बक्सर के एक हाई स्कूल में पढ़ाते थे शारदा सिन्हा के पिताजी, बिहार कोकिला ने कहा था- ‘यह मेरे लिए तीर्थ से भी बड़ा स्थान’
बिहार के इसी सूर्य मंदिर से शुरू हुआ सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा ! श्रीकृष्ण के पौत्र राजा शाम्ब को मिली थी श्राप से मुक्ति