पटना। भागलपुर के ट्रैफिक डीएसपी आशीष कुमार सिंह के खिलाफ एक बुजुर्ग दंपती के साथ मारपीट करने और पिस्टल के बल पर स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर कराने को लेकर कदमकुआं थाना में केस दर्ज कराया गया है। वहीं इसी मामले में कदमकुआं थाना में तैनात दारोगा अमित कुमार सहित दो सिपाहियों को भी नामजद आरोपित बनाया गया है। सीएजीएम के आदेश पर थाना में केस दर्ज किया गया है। एसएसपी ने इस मामले की जांच का आदेश सिटी एसपी (मध्य) को दिया है। सिविल कोर्ट से सेवानिवृत्त विजय कुमार सिंह (72 वर्ष) ने आरोप लगाते हुए सीजीएम कोर्ट में परिवाद दर्ज कराया था कि उनकी पत्नी के नाम से नाला रोड स्थित कालेजिएट गली में मकान है। उनकी बहू साधना सिंह उस मकान को अपने नाम पर लिखने के लिए जबरन दबाव बना रही थी। इधर, ट्रैफिक डीएसपी आशीष कुमार सिंह ने बताया कि एक रिश्तेदार के यहां सुलह करवाने के लिए गए थे। मारपीट का मामला गलत है। सभी बातें मनगढ़ंत और झूठी है।
कोर्ट में पीड़ित ने दर्ज कराया था परिवाद
पीड़ित का आरोप है कि थाने में शिकायत करने के बाद दूसरे दिन थाने के दारोगा अमित कुमार दो सिपाहियों को साथ उनके घर पहुंचा। दारोगा ने भी बहू के नाम पर मकान लिखने के लिए धमकाया और चला गया। पीड़ित ने इसकी शिकायत एसएसपी कार्यालय में आवेदन देकर की थी, लेकिन जब कार्रवाई नहीं हुई। उनकी बहू ने 13 सितंबर को उनके खिलाफ प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया।