बोकारो वन भूमि घोटाला: ईडी की ताबड़तोड़ छापेमारी, झारखंड-बिहार में 16 ठिकानों पर एक साथ रेड

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रांची/पटना:

बोकारो वन भूमि घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए झारखंड और बिहार में एक साथ 16 ठिकानों पर छापेमारी की है। अधिकारियों ने बताया कि यह छापेमारी घोटाले से जुड़े संदिग्ध दस्तावेज, लेनदेन और लोगों की भूमिका की जांच के लिए की गई है।

क्या है बोकारो वन भूमि घोटाला?

यह मामला झारखंड के बोकारो जिले के मौजा तेतुलिया इलाके से जुड़ा है, जहां लगभग 103 एकड़ संरक्षित वन भूमि को कथित रूप से धोखाधड़ी के जरिए अधिग्रहण कर अवैध रूप से बेचा गया। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इस जमीन की बिक्री में फर्जी दस्तावेजों का उपयोग किया गया और सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं।

ईडी की छापेमारी कहां-कहां?

अधिकारियों के मुताबिक, यह कार्रवाई झारखंड और बिहार के करीब 16 विभिन्न स्थानों पर की गई। इनमें रांची, बोकारो, पटना और गया जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं। छापेमारी के दौरान ईडी को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, डिजिटल सबूत और संदिग्ध लेन-देन से जुड़ी जानकारी हाथ लगी है।

कई प्रभावशाली लोग घेरे में

सूत्रों की मानें तो इस घोटाले में कई प्रभावशाली लोग, ब्यूरोक्रेट्स, और बिचौलिए शामिल हो सकते हैं। ईडी अब उन सभी लोगों की भूमिका की जांच कर रही है, जिन्होंने वन भूमि के अधिग्रहण और उसके बाद की बिक्री में भागीदारी निभाई।

घोटाले की जांच तेज

ईडी की इस छापेमारी से यह साफ हो गया है कि एजेंसी इस मामले में शून्य सहनशीलता की नीति पर काम कर रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही इस मामले में पूछताछ और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।

आगे क्या?

बोकारो वन भूमि घोटाला सिर्फ एक जमीन का मामला नहीं है, यह पर्यावरण संरक्षण, सरकारी नियमों की अवहेलना और काले धन के नेटवर्क से जुड़ा बड़ा केस बनता जा रहा है। ईडी की जांच से आने वाले दिनों में कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।

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