संसद भवन के अंदर आरोपियों द्वारा किए गए स्मोक केन के इस्तेमाल से सांसदों की जान को खतरा हो सकता था। दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक स्मोक केन पर स्पष्ट रूप से चेतावनी लिखी हुई है कि इनको कभी भी घर के अंदर या बंद स्थान पर न चलाए। चलाते समय चश्मा और दस्ताने पहनें।
चीन निर्मित स्मोक केन का इस्तेमाल
दिल्ली पुलिस ने जो एफआईआर दर्ज की है उसके मुताबिक संसद भवन के अंदर इस्तेमाल किए गए स्मोक केन चीन में बने हुए थे। इन पर चेतावनी लिखी हुई थी। चीन में निर्मित केन पर केवल पर्यवेक्षण क्षेत्र में उपयोग के लिए लिखा हुआ था साथ ही चलाने का तरीका भी बताया गया था। दिल्ली पुलिस ने एफआईआर में स्मोक केन को 1- 5 नंबर दिया है। सभी पर चेतावनी लिखी है।
स्मोक केन छिपाने के लिए खास तरह के जूते
आरोपियों ने मुंबई से इन स्मोक केन की खरीद की थी। स्मोक केन पर इन्हें चलाने का तरीका भी लिखा था। सबसे पहले सुरक्षात्मक कैप हटाने और फिर इसे चलाने के बाद दूर हो जाने का निर्देश लिखा था। आरोपी सागर शर्मा ने लखनऊ से खास तरह के दो जूते तैयार करवाए थे। ऐसे जूते जिनके अंदर कैविटी हो। अब दिल्ली पुलिस सागर को लेकर लखनऊ जाएगी। यह पता लगाया जाएगा कि सागर ने ऐसे जूते किससे बनवाए थे।
वहीं इस मामले में दिल्ली पुलिस ने दो और लोगों को हिरासत में लिया है। इन दोनों पर आरोपियों के साथ मिले होने का शक है। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की टीम इन दोनों से पूछताछ कर रही है। इन पर आरोपियों के लिए लॉजिस्टिक सपोर्ट देने की भी बात कही जा रही है। हिरासत में लिए गए दोनों शख्त के नाम महेश और कैलाश हैं। महेश राजस्थान का रहने वाला है। ये भी भगत सिंह संगठन से जुड़ा हुआ है।