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ब्रुनेई भारत की एक्ट ईस्ट नीति और इंडो-पैसिफिक विजन में महत्वपूर्ण साझेदार: प्रधानमंत्री मोदी

ByKumar Aditya

सितम्बर 4, 2024
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भारत और ब्रुनेई के बीच आज बुधवार को प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया ने ब्रुनेई की राजधानी बंदर सेरी बेगवान में द्विपक्षीय संबंधों को उन्नत साझेदारी तक बढ़ाने का स्वागत किया। दोनों नेताओं ने रक्षा, व्यापार और निवेश, ऊर्जा, अंतरिक्ष, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य और फार्मास्यूटिकल, क्षमता निर्माण संस्कृति और लोगों के बीच आपसी संबंधों के क्षेत्रों सहित द्विपक्षीय संबंधों का जायजा लिया।

ब्रुनेई भारत के एक्ट ईस्ट नीति के तहत अहम देश

उन्होंने आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान प्रदान किया। अपने वक्तव्य के दौरान पीएम मोदी ने शाही परिवार द्वारा गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए आभार जताया। साथ ही उन्होंने दोनों देशों की साझेदारी को रणनीतिक स्तर तक ले जाने की आशा जताई। पीएम मोदी ने कहा ब्रुनेई भारत के एक्ट ईस्ट नीति के तहत एक अहम देश है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया से द्विपक्षीय मुलाकात के दौरान कहा कि दक्षिण-पूर्व एशियाई देश भारत की ‘एक्ट ईस्ट नीति’ और ‘इंडो-पैसिफिक’ विजन में महत्वपूर्ण साझेदार है।

हम द्विपक्षीय साझेदारी की मना रहे 40वीं वर्षगांठ

पीएम मोदी ने यह भी कहा कि यह भी सुखद संयोग है कि इस वक्त हम द्विपक्षीय साझेदारी की 40वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी और इंडो पैसिफिक विजन में ब्रुनेई का महत्वपूर्ण साझेदार होना यह हमारे लिए उज्ज्वल भविष्य की गारंटी है।

हम एक दूसरे की भावनाओं का करते हैं सम्मान

पीएम मोदी ने कहा, हम एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते हैं। मुझे विश्वास है कि मेरी इस यात्रा से और हमारी चर्चाओं से आने वाले समय के लिए हमारे संबंधों के स्ट्रेटेजिक दिशा मिलेगी।

दोनों देशों के संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए कही ये बात 

वहीं भारत और ब्रुनेई के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर वार्ता के बाद दोनों शीर्ष नेताओं के बीच शिष्टाचार मुलाकात हुई। इस दौरान दोनों नेताओं ने आपसी संबंधों की प्रगाढ़ता को लेकर संतुष्टि जताई, एक-दूसरे के विजन की सराहना की। पीएम मोदी ने ब्रुनेई दारुस्सलाम की आजादी की 40वीं वर्षगांठ पर शुभकामनाएं भी दी। साथ ही उन्होंने आपसी संबंधों को नई ऊंचाई देने की दिशा में कदम उठाए जाने की भी बात कही।

भारत और ब्रुनेई के बीच गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध 

पीएम मोदी ने कहा, भारत और ब्रुनेई के बीच गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं। इस साल हम अपना राजनयिक संबंधों की 40वीं सालगिरह मना रहे हैं। इस अवसर पर हमने निर्णय लिया है कि अपने संबंधों को एनहेंस पार्टनरशिप का दर्जा देंगे। हमारी साझेदारी को स्ट्रेटेजिक दिशा देने के लिए हमने सभी पहलुओं पर व्यापक चर्चा की। हम आर्थिक, वैज्ञानिक और रणनीतिक क्षेत्रों में अपने सहयोग को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमने कृषि, उद्योग फार्मा और स्वास्थ्य के साथ-साथ फिनटेक और साइबर सिक्योरिटी में आपसी सहयोग पर बल देने का निर्णय लिया है।

रक्षा, अंतरिक्ष और दोनों देशों के बीच आवागमन को लेकर और भी सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया

इसके अलावा पीएम मोदी ने रक्षा, अंतरिक्ष और दोनों देशों के बीच आवागमन को लेकर और भी सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया। पीएम ने कहा, हमने एलएनजी में लॉन्ग टर्म सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की। रक्षा क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाने के लिए हमने रक्षा उद्योग, प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण की संभावनाओं पर सकारात्मक विचार किए। अंतरिक्ष के क्षेत्र में अपने सहयोग को सुदृढ़ करने के लिए हमने सैटेलाइट डेवलपमेंट, रिमोट सेंसिंग और ट्रेनिंग पर सहमति बनाई है। दोनों देशों के बीच कनेक्टिविटी के लिए जल्द ही डायरेक्ट फ्लाइट शुरू की जाएगी।

भारत हमेशा आसियान सेंट्रिसिटी को प्राथमिकता देता आया है और आगे भी देता रहेगा

वहीं इंडो पैसिफिक क्षेत्र में सहयोग और नियम आधारित व्यवस्था पर पीएम मोदी ने आशा जताई। उन्होंने कहा भारत विस्तारवादी नहीं बल्कि विकासवादी व्यवस्था में विश्वास रखता है। पीएम ने कहा, भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी और इंडो पैसिफिक विजन में ब्रुनेई महत्वपूर्ण साझेदार रहा है। उन्होंने कहा, भारत हमेशा आसियान सेंट्रिसिटी को प्राथमिकता देता आया है और आगे भी देता रहेगा। हम अन-क्लॉज जैसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत फ्रीडम ऑफ नेविगेशन और ओवरफ्लाइट्स का समर्थन करते हैं। हम सहमत हैं इस क्षेत्र में कोड ऑफ कंडक्ट पर सहमति बने। हम विस्तारवाद नहीं, विकासवाद की नीति का समर्थन करते हैं।


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