राजधानी पटना के दीघा थाना क्षेत्र के दीघा एम्स एलिवेटेड रोड के पिलर नंबर 257 के पास स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल में जच्चा और बच्चा की मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि दोनों की मंगलवार देर शाम को ही मौत हो गई लेकिन डॉक्टर हमसे झूठ बोलते रहे कि दोनों जिंदा है. आज सुबह मौत के बारे में बताया गया.
जच्चा-बच्चा की मौत: शाहपुर थाना क्षेत्र के जमसौता निवासी मुकेश पासवान ने अपनी पत्नी राजमणि देवी (29 वर्ष) की डिलीवरी के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया था. जहां ऑपरेशन के दौरान जच्चा और बच्चा मौत हो गई, जिसकी जानकारी परिजनों को आज सुबह हुई. मौत की जानकारी मिलते के बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. अस्पताल में मौजूद किसी ने इस बात की सूचना डायल 112 को दी. जिसके बाद दीघा थाना और राजीव नगर थाना की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और आक्रोशित परिजनों को शांत कराया.
परिजनों का अस्पताल पर गंभीर आरोप: इस संबंध में मृतका के पति मुकेश पासवान ने बताया कि मंगलवार की सुबह 9.30 बजे के करीब मैंने अपनी पत्नी को प्रसव के लिए भर्ती करवाया था. लगातार हॉस्पिटल से रुपयों की मांग की जा रही थी, जो हमलोग जमा भी करवा रहे थे. शाम में डॉक्टर ने कहा कि महिला की हालत ठीक नहीं है. ऑपरेशन के समय खून चढ़ाना पड़ेगा, जिसके बाद हमलोग महावीर वातस्लय अस्पताल से दो यूनिट खून लेकर पहुंचे लेकिन तब तक ऑपरेशन कर दिया गया था. उसी दौरान मेरी पत्नी की मौत हो गई.
“भर्ती लेने के बाद डॉक्टर ने कहा कि बच्चा मर गया है लेकिन नॉर्मल ऑपरेशन हो जाएगा. फिर बोला कि ऑपरेशन करना पड़ेगा. जितना पैसा बोला, काउंटर पर जमा कर दिए. उसके बाद खून लाने बोला. हम खून लाने गए, उधर ऑपरेशन कर दिया. उसी में मेरी पत्नी भी मर गई.”- मुकेश पासवान, मृतक महिला का पति
क्या बोले थानाध्यक्ष?: वहीं मौके से अस्पताल के कर्मचारी फरार हो गए हैं. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए दानापुर अनुमंडल अस्पताल भेज दिया है. साथ ही मामले की छानबीन शुरू कर दी है. दीघा थानाध्यक्ष बृजकिशोर सिंह ने कहा कि मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी गई है.
“प्रसूता के लिए आई महिला की ऑपरेशन के दौरान मौत हो गई है. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए दानापुर अनुमंडल अस्पताल भेज दिया गया है. मृतका के परिजनों के द्वारा आवेदन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.”- बृजकिशोर सिंह, थानाध्यक्ष, दीघा थाना