कोरोना के बढ़ते संक्रमण और लगातार बैंक अधिकारियों की मांगों को देखते हुए बिहार में बैंकिंग कार्य दिवस में बदलाव किया गया है। अब ग्राहकों को बैंक शाखाओं में सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक ही सेवाएं दी जाएंगी। यह निर्णय स्टेट लेवल बैंकर्स कमिटी के समन्वयक ने मंगलवार को ली। इस संबंध में सभी बैंकों को सूचना भी भेज दी गई है।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण ऑल इण्डिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन बिहार राज्य कमिटि और बीपीबीईए ने राज्य सरकार और एसएलबीसी से अनुरोध किया था कि बैंकिंग कार्यकाल घटाया जाए। जिसे मान लिया गया है। बैंकों में 15 मई तक नए प्रावधान के अनुसार बैंकिंग कार्य का संचालन होगा। ऑल इण्डिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के संयुक्त सचिव डीएन त्रिवेदी ने बताया कि एसएलबीसी के इस निर्णय से बैंक कर्मियो को कोरोना काल में राहत मिलेगा। इसके अलावा गर्भवती महिलाएं, को-मार्बिड और दिव्यांग बैंककर्मियों को ‘वर्क फ्रॉम होम’ की सुविधा देने का निर्णय लिया गया है।
राज्य सरकार से आग्रह
एआईबीओए के वरीय उपाध्यक्ष डॉ.कुमार अरविन्द ने एसएलबीसी के निर्णय का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के तेज रफ्तार को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किया गया है कि सभी शनिवार को बैंक कार्यबंदी की घोषणा की जाए। इसके अलावा बैंक परिसर में कोरोना के लिए निर्धारित मानकों के पालन और शहरी शाखाओं को 50 प्रतिशत कर्मियों द्वारा संचालित कराया जाए। ग्रामीण,अद्र्धशहरी शाखाओं को सम-विषम के तर्ज पर खोलने का भी आग्रह किया गया है।