पटना, 27 अप्रैल 2025: पटना उच्च न्यायालय परिसर में आज डॉ. प्रभात रंजन डायग्नोस्टिक एंड रिसर्च सेंटर के द्वारा एक विशेष कैंसर जागरूकता और स्क्रीनिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश आशुतोष कुमार, न्यायमूर्ति राजीव रंजन प्रसाद, न्यायमूर्ति प्रभात कुमार सिंह, न्यायमूर्ति पूर्णेन्दु सिंह, न्यायमूर्ति संदीप कुमार, न्यायमूर्ति डॉ. अंशुमान समेत उच्च न्यायालय के अन्य न्यायिक पदाधिकारीगण और कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
उद्घाटन और प्रमुख वक्तव्य
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश आशुतोष कुमार ने कहा,
“इस तरह के स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन और भी बड़े स्तर पर होना चाहिए। भविष्य में पटना उच्च न्यायालय परिसर में और व्यापक स्तर पर ऐसे आयोजन सुनिश्चित किए जाएंगे।”
वहीं, न्यायमूर्ति राजीव रंजन प्रसाद ने कैंसर की समय पर पहचान को अत्यंत आवश्यक बताते हुए डॉ. प्रभात रंजन के जागरूकता अभियान की सराहना की।
विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा महत्वपूर्ण सत्र
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विशेषज्ञ डॉक्टरों ने स्वास्थ्य विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारियाँ साझा कीं:
- डॉ. विनीत त्रिवेदी और डॉ. रिदू शर्मा ने प्रारंभिक कैंसर जांच और इलाज पर चर्चा की।
- डॉ. संजीव कुमार और डॉ. कुमारी अनुराग ने महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर और बांझपन के मुद्दे पर प्रकाश डाला।
- डॉ. हर्षवर्धन ने डायबिटीज़ और किडनी रोग से बचाव के उपाय बताए।
- डॉ. अनिल द्विवेदी ने स्क्रीन टाइम के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी।
- कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अभिषेक ने कार्डियक अरेस्ट जैसी गंभीर समस्या से बचाव के उपाय बताए।
- जनरल सर्जन डॉ. संजीव कुमार ने गैस्ट्रिक बीमारियों और शराबबंदी के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव का उल्लेख किया।
डॉ. प्रभात रंजन का मिशन
इस अवसर पर भारतीय चिकित्सा संघ (IMA) के पूर्व अध्यक्ष डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह ने डॉ. प्रभात रंजन के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि वे गाँव-गाँव जाकर कैंसर के प्रति जागरूकता फैला रहे हैं, जिसका आने वाले समय में बिहार को बड़ा लाभ मिलेगा। डॉ. प्रभात रंजन ने बताया कि उनका मिशन कैंसर की प्रारंभिक अवस्था में पहचान कर अधिक से अधिक लोगों का जीवन बचाना है। उनके साथ डॉ. रूपम रंजन भी इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।
कैंसर स्क्रीनिंग कैंप
कार्यक्रम के दौरान कैंसर स्क्रीनिंग कैंप का भी आयोजन किया गया, जिसमें उच्च न्यायालय के कर्मियों और अधिकारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में उच्च न्यायालय के इस्टैब्लिशमेंट रजिस्ट्रार सुशील कुमार का विशेष योगदान रहा।
कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित लोगों ने इस पहल की सराहना की और भविष्य में भी ऐसे आयोजनों की आवश्यकता पर बल दिया।