राजद सुप्रीमो लालू यादव ने शनिवार को मांग की कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्मरण में स्मृति स्थल का निर्माण हो. पटना में संवाददाताओं से बात करते हुए लालू यादव ने कहा कि दिल्ली में मनमोहन सिंह के लिए स्मारक बनना चाहिए. कांग्रेस की ओर से केंद्र सरकार से की गई यह मांग बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि वे भी मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री काल में केंद्र में मंत्री थे. मनमोहन सिंह की उपलब्धियों को देखते हुए स्मारक का निर्माण होना ही चाहिए. केंद्र सरकार को इस पर निर्णय लेना चाहिए.
वहीं भाजपा सरकार बनने को अटल बिहारी वाजपेयी को सच्ची श्रद्धांजलि बताने वाले उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा के बयान पर भी लालू यादव ने चुटकी ली. 25 दिसम्बर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जयंती पर विजय सिन्हा ने कहा था कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बिहार को जंगलराज से मुक्त कराया है. लेकिन अभी मिशन पूरा नहीं हुआ है. बिहार में अपनी सरकार ही अटल बिहारी वाजपेयी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
लालू यादव ने विजय सिन्हा की इस टिप्पणी पर कहा कि यह भाजपा ही जाने. नीतीश कुमार को हटाकर भाजपा कुर्सी पर काबिज होना चाहती है के सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग यह बता सकते हैं. गौरतलब है कि विजय सिन्हा के बयान के बाद काफी बवाल हुआ था. बाद में भाजपा ने सफाई दी थी कि उनके बयान का मतलब नीतीश कुमार को हटाने से नहीं था.
नीतीश पर नानुकर
गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले दिनों एक इवेंट में कहा था कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में नेतृत्व कौन करेगा इसका फैसला बाद में होगा. वहीं बिहार भाजपा के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने पहले नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव में उतरने की बातें कहीं. लेकिन एक दिन बाद ही वे अपनी बातें से पलट गए. हालाँकि जब ऐसी खबरें आने लगी कि भाजपा नेताओं के ऐसे बयान से जदयू नाराज है तब भाजपा ने फिर से नीतीश कुमार ही नेतृत्व करेंगे वाला बयान दिया. वहीं राजद ने पूरे प्रकरण में नीतीश कुमार को ऑफर दिया जिससे नीतीश के पलटने की कयासबाजी चलने लगी.