Voice Of Bihar

खबर वही जो है सही

BPSC 67th Result 2023: बेगूसराय के नियोजित शिक्षक को मिला 146वां रैंक, बनेंगे सब इलेक्शन ऑफिसर

GridArt 20231029 094330827

बेगूसराय के रहने वाले शिक्षक अविनाश कुमार कोबीपीएससी में 146वां रैंक हासिल हुआ है. उनका चयन सब इलेक्शन ऑफिसर के पद के लिए हुआ है. अविनाश के सफल होने पर नियोजित शिक्षक संगठनों में काफी खुशी देखने को मिल रही है. शिक्षक संगठनों का कहना है कि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में नियोजित शिक्षक सफलता के झंडे गाड़कर यह साबित कर रहे हैं कि नियोजित शिक्षकों में मेधा की कोई कमी नहीं है।

शिक्षक संघ ने अविनाश को बधाई दी: टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक राजू सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि 67वीं बीपीएससी में कई नियोजित शिक्षकों का चयन हुआ है. वह बीपीएससी उत्तीर्ण सभी अभ्यर्थियों को बधाई देते हैं. उन्होंने कहा कि बेगूसराय जिला के पपरौर निवासी टीईटी शिक्षक अविनाश कुमार का चयन 146वीं रैंक लाकर सब इलेक्शन ऑफिसर के पद के लिए हुआ है।

बेगूसराय के नियोजित शिक्षक बीपीएससी में उतीर्ण:अविनाश कुमार मध्य विद्यालय बथौली प्रखण्ड बरौनी में कार्यरत थे. अविनाश कुमार की सफलता से नियोजित शिक्षक गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. अविनाश कुमार टीईटी प्रारंभिक शिक्षक के बेगूसराय जिला प्रवक्ता भी रहे हैं।

बीपीएससी के शिक्षक भर्ती में बड़ी संख्या में नियोजित टीईटी शिक्षकों ने सफलता पाकर अपनी मेधा का लोहा मनवाने के बाद बीपीएससी की 67वीं की मुख्य परीक्षा में भी अपने मेधा का डंका बजा दिया है. अविनाश कुमार समेत तमाम सफल अभ्यर्थियों को शुभकामनाएं”-राजू सिंह, संयोजक, टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ

शिक्षक संघ की सरकार से मांग:राजू सिंह ने कहा कि नियोजित शिक्षक नकारे होने का सामाजिक मिथक को लगातार तोड़कर अपने मेधावी होने का परिचय दे रहे हैं. सरकार अविलम्ब सभी नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दे और तमाम सुविधाओं में बढ़ोत्तरी करे ताकि मेधावी नियोजित शिक्षकों का शिक्षा विभाग से पलायन रुक सके. नियोजित शिक्षकों के मेधा का यदि अपमान किया जाएगा तो शिक्षा विभाग से यह शिक्षक पलायन करते रहेंगे और इसका नुकसान प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को होगा।


Discover more from Voice Of Bihar

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Submit your Opinion

Discover more from Voice Of Bihar

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading