बिहार के बेगूसराय में पुलिस ने एक फर्जी शिक्षिका को गिरफ्तार किया है. ये गिरफ्तारी उस वक्त हुई जब शिक्षका डीईओ कार्यालय में नवनियुक्त शिक्षकों के वेरिफिकेशन में थंब इंप्रेशन देने पहुंची थी. वेरिफिकेशन के दौरान शिक्षिका का ना तो फोटो मिला और ना ही थंब इंप्रेशन. जिसके बाद उन्हें शक के बिना पर गिरफ्तार कर नगर थाना के सुपुर्द कर दिया गया।
रघुनंदन विद्यालय की शिक्षिका गिरफ्तार
बताया जाता है कि शिक्षिका 15 नवंबर को प्राथमिक विद्यालय रघुनंदन में पदस्थापित हुईं थीं, जो मुंगेर जिला की रहने वाली हैं. अंदाजा लगाया जा रहा है कि बीपीएससी द्वारा शिक्षकों के लिए आयोजित परीक्षा में परीक्षा केंद्र में इस शिक्षिका के बदले किसी दूसरे ने परीक्षा दी थी. नौकरी के 2 महीने पूरा होने के बाद अब वेरिफिकेशन में फर्जी शिक्षिका की पोल खुल गई।
नगर थाना के सुपुर्द हुई शिक्षिका
इस संबंध मे जिला अंकेक्षण पदाधिकारी परान अनि ने बताया कि जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में फेज वन के तहत नियुक्त शिक्षकों के वेरिफिकेशन का काम चल रहा है, जिसमें वह मजिस्ट्रेट के रूप में प्रतिनियुक्ति थे. जांच के क्रम में पाया गया कि शिक्षिका का ना तो फोटो मिला था नहीं बायोमेट्रिक उसके आधार पर फर्जी की पहचान की गई. इसके बाद उक्त शिक्षिका को नगर थाना के सुपुर्द कर दिया गया।
दो महीने पहले 15 नवंबर को शिक्षिका ने मेरे विद्यालय में अपना योगदान दिया था. इस दौरान वह विद्यार्थियों को पढ़ाने का काम कर रही थीं. आज वो जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में थंब इंप्रेशन और वेरिफिकेशन के लिए पहुंची थी. जहां इस फर्जी वाडे का खुलासा हुआ”- रिंकी कुमारी, प्रधानाचार्य, स्कूल