मजहब की दीवार तोड़कर प्रेमी-युगल ने कर ली शादी, अब पत्नी की तलाश में दर-दर की ठोकरें खा रहा पति
मुजफ्फरपुर में एक प्रेमी युगल ने मज़हब की बाधाओं को तोड़ते हुए पहले दिल्ली के एक मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से शादी की, फिर तीस हजारी कोर्ट में इसे प्रमाणित कराया। लेकिन, कहानी में तब मोड़ आया जब लड़की के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
कुछ दिन साथ रहने के बाद, जब पति-पत्नी गाँव लौटे तब लड़की के घरवालों ने उसे मिलने के बहाने बुलाया और फिर कथित तौर पर जबरन अपने साथ ले गए। अब, पीड़ित पति अपनी पत्नी की बरामदगी के लिए पुलिस और कोर्ट के चक्कर काट रहा है। औराई थाना क्षेत्र के रहने वाले लोकेश कुमार और शम्मा प्रवीण के बीच कई सालों से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। दोनों के अलग-अलग धर्म से ताल्लुक रखने के कारण उनके परिजन इस रिश्ते के खिलाफ थे। 8 अगस्त को लड़की के परिवार ने उसे सूरत अपनी मौसी के घर भेज दिया। चार महीने बाद लोकेश सूरत गया और दोनों भागकर दिल्ली चले गए जहाँ उन्होंने हिंदू रीति-रिवाज से शादी की और फिर कोर्ट मैरिज भी की।
16 दिसंबर को वे जब अपने गाँव लौटे तब पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। कोर्ट में लड़की ने अपने पति के साथ रहने की इच्छा जताई। जिसके बाद उन्हें साथ रहने की अनुमति मिल गई। 23 दिसंबर को लड़की के माता-पिता ने उसे सीतामढ़ी के डुमरा में मिलने के लिए बुलाया जहाँ से वे उसे कथित तौर पर जबरन ले गए। जिसके बाद लोकेश ने डुमरा थाने में शिकायत दर्ज कराई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने पर उसने सीतामढ़ी एसपी, मुजफ्फरपुर एसएसपी और डीजीपी से संपर्क किया। अंत में उसने उसी कोर्ट में गुहार लगाई जिसने पहले उन्हें साथ रहने की अनुमति दी थी। कोर्ट ने अब पुलिस को लड़की को खोजने का आदेश दिया है। मुजफ्फरपुर पूर्वी के एएसपी सहरियार अख्तर ने बताया कि मामले की जाँच की जा रही है और लड़की के गायब होने के परिस्थितियों की भी जाँच की जा रही है।
दरअसल पूरा मामला औराई थाना क्षेत्र के एक गांव का है जहां के रहने वाले लोकेश कुमार को अपने ही गांव की रहने वाली लड़की शम्मा प्रवीण नामक से प्यार हो गया। यह कोई एकतरफा प्यार नहीं था। लड़की भी उससे बेइंतहा मोहब्बत करती थी। दोनों के बीच प्यार का परवान इस कदर चढ़ा कि बात शादी तक पहुंच गयी। दोनों ने साथ जीने और साथ मरने की कसमें खा ली लेकिन उनके सामने मजहब दिवार बनकर सामने आ गयी। दोनों के घरवाले इस शादी के खिलाफ थे। दोनों ने मजहबी दीवार को तोड़ दिया और दिल्ली चले गये जहां एक मंदिर में दोनों ने हिन्दू रीति रिवाज से सिंदूरदान कर शादी रचा ली। उसके बाद फिर कोर्ट में पहुंच नोटरी पब्लिक के समक्ष कोर्ट मैरिज भी की। वही दूसरी तरफ युवती परिजनों को जब इस बात की जानकारी हुई तब उन्होंने अपनी बेटी के फरार होने की सूचना पुलिस को दी।
युवती के पिता ने मुजफ्फरपुर के गायघाट थाने में अपनी बेटी के गुम होने की प्राथमिकी दर्ज करा दी। पिता ने पुलिस से कहा कि वो अपनी पत्नी और बच्ची के साथ अस्पताल जा रहे थे जहां पत्नी का इलाज दरभंगा में कराना था। गायघाट थाना क्षेत्र के जारंग चौक के पास उनकी पत्नी की तबीयत अचानक खराब हो गयी और वो दवा लाने के लिए चले गये तभी इसी दौरान उनकी बेटी गाड़ी से गायब हो गई। वही आवेदन मिलने के बाद गायघाट थाने की पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन शुरू की। वही औराई थाना क्षेत्र के रहने वाले प्रेमी लोकेश कुमार ने बताया कि गांव की ही रहने वाली शम्मा प्रवीण से कई वर्षों से उसका प्रेम-प्रसंग चल रहा था लेकिन दोनों का मजहब अलग होने के कारण परिजन शादी को राजी नहीं थे।
लोकेश हिन्दू है और शम्मा प्रवीण मुस्लिम हैं। इस कारण युवती के परिजनों ने 8 अगस्त को युवती को सूरत में मौसी के पास रहने के लिए भेज दिया। जिसके बाद चार महीने से युवती सूरत में अपनी मौसी के यहां रह रही थी। इस दौरान दोनों के बीच बातचीत होती रही। लोकेश अपनी प्रेमिका से मिलने सूरत पहुंच गया जिसके बाद दोनों सूरत में मिले और फिर दोनों वही से फरार हो गए और सूरत से फरार होने के बाद दोनों दिल्ली पहुंच गये जहां दोनों ने हिन्दू रीति रिवाज के साथ शादी रचा ली और फिर दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में दोनों ने कोर्ट मैरिज किया। उसके बाद दोनों साथ रहने लगे।
वही शादी के बाद पहले दिल्ली से आगरा से पटना होते हुए 16 दिसंबर की रात दोनों अपने घर पहुंचे। अपने घर पहुंचने के महज एक घंटे के अंदर गयाघाट और औराई थाना की पुलिस ने उनके घर पर पहुंच गई और दोनों को पकड़ थाने ले जाया गया. जिसके बाद पुलिस ने कोर्ट में बयान दर्ज कराया.जिसमे युवती ने अपने पति के साथ रहने की बात कोर्ट को बताई और युवती बालिक होने के कारण कोर्ट ने युवती को अपने पति के साथ जाने का इजाजत दे दिया.कोर्ट से इजाजत मिलने के बाद दोनों पति पत्नी अपने घर पहुंचे. उसके बाद दोनो पति पत्नी एक अपने घर पर साथ रहने लगे तो युवती के माता पिता के द्वारा युवती को फोन कर सीतामढ़ी के डुमरा में मिलने की बात कहकर बुलाया।
जिसके बाद 23 दिसंबर को युवक लोकेश अपनी पत्नी शम्मा प्रवीण को उसके माता पिता से मिलाने के लिए सीतामढ़ी के डुमरा लालू चौक के पास पहुंचा.जिसके कुछ समय बाद युवती के परिजन भी वहां पर पहुंचे और बात होने लगी.इसी बीच युवती के परिजनों के द्वारा जबरन युवती को अपने गाड़ी में बिठा लिया गया और जब तक लोकेश कुछ समझ पाता तब तक सभी लोग वहां से फरार हो गए.इस घटना के बाद पीड़ित लोकेश के द्वारा डुमरा थाने की पुलिस को पूरे मामले से अवगत कराते हुए आवेदन दिया गया, लेकिन जब थाने के द्वारा कोई करवाई नहीं की गई तो फिर पीड़ित लोकेश ने सीतामढ़ी एसपी के आलावा मुजफ्फरपुर एसएसपी और डीजीपी को मेल के माध्यम से पूरे मामले से अवगत कराया.
जब उसे न्याय नहीं मिला तो जिस कोर्ट ने युवती को अपने पति के साथ रहने की इजाजत दी गई थी उस कोर्ट से न्याय की गुहार लगाई.जिसके बाद कोर्ट ने अब गायघाट थाना के पुलिस को लड़की खोज कर लाने का आदेश दिया. लेकिन अब तक पुलिस युवती की बरामद को लेकर असफल साबित हो रही है.पूरे मामले को लेकर मुजफ्फरपुर पूर्वी के एडिशनल एसपी सहरियार अख्तर ने बताया कि मामला सामने आया है, लड़की कहाँ से गायब हुई है ये जांच कर रहे है. युवक का कहना है कि लड़की के परिजनों ने गायब किया है, लेकिन सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है.
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