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दोनों बिटिया एक साथ बनी अफसर, एक बनी पंचायत सीईओ तो दूसरी बनी नायब तहसीलदार, घर में जश्न का माहौल शुरू

एमपीपीएससी 2021 का रिजल्ट सागर के एक परिवार को दोहरी खुशी लेकर आया है. चौबे परिवार में दो चचेरी बहनों ने एक साथ मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा उत्तीर्ण की है. जिसमें एक बहन का चयन नायब तहसीलदार के पद पर हुआ है, तो दूसरी बहन जनपद पंचायत सीईओ के पद पर चयनित हुई है.

वहीं, डीएसपी पद के लिए उनका वेटिंग है. सागर जिले से करीब आधा दर्जन अभ्यर्थियों का एमपीपीएससी में विभिन्न पदों में चयन हुआ है. जिसमें अनुराग राजपूत की प्रदेश में दूसरी रैंक है. वह डीएसपी के लिए चयनित हुए हैं.इसी तरह रजत सोनी का डिप्टी कलेक्टर पद के लिए चयन हुआ है.

हिलगन गांव के रहने वाले और विश्वविद्यालय में एलडीसी के पद से पिछले महीने सेवानिवृत्त रामप्रकाश चौबे की बेटी आस्था चौबे का चयन नायब तहसीलदार पद पर हुआ है. आस्था ने 2019 में परीक्षा दी थी, मेंस की परीक्षा उन्होंने पास की परंतु प्रीलम्स के रिवाइज्ड रिजल्ट में उनका नाम नहीं आने के कारण वे इंटरव्यू में शामिल नहीं हो सकीं. हालांकि, अब उन्होंने सफलता हासिल की,आस्था ने अपनी स्कूल की पढ़ाई ढाना केंद्रीय विद्यालय से की थी और डिग्री कॉलेज से ग्रेजुएशन किया था. इसके बाद उन्होंने एमपीपीएससी की तैयारी शुरू की थी.

रामप्रकाश के भाई सब इंस्पेक्टर हरिओम चौबे की बेटी प्राची चौबे का चयन जनपद सीईओ के पद के लिए हुआ है. वर्तमान में तिरुपतिपुरम कॉलोनी निवासी प्राची डीएसपी के पद के लिए भी वेटिंग में शामिल हैं. प्राची ने वर्ष 2020 में पहले प्रयास में मप्र उच्च परीक्षा राज्य लोक सेवा आयोग में नायब तहसीलदार का पद हासिल किया था. वर्तमान में वे उज्जैन में पदस्थ हैं.

2021 की परीक्षा में भी सफल रहीं. पिछले साल इनकी शादी विवाह के बिजनेसमैन से हुई थी. प्राची ने अपनी स्कूल की पढ़ाई सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल से की थी. फिर डॉक्टर हरि सिंह गौर यूनिवर्सिटी से फॉरेंसिक से ग्रेजुएशन किया था. जिसमें वह टॉपर रही थी प्राची दसवीं कक्षा से ही बच्चों को कोचिंग पढ़ने लगी थी. फिर, इंदौर पहुंच गई थी जहां सेल्फ स्टडी के दम पर उन्होंने दो बार इस परीक्षा को पास किया है.