सीतामढ़ी लोकसभा सीट से निर्वाचित सांसद देवेश चंद्र ठाकुर ने 5 लाख 15 हजार 719 वोट लाकर जीत दर्ज की थी. उनकी जीत का मार्जिन 51 हजार 356 रहा. सांसद ने कम मार्जिन से मिली जीत का ठीकरा यादव, कुशवाहा और मुस्लिम वोट का नहीं मिलना बताया था. सीतामढ़ी में एक कार्यक्रम में देवेश चंद्र ठाकुर ने इसको लेकर बयान दिया, जिसके बाद राजनीति गरमा गयी थी. अब यह मामला कोर्ट पहुंच गया।
सांसद के बयान से हुए आहतः मुजफ्फरपुर के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के पास सीतामढ़ी के जदयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई के लिए 2 जुलाई की तिथि मुकर्रर की है. अहियापुर के समाजिक कार्यकर्ता दिलीप कुमार कुशवाहा ने परिवाद दायर कराया है. उनका आरोप है कि वे सांसद देवेश चंद्र ठाकुर के बयान से आहत हुए हैं. सांसद की टिप्पणी से कुशवाहा समाज की छवि को खराब करने की कोशिश की गई है।
“सीतामढ़ी के सांसद देवेश चंद्र ठाकुर ने एक कार्यक्रम में यादव, मुस्लिम और कुशवाहा समाज को लेकर बयान दिया था. दिलीप कुमार व उनके समाज के लोगों के आहत होने की भावना को लेकर परिवाद दायर किया गया है. आईपीसी की धारा 505 और 501 के तहत केस किया गया है.”- हरिओम कुमार, परिवादी के अधिवक्ता
क्या कहा था सांसद ने : सांसद देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि मैं पिछले 22 साल से राजनीति में सक्रिय हूं. इस दौरान मैंने मुसलमानों और यादवों के लिए सबसे अधिक काम किया है, लेकिन अब मैं स्पष्ट रूप से बताता हूं कि इनके लिए काम नहीं करूंगा. अगर इस समाज के लोग मेरे पास अपना काम करवाने के लिए आते हैं तो जरूर आएं. मैं उनको चाय नाश्ता कराऊंगा. चाय नाश्ता करके वे वापस चले जाएं, मैं उनका काम नहीं करूंगा।