क्या बोल रहे हैं. सम्राट चौधरी क्यों बेचैन हो रहे हैं. बीजेपी ने तो पहले ही साफ कर दिया है कि आरएसएस बैकग्राउंड वाला ही कोई बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री होगा. सम्राट चौधरी चाहे जितना भी उछल लें कुछ होना जाना नहीं है. सब लोग समझ रहे हैं कि सम्राट चौधरी अपने पिता के अधूरे सपने को पूरा करने के लिए बीजेपी में गए हैं।
बता दें कि बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी पुल गिरने के बाद निरीक्षण करने पहुंचे थे. इस दौरान सम्राट चौधरी ने कहा कि मैं यहां पहले पीपा पुल बनाना चाहता था. बाद में 2012 में यहां पर एक फुल स्ट्रक्चर्ड पुल बनाने का सपना देखा. 2014 में पुल बनाने की स्वीकृति दिलाकर हमलोगों ने शिलान्यास करवाया. मैं क्या जानता था कि एक इंजीनियर मुख्यमंत्री बिहार में हो और पूरी की पूरी इंजीनियरिंग ही फेल हो गई. यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि ऐसे मुख्यमंत्री जो अपने आप को इंजीनियर कहते हैं इनको तो चुल्लू भर पानी में डूब कर मर जाना चाहिए।