बिहार लोक सेवा आयोग(बीपीएससी) की शिक्षक भर्ती परीक्षा की तैयारी पूरी हो चुकी है. परीक्षा 15 मार्च को है. इसके जरिए शिक्षकों के 87 हजार 774 पदों पर नियुक्ति की जाएगी. राजधानी पटना में 30 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए बुधवार तक सेंटर कोड जारी कर दिया जाएगा।
बिहार लोक सेवा आयोग(बीपीएससी) की शिक्षक भर्ती के तीसरे चरण की परीक्षा 15 मार्च को है. पहली पाली के लिए 2.14 लाख अभ्यर्थियों ने आवदेन किया है. इनके लिए 415 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. दूसरी पाली में 1.60 लाख अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे. इनके लिए 217 केंद्र हैं।
बीपीएससी ने अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र पर ढ़ाई घंटे पहले पहुंचने की सलाह दी है. एक घंटा पहले एंट्री बंद कर दी जाएगी. उसके बाद किसी को परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं मिलेगा. परीक्षा केन्द्रों पर अभ्यर्थियों की जांच तीन स्तरों पर होगी. बॉयोमेटिक उपस्थिति के साथ-साथ फेस और आंख की पुतली की जांच की जाएगी. शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में फर्जी अभ्यर्थियों को बैठना महंगा पड़ सकता है. ऐसे अभ्यर्थियों पर तुरंत प्रथिमिकी दर्ज की जायेगी. साथ ही ब्लैक लिस्टेड कर दिया जायेगा. ऐसे मुन्ना भाई आयोग की किसी परीक्षा में नहीं बैठ पाएंगे।
परीक्षार्थी ध्यान दें
1-अभ्यर्थी ई-प्रवेश पत्र हमेशा साथ रखें और इसकी एक प्रति भविष्य के लिए सुरक्षित रख लें. आयोग प्रवेश पत्र की डुप्लीकेट कॉपी उपलब्ध नहीं कराएगा।
2-ओएमआर शीट में बताए गए स्थान पर अभ्यर्थी अपने प्रवेश पत्र में अंकित छह अंकों वाला रोल नंबर लिखें. किसी भी स्थिति में अपना रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं लिखें. रोल नंबर अंकन में गोलों को नहीं रंगने या गलत ढंग से रंगने की स्थिति में ओएमआर को रद्द कर दिया जायेगा।
3-अभ्यर्थी को पहचान के लिए आधार कार्ड या कोई भी परिचय प्रमाण पत्र साथ रखना होगा. साथ ही फोटोयुक्त पहचान पत्र की एक छायाप्रति जिसपर आपके हस्ताक्षर हो और एक पासपोर्ट साइज फोटो साथ रखेंगे, इसकी जरूरत पड़ सकती है.परीक्षा की नयी तारीख का इंतजारमाध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा की नई तारीख की घोषणा अभी नहीं की गयी है. उच्च माध्यमिक परीक्षा कब होगी. इसकी भी घोषणा अबतक नहीं हुई है. पहले यह 16 मार्च को होने वाली थी, जिसे अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दिया गया था।