मोतिहारीः बिहार प्रशासनिक सेवा 67 वीं परीक्षा का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया गया है. पूर्वी चंपारण जिला तुरकौलिया प्रखंड स्थित कवलपुर गांव की रहने वाली नगमा तबस्सुम को बीपीएससी परीक्षा में 52 वीं रैंक आया है. परिवारिक जिम्मेवारियों का निर्वहन करते हुए नगमा ने बीपीएससी परीक्षा में अपने तीसरे प्रयास में यह सफलता हासिल की. नगमा तबस्सुम ने अपने दो बच्चों की देखभाल के साथ पढ़ाई की।
परिवार का सहयोग मिलाः नगमा की मानें तो उसके श्वसुर का सपना था कि वह सिविल सर्विस की परीक्षा में सफलता प्राप्त करे. जिनकी प्रेरणा से दो बार असफलता मिलने के बाद भी नगमा ने हार नहीं मानी. तीसरे प्रयास में बीपीएससी क्रैक कर लिया. नगमा तबस्सुम की सफलता की खबर मिलते ही बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. परिवार के लोग हर आने जाने वालों को मिठाई खिला रहे हैं. घर में उत्सवी माहौल है. इस खुशी के मौके पर नगमा ने कहा कि परिवार के लोगों का काफी सहयोग मिला।
चैलेंज तो बहुत बड़ा था और जर्नी भी थोड़ी लंबी हो गई. मेरे परिवार के लोगों के सपोर्ट से यह सफलता मिली है. मेरी मां, बहन, भाई, पिताजी और मेरे पति ने मुझे काफी सपोर्ट किया. घर में पढ़ाई का माहौल था, इसी कारण यह रिजल्ट संभव हो पाया है.” – नगमा तबस्सुम, बीपीएससी की सफल प्रतिभागी
नगमा की सफलता का मंत्रः नगमा ने बताया कि परीक्षा का स्ट्रक्चर काफी कठिन है. इसके लिए थोड़ा समर्पण चाहिए. काफी लंबे समय तक कठिन परिश्रम खुद करना पड़ता है. क्योंकि हर साल परीक्षा का नेचर काफी कठिन होता जा रहा है. इसके लिए दृढ़ता बहुत महत्वपूर्ण है. इसके लिए धैर्य रखना होगा. आप बहुत इंटेलिजेंट हो सकते हैं और जीनियस हो सकते हैं, लेकिन इस परीक्षा के लिए लंबे समय तक कठिन परिश्रम और टाइम मैनेजमेंट बहुत जरूरी है. तभी परीक्षा में सफलता मिल सकती है।
परिवार का नाम रोशन किया: नगमा तबस्सुम की मां नुमाया बेगम ने बताया कि बचपन से ही पढ़ने में तेज थी. पढ़ाई के प्रति उसकी रुची थी, इसलिए हमलोगों ने उसको आगे बढ़ने का मौका दिया और सहयोग किया. हमलोगों की इच्छा थी कि मेरी बेटी आगे चलकर कुछ बने और हमलोगों का नाम रोशन करे. मेरी बेटी ने हमलोगों का नाम रोशन कर दिया है।
पति जेई हैंः नगमा ने हाइस्कूल तक की पढ़ाई तुरकौलिया से की. अलीगढ़ विश्वविद्यालय से प्लस टू किया. वहीं इंटीग्रल यूनिवर्सिटी से बीटेक और अलीगढ़ यूनिवर्सिटी से कम्प्यूटर साइंस में एमटेक किया. अपने श्वसुर की प्रेरणा से बीपीएससी की तैयारी शुरु की. उनका चयन बिहार प्रशानिक सेवा में एसडीओ पद पर हुआ है. नगमा तब्बसुम के पति इशराक अहमद पूर्वी चंपारण जिला की सुगौली नगर पंचायत में जेई पद पर हैं. उनको एक बेटी और एक बेटा है. बेटी इफरा इशराक सेकेंड स्टैंडर्ड की छात्रा है और बेटा इमाद इशराक काफी छोटा है।