जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के दौरान सामने आया एक वायरल वीडियो सोशल मीडिया पर सनसनी मचा रहा है। वीडियो में एक जिपलाइन ऑपरेटर को “अल्लाह-हू-अकबर” कहते हुए सुना गया, जबकि बैकग्राउंड में गोलियों की आवाजें आ रही थीं। इसी वीडियो के बाद ऑपरेटर के इरादों पर सवाल उठने लगे हैं और अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
वायरल वीडियो से मचा विवाद
CNN-News18 की रिपोर्ट के अनुसार, वीडियो उस वक्त का है जब आतंकवादी पहलगाम में हमला कर रहे थे। वीडियो में दिख रहा है कि ऑपरेटर पर्यटक रिषि भट्ट को गोलियों की आवाज के बीच जिपलाइन पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। रिषि भट्ट ने बाद में अपने इंटरव्यू में बताया कि ऑपरेटर का व्यवहार उन्हें संदिग्ध लगा क्योंकि खतरे के बावजूद उसने उन्हें रोकने के बजाय आगे जाने को कहा।
रिषि भट्ट के बयान के बाद सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल हो गया और लोगों ने ऑपरेटर की मंशा पर सवाल उठाने शुरू कर दिए।
क्या है आतंकी कनेक्शन?
NIA अब यह जांच कर रही है कि क्या ऑपरेटर का किसी आतंकी संगठन से कोई संबंध था या उसका व्यवहार सिर्फ लापरवाही का नतीजा था। सूत्रों के मुताबिक, ऑपरेटर से उसकी पृष्ठभूमि, संपर्कों और घटना के समय की गतिविधियों के बारे में गहराई से पूछताछ की जा रही है।
हमले में 26 लोगों की मौत, स्थानीय युवक ने दिखाई बहादुरी
पहलगाम में हुए इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी। इस दौरान एक स्थानीय युवक सैयद आदिल हुसैन शाह ने बहादुरी की मिसाल पेश की। वह अशमुकाम, अनंतनाग का निवासी था और पर्यटकों को टट्टू पर घुमाने का काम करता था। हमले के वक्त आदिल ने एक आतंकी से राइफल छीनने की कोशिश की और पर्यटकों को बचाने के लिए सामने आया। हालांकि इस कोशिश में वह गोली लगने से शहीद हो गया।
सुरक्षा व्यवस्था पर भी उठे सवाल
इस घटना के बाद पर्यटन स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि आतंकियों द्वारा बार-बार पर्यटकों को निशाना बनाना चिंता का विषय है, और सुरक्षा एजेंसियों को स्थानीय सहयोगियों की भूमिका पर भी पैनी नजर रखनी होगी।