उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में रहने वाले शख्स को 23 साल बाद उनकी खरीदी हुई एक दुकान का मालिकाना हक मिला है. एक दुकान के इतने साल बाद मालिकाना हक मिलने की चर्चा सभी जगह हो रही है. आखिर ऐसा क्या खास है इस दुकान में. दरअसल ये दुकान मुंबई बम धमाकों के मास्टरमाइंड और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की थी. जब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने इस दुकान की नीलामी की थी तो इसे फिरोजाबाद में रहने वाले हेमंत जैन ने खरीद ली थी. लंबी कानूनी जंग के बाद उन्हें इस दुकान का मालिकाना हक मिला है.
मुंबई के जयराज भाई स्ट्रीट इलाके में चार फीट संकरी गली में मौजूद 144 वर्ग फीट की दुकान मौजूद है. अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद की इस दुकान को आयकर विभाग से 20 सितंबर 2001 को नीलामा किया था. उस वक्त हेमंत ने बड़े भाई पीयूष की मदद के बाद इस दुकान को 2 लाख रुपये में खरीद लिया था. उन्होंने इस दुकान को खरीद तो लिया था लेकिन मालिकाना हक मिलने में 23 साल का समय लग गया.
नीलामी में खरीदी थी दुकान
हेमंत ने बताया कि नीलामी में संपत्ति खरीदने के बाद उन्होंने काफी लंबा संघर्ष किया है. उन्होंने बताया कि आयकर विभाग के अधिकारी भी दुकान के मालिकाना हक के मामले में उनका सहयोग नहीं कर रहे थे. हेमंत लगातार इस दुकान के मालिकाना हक के लिए लड़ते रहे. रजिस्ट्रार कार्यालय में नीलामी से संबंधित फाइल 2017 में गायब ही कर दी थी. उन्होंने पीएमओ के लिए भी कई सारे लेटर लिखे थे.
कब्जा लेने की कवायद शुरू
मामले को लेकर हेमंत कोर्ट तक भी पहुंचे. आखिर में उन्होंने पांच साल तक भागदौड़ के बाद भी जब कोई सफलता नहीं मिली तो उन्होंने पूरा पैसा चुकाने के बाद संपत्ति हस्तांतरित कराने का निर्णय लिया. करीब 5 साल तक भागदौड़ करने के बाद आखिरकार उन्होंने 19 सितंबर 2024 को उनके नाम पर रजिस्ट्री हो गई. वर्तमान में इस दुकान पर दाऊद इब्राहिम के गुर्गों का ही कब्जा बताया जा रहा है. हेमंत ने अब इस दुकान पर कब्जा लेने की कवायद शुरू कर दी है.