अयोध्या में राम मंदिर को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मंगलवार को हुई अहम बैठक में यह फैसला लिया गया है कि 22 जनवरी को दिवाली जैसा माहौल बनाया जाएगा और इसके लिए भाजपा कार्यकर्ताओं को निर्देश भी जारी किए गए हैं.
इसके साथ ही कार्यकर्ताओं से यह भी कहा गया है कि वे 22 जनवरी को सभी लोगों को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को दिखाएं. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, “व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि सभी लोग अच्छे से दर्शन कर सकें. किसी को असुविधा ना हो. बिना भेदभाव के दर्शन करवाना है.”
बैठक में 22 जनवरी के बाद आमलोगों को राम मंदिर का दर्शन करने के लिए सहयोग करने के लिए कहा गया है. नड्डा ने कहा कि भाजपा हर बूथ लेबल से कार्यकर्ताओं को राम मंदिर का दर्शन कराएगी और इसके लिए 25 जनवरी से 25 मार्च तक मुहिम चलाई जाएगी, जिसके तहत भाजपा कार्यकर्ताओं को राम मंदिर का दर्शन कराएगी.
यह भी बताया गया है कि एक दिन में तकरीबन 50 हजार लोगों को राम मंदिर का दर्शन कराया जाएगा और इन 50 हजार लोगों की रुकने की व्यवस्था अयोध्या में भाजपा नेताओं की तरफ से की जा रही है. श्रद्धालुओं के अयोध्या आने के लिए रोजाना 35 ट्रेनें भी चलाई जाएंगी, ये ट्रेनें 430 शहरों से चलाई जाएंगी. वर्तमान में 37 ट्रेनें रोजाना अयोध्या से गुजर रही हैं.
बैठक में कार्यकर्ताओं से कहा गया, “भाजपा हर बूथ से आम लोगों को राम मंदिर के दर्शन करने के लिए लोगों को भेजेगी. सभी लोग अपने पैसे से ही दर्शन करने जाएंगे. भाजपा नेता सिर्फ़ सहयोग और व्यवस्था करेंगे, जिसके लिए राज्य, लोकसभा और विधानसभा स्तर पर संयोजक नियुक्त किया गया है.” नड्डा ने यह भी कहा कि राम मंदिर के दर्शन के लिए जाने वाले लोग भाजपा के झंडे का इस्तेमाल नहीं करेंगे.
बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह के अलावा, बीएल संतोष, सुनील बंसल, विनोद तावड़े, तरुण चुघ, दुष्यंत गौतम और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद थे. इसके अलावा, उत्तर प्रदेश से बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, संगठन महामंत्री धर्मपाल और राजेश्वर सिंह भी बैठक के लिए पहुंचे थे. बैठक में तकरीबन 150 लोग शामिल थे.
मंदिर न्यास के महासचिव चंपत राय ने एक दिन पहले कहा कि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर की जाएगी. उन्होंने देशभर के लोगों से इस अवसर को उत्सव के रूप में मानने का अनुरोध किया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुछ दिन पहले लोगों से अपील की थी कि वे 22 जनवरी को राम मंदिर में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के दिन को ‘दीपावली’ के रूप में मनाने के लिए अपने घरों में विशेष दीये जलाएं. परंपरागत नागर शैली में बने राम मंदिर परिसर की लंबाई (पूर्व से पश्चिम) 380 फुट होगी और इसकी चौड़ाई 250 फुट और इसकी ऊंचाई 161 फुट होगी। मंदिर का हर मंजिल 20 फुट ऊंचा होगा और इसमें कुल 392 खंभे और 44 फाटक होंगे.