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यूपी चुनाव में हार स्पष्ट देख परिवारवादियों का इवीएम राग हुआ शुरू: रोहित पाण्डेय

यूपी चुनाव में हार स्पष्ट देख परिवारवादियों का इवीएम राग हुआ शुरू: रोहित पाण्डेय

भागलपुर : भाजपा जिला अध्यक्ष रोहित पाण्डेय नें कहा कि यूपी चुनाव में जीत के लंबे-चौड़े दावे करने वाले परिवारवादी दलों ने परिणाम आने से पहले ही हार मान लिया है. लेकिन फिर भी इन्हें योगी सरकार की जीत हजम नहीं हो रही है. इसी का नतीजा है कि इन्होने एक बार फिर से इवीएम हैक हो जाने का अपना घिसा-पीटा राग अलापना शुरू कर दिया है. यहां तक कि यह लोग अब चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाने लगें हैं जो सरासर जनादेश और लोकतंत्र का अपमान है.

उन्होंने कहा कि दरअसल सत्ता को अपनी जागीर मानने वाले इन परिवारवादी दलों को यह पच ही नही रहा है कि इतने झूठ बोलने के बावजूद जनता ने इन्हें वोट क्यों नही दिया. इसीलिए अब यह देश में संवैधानिक संस्थानों के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं. इन दलों को यह अच्छे से समझ लेना चाहिए कि हिंदुस्तान की जनता की लोकतंत्र में गहरी आस्था है, इसलिए चुनाव आयोग को बदनाम करने की उनकी कोशिशों का खुद जनता ही मुहतोड़ जवाब देगी.

रोहित पाण्डेय ने आगे कहा कि अपने आचरण से इन परिवारवादियों ने चुनावी प्रक्रियाओं व लोकतंत्र का मजाक सा बना दिया है. जब भी यह परिवारवादी पार्टियां कोई चुनाव जीतती हैं तो इनके नेताओं के मुंह से इवीएम के खिलाफ एक शब्द नहीं निकलता, लेकिन चुनाव हारते ही इनका इवीएम पर छाती पीटना शुरू हो जाता है. इनके हिसाब से छत्तीसगढ़, बंगाल, राजस्थान, पंजाब, दिल्ली आदि राज्यों में इवीएम ने बेहतर काम किया लेकिन उत्तर प्रदेश, गुजरात, आदि राज्यों में ईवीएम हैक हो गयी थी. यह इनकी ध्वस्त हो मानसिकता और कुंद हो चुकी बुद्धि का जीवंत प्रमाण है.

उन्होंने कहा कि इन परिवारवादी दलों की सबसे बड़ी समस्या इनका अहंकार और चापलूसों से घिरे रहने की प्रवृत्ति है. इसी के कारण इन लोगों को जमीनी हकीकत का पता तक नहीं लगता. इसी अहंकार के कारण यह लोग आइना देखने से भी डरते हैं. इनके घमंड के कारण अब इन दलों में जमीनी नेताओं का भी अकाल पर गया है. यही कारण है कि अब नेताओं की बजाए इनका रोष इवीएम और चुनाव आयोग पर टूटता है. यह लोग जान लें कि जनता इनकी असलियत जान चुकी है और इनके किसी दुष्प्रचार का कोई असर नहीं होने वाला।

उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के चुनाव परिणाम को भारतीय जनता पार्टी भागलपुर के कार्यकर्ता खरमनचक स्थित आस्था विवाह भवन में सामूहिक रूप से एलईडी स्क्रीन पर देखेंगे।

भागलपुर : भाजपा जिला मंत्री मनीष दास ने पार्टी के एक गरीब कार्यकर्ता को व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें ठेला सुपुर्द किया

यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों को साकार करने के लिए आज भारतीय जनता पार्टी भागलपुर जिला मंत्री मनीष दास ने पार्टी के एक गरीब कार्यकर्ता सुबोध दास जिसके पास अपना कोई रोजगार नहीं था। उस कार्यकर्ता सुबोध दास को जिला मंत्री मनीष दास ने खुद के पैसे से एक ठेला खरीद कर साथ ही व्यापार करने की सामग्री देने का कार्य किया ताकि वह कार्यकर्ता आत्मनिर्भर बन सकें और परिवार का भरण पोषण खुशी खुशी कर सकें।

मनोकामना नाथ मंदिर बुढ़ानाथ में पूजन करा कर भागलपुर भाजपा के कार्यकारी जिलाध्यक्ष संतोष कुमार, भागलपुर भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी इंदु भूषण झा, गुड्डू राय, सुबोध सिंह एवं पुरोहित आदि को साथ लेकर उनके व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें ठेला सुपुर्द किया गया। मौके पर सुबोध दास इस पहल से काफी प्रफुल्लित हुआ और उन्होंने रोज अपने व्यापार को करने का शपथ लिया।

यूपी में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह नें कहा- बिहार में बीजेपी से हमारा गठबंधन परिस्थितिवश है

उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने पहुंचे जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने बीजेपी से गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया है। जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने बीजेपी के साथ जेडीयू के गठबंधन को परिस्थितियों वाला गठबंधन करार दिया है। जेडीयू अध्यक्ष ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के साथ जेडीयू का गठबंधन परिस्थितिवश है। ललन सिंह ने कहा है कि हमारा गठबंधन बिहार में किन हालातों में बना यह सबको मालूम है लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं कि बिहार से बाहर जेडीयू अपने बूते चुनाव में ना उतरे।

दरअसल जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने यह बातें चुनाव प्रचार के दौरान बलिया पहुंचने पर पत्रकारों से बातचीत में कहीं। ललन सिंह बलिया में पार्टी उम्मीदवार के लिए प्रचार करने पहुंचे थे। जेडीयू उत्तर प्रदेश में 28 सीटों पर चुनाव लड़ रहा है। यूपी में बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं होने को लेकर जब ललन सिंह से सवाल किया गया तो उन्होंने दो टूक कह दिया कि बिहार में बीजेपी से हमारा गठबंधन परिस्थितिवश है।

जनता दल यूनाइटेड उत्तर प्रदेश में पहले से संगठन स्तर पर काम करता रहा है। साल 2017 से ही हम यूपी में प्रयासरत रहे हैं और 2022 में अब जेडीयू के पक्ष में नतीजे आएंगे। ललन सिंह ने यह भी दावा किया है कि 2027 तक के जेडीयू उत्तर प्रदेश में एक राजनीतिक ताकत के तौर पर उभर जाएगा।

इतना ही नहीं ललन सिंह ने यह भी कहा है कि मणिपुर में हमने अपने दम पर सीटें हासिल करके दिखाई हैं। आंध्र प्रदेश के निकाय चुनाव में जेडीयू और बीजेपी को बराबर सीटें हासिल हुईं। जेडीयू अध्यक्ष ने कहा कि हम दूसरे राज्यों में अपना विस्तार चाहते हैं और इसके लिए हमें कोई गठबंधन नहीं रोक सकता। ललन सिंह के इस बयान के बाद जब बिहार में आज से सियासी पारा चढ़ने की उम्मीद है क्योंकि बीजेपी के साथ गठबंधन को परिस्थितियों वाला गठबंधन बताया जाना बीजेपी के ही नेताओं को नागवार गुजर सकता है।

भाजपा नेता के एक बयान को लेकर भड़के तेजस्वी यादव, बोले- “BJP माहौल खराब करना चाहती है’

बीजेपी विधायक हरी भूषण ठाकुर बचौल द्वारा बीते दिनों दिए गए विवादित बयान को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव  ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी को खूब सुनाया. तेजस्वी यादव ने कहा कि जनता हमें चुनकर लोगों की भलाई के लिए सदन में भेजती है ना कि माहौल बिगाड़ने के लिए. यह देश सभी धर्मों का है इसलिए जो भी नेता इस तरह की भाषा बोलते हैं वह संविधान में उचित नहीं है. तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत के दौरान यह सारी बातें कहीं.

तेजस्वी यादव ने बीजेपी विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल पर हमला करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता हर समय माहौल खराब करने की फिराक में रहते हैं, लेकिन उन लोगों को ऐसा नहीं करना चाहिए. जनता चुनकर भेजती है क्षेत्र के विकास के लिए. पढ़ाई, दवाई, सिंचाई और कमाई की बात करनी चाहिए. नफरत की राजनीति कर दो, धर्म की राजनीति कर दो और काम बन जाएगा. मेरे ख्याल से इस तरह का टीका-टिप्पणी करना किसी को शोभा नहीं देता है.

हरि भूषण बचौल ने क्या कहा था?

बीजेपी नेता और विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने मुस्लिम समुदाय के लोगों को टारगेट करते हुए कहा था कि ये सभी हमारे देश को तोड़ने और इस्लामिक स्टेट बनाने की साजिश के तहत काम कर रहे हैं. ऐसे में सरकार इनसे मतदान का अधिकार वापस ले ले. 1947 में धर्म के नाम पर देश का विभाजन हुआ था. उन्हें धर्म के आधार पर दूसरा देश मिल गया था. ऐसे में उन्हें वहीं चले जाना चाहिए था, लेकिन अगर अब वो देश में रह रहे हैं तो सरकार से मांग करता हूं कि उनकी वोटिंग राइट को समाप्त कर दिया जाए. वो दूसरे स्तर के नागरिक बनकर भारत में रह सकते हैं.

हरि भूषण ठाकुर बचौल ने कहा था- “वे लोग आईएसआई के एजेंडे के तहत भारत को इस्लामिक स्टेट बनाना चाहते हैं. अफगानिस्तान और पाकिस्तान में ये लोग क्या कर रहे हैं, वो सभी लोग देख रहे हैं. ये लोग इंसानियत के दुश्मन हैं. वो अल्पसंख्यक हैं ही नहीं. उनका एजेंडा है पूरे विश्व को इस्लामिक स्टेट बनाना.”

लड़की को अगवा करने के आरोप में भाजपा विधायक पर हुआ FIR दर्ज

बिहार के लौरिया विधानसभा के बीजेपी (BJP) विधायक विनय बिहारी (Vinay bihari) पर पटना के अगमकुआं थाने में एफआईआर दर्ज किया गया है. विधायक पर लड़की को अगवा करने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराया गया है. थाना क्षेत्र के प्रोग्रेसिव कॉलोनी की रहने वाली महिला ने अपनी बेटी के अगवा होने के संबंध में एफआईआर दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने बीजेपी विधायक, विधायक की पत्नी चंचला बिहारी और विधायक के समर्थक राजीव सिंह पर गलत नियत के तहत बेटी को अगवा करने का आरोप लगाया है. वहीं, उन्होंने पुलिस के समक्ष बेटी के साथ अप्रिय घटना होने की आशंका जताते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई है.

 

पीड़ित महिला ने कही ये बात

महिला ने घटना के संबंध में बताया कि नौ फरवरी को उनकी बेटी कॉलेज के लिए निकली थी. उसके बाद से वो लापता है. उसके मोबाइल से एक मैसेज आया था, जिसमें विधायक का नंबर दिया गया. उस पर कॉल करने के बाद विधायक ने कॉल उठाया और सारी बातें कहते हुए कहा कि बेटी आपकी मेरे साले के घर में है. ऐसे में हम वहां गए लेकिन वो वहां नहीं थी. ऐसे में फिर हमने विधायक को कॉल किया और बेटी के संबंध में पूछा. तब उन्होंने कहा कि हमें कोई जानकारी नहीं है. ऐसे में हम पुलिस के पास गए.

बीजेपी विधायक ने दी सफाई

 

इधर, इस संबंध में जब बीजेपी विधायक से बात की गई तो उन्होंने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इस मामलें के संबंध में मुझे जानकारी नहीं है. हमारे खिलाफ साजिश हुई है. जहां तक बात रही लड़की की तो वो थाना आ चुकी है. अपनी सफाई में विनय बिहारी ने यह भी कहा कि हमने तो बस लड़की पक्ष से इतना कहा था कि आपको अगर केस करना है तो लड़के के माता पिता पर करिए हम तो फूफा हैं. मगर उन लोगों ने किसी के कहने पर मेरे ऊपर केस कर दिया. खैर अब लड़की आ गई है. अब हकीकत सामने आ ही जाएगी.

 

वहीं, घटना के संबंध में एसपी ने कहा कि लड़की का अपहरण नहीं हुआ था. लड़की अपनी मर्जी से लड़के के साथ गई थी. अब वो वापस आ गई है. कल कोर्ट में उसका 164 का बयान दर्ज होगा. लड़का-लड़की एक दूसरे को पहले से जानते थे. दोनों के बीच रिश्ता था.

हम यूपी, गोवा, उत्तराखंड में 2014 जैसी ‘लहर’ देख रहे हैं : PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भरोसा जताते हुए कहा कि ‘हम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और गोवा में अपनी पार्टी के पक्ष में 2014 के जैसी लहर देख रहे हैं।’

शनिवार की शाम एक टेलीफोनिक इंटरव्यू में, उत्तराखंड में चुनाव प्रचार से लौटने पर मोदी ने इंडिया टीवी के पॉलिटिकल एडिटर देवेंद्र पाराशर से कहा कि ‘उत्तर प्रदेश में हमें बहुत ही अद्भुत और बहुत ही उत्तम रेस्पॉन्स मिल रहा है। मुझे गोवा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में हमारी पार्टी के पक्ष में 2014 जैसी लहर दिखती है। मुझे अभी पंजाब और मणिपुर का दौरा करना है, लेकिन मुझे जो भी जमीनी रिपोर्ट मिल रही हैं, वे सकारात्मक हैं।’

‘किसी का निजी स्वार्थ है तो विरोध स्वाभाविक है’
मोदी ने कहा, ‘देखिए जनता का समर्थन भरपूर मिल रहा है, जनता की कोई शिकायत नहीं है, बाकी जो अपने एजेंडा पर चलते हैं, जिनका अपना पॉलिटिकल एजेंडा है या किसी का निजी स्वार्थ है, तो उनकी तरफ से विरोध बहुत स्वाभाविक है। उनकी तरफ से मुझपर गुस्सा होना बहुत स्वाभाविक है। अगर भ्रष्टाचार बंद करूंगा, तो जिन लोगों को उससे फायदा होता था, वो गुस्सा करेंगे ही करेंगे। मेरे पर नाराजगी करेंगे ही करेंगे। हमारा काम है जिनके लिए काम दिया गया है, वो जनता जनार्दन है। हमें जनता जनार्दन की सेवा करते रहना चाहिए,तो हम उसी पर ध्यान देते हैं।’

‘जनता की नब्ज मैं भलीभांति जानता हूं’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जनता की नब्ज को मैं भलीभांति जानता हूं। आज जब मैं उत्तराखंड में गया तो हेलिपैड से लेकर सभा के मंच तक पूरे रास्ते में इतने लोग थे, ये जो लोगों का प्यार है, आशीर्वाद है, वो जब कोई विश्वास होता है तब होता है। और विश्वास तब होता है जब आप जो बातें करते हैं उसके प्रति आपकी नीयत साफ है, आप उसके लिए भरपूर मेहनत करते हैं और उसे जमीन पर उतारने का प्रयास करते हैं।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड से उनका लगाव बहुत पुराना है और बचपन से ही वह हिमालय में भ्रमण करते रहते थे।

‘उत्तराखंड का टेकऑफ का टाइम है’
मोदी ने कहा, ‘मैंने उत्तराखंड में अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा बिताया है। उत्तराखंड का निर्माण 20 साल पहले अटल बिहारी वाजपेयी जी ने किया। अब तक उत्तराखंड अपने आपको एक शेप दे रहा था। लेकिन अब उत्तराखंड ने एक नए राज्य के नाते करीब-करीब जो 20 साल बिताए हैं तो उसका अपना एक स्वरूप बन चुका है। एक प्रकार से वह रनवे पर आ चुका है और उसका टेकऑफ का टाइम है। इन 10 सालों में अगर उसको स्थिर, विजन वाली और कमिटेड सरकार मिलती है तो उत्तराखंड कहां से कहां पहुंच जाएगा, और उसके युवाओं के लिए यह कालखंड बहुत महत्वपूर्ण है। उत्तराखंड दुनिया भर के लोगों के लिए एक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक केंद्र भी है। अमेरिका में रहने के दौरान, मैं शाकाहारी भोजन की तलाश में सुदूर इलाके में गया था। इतने में वहां मुझे एक अमेरिकन मिला, जो ‘माला’ पहने हुए था। उसने मुझे बताया कि वह हर साल ऋषिकेश आता था।’

‘उत्तराखंड में टूरिज्म पर ध्यान देना चाहते हैं’
मोदी ने कहा, ‘आज हम मुख्य रूप से उत्तराखंड में नेचर और एडवेंचर टूरिज्म पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। उत्तराखंड में लोग अब टूरिस्टों को ‘होम स्टे’ की सुविधाएं देकर अपनी आय बढ़ा रहे हैं। हम रेल, सड़क और यहां तक कि रोपवे की कनेक्टिविटी में सुधार पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि अगला दशक ‘उत्तराखंड का दशक’ बने।’

‘धामीजी उत्तराखंड के लिए अच्छा चेहरा हैं’
जब इंडिया टीवी के रिपोर्टर ने सवाल किया कि पिछले 5 सालों में उत्तराखंड में 3 मुख्यमंत्री हुए, तो प्रधानमंत्री ने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी एक विशाल संगठन है, और हमारे यहां संगठन में एक पारिवारिक भाव होता है। त्रिवेंद्र रावत जी को जब मौका मिला तो उनको सब चीजें खुद करनी पड़ती थीं, लेकिन आज धामीजी का सौभाग्य है कि उनके पास 2 पूर्व मुख्यमंत्री हैं, उनका अनुभव है। उनका अनुभव उनको काम आ रहा है। धामीजी अत्यंत ही सरल, मृदुभाषी, मितभाषी, हमेशा हंसता चेहरा और बहुत ही छोटी आयु है। और इसके कारण उत्तराखंड जैसे कठिन इलाके में मेहनत करने वाला व्यक्ति चाहिए वह भी लोग देख रहे हैं। दूसरी बात है धामीजी एक सैनिक के बेटे हैं। तो सैनिकों और एक्स-सर्विसमेन के मन में भी उनके प्रति बहुत लगाव है। धामीजी उत्तराखंड चुनावों के लिए एक अच्छा चेहरा है।’

अपने दोनों युवराजों को बैलेंस करने में राजद की डूब रही लुटिया : भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में तेजस्वी की ताजपोशी ना होने पर बीजेपी ने तंज कसा है। बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि राजद की बैठक में तेजस्वी के भाषण के दौरान तेजप्रताप यादव का मंच छोड़ कर उठ जाना, राजद में छिड़े गृहयुद्ध का जीवंत प्रमाण है। आरोप लगाया कि यह दिखाता है कि दोनों युवराजों को बैलेंस करने के चक्कर में राजद की लुटिया अब पूरी तरह से डूबने लगी है।

बीजेपी नेता ने कहा कि दोनों युवराज कभी भी खेला कर सकते हैं इसीलिए तेजस्वी की ताजपोशी को फिलहाल टाल दिया गया है। लालू जी जानते हैं कि यदि अभी तेजस्वी की ताजपोशी कर दी जाती तो निश्चय ही कार्यकर्ताओं की बगावत खुल कर सामने आ जाती। उन्होंने कहा कि राजद में दोनों युवराजों के अपने-अपने खेमे बने हुए हैं। अधिकांश लोग तेजप्रताप की सादगी और बात करने के अंदाज के कारण उनमें लालू जी की छवि को देखते हैं। दूसरी तरफ तेजस्वी अक्सर गायब हो जाते हैं। इसीलिए राजद के कार्यकर्ताओं और समर्थकों का एक बड़ा तबका तेजप्रताप के हाथों में पार्टी की कमान चाहता है।

दरअसल, राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान जब तेजस्वी का भाषण चल रहा था, उसी दौरान तेज प्रताप यादव मंच से उठकर चले गए। उनका इस तह मंच से उठकर चले जाना सबको हतप्रभ कर गया। तेज प्रताप का मंच से उठकर जाना कई सवाल खड़े कर रहा है। पार्टी सूत्रों और जानकारों की मानें तो तेज प्रताप कुछ मुद्दों को लेकर अपने छोटे भाई और प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव से अलग मत रखते हैं। इसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का मसला भी शामिल है।

यूपी चुनाव : 15 फ़रवरी से UP में कैंप करेंगे बिहार से पहुंचे जेडीयू, भाजपा और माले के नेता

यूपी चुनाव में बिहार के नेताओं का जमावड़ा होने लगा है. पहचे चरण के चुनाव में पार्टियों के प्रकोष्ठ नेताओं की टीम भेजी गयी है. 15 फरवरी सभी दिग्गज नेताओं की टोली यूपी के विभिन्न इलाकों में पहुंचेगी.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जहां वर्चुअल चुनाव प्रचार की तैयारी है. वहीं, अन्य नेता फिजिकल मौजूद रहेंगे. बिहार के भाजपा नेताओं को पूर्वांचल की जिम्मेदारी दी गयी है.

यहां से भाजपा कोटे के मंत्रियों एवं विधायकों की टीम यूपी चुनाव प्रचार में पहुंचेगी, वाम दलों ने यहां करीब 57 निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारे हैं.

बिहार : बीजेपी ने नीतीश सरकार को आत्मनिर्भर बनकर कुछ करने की दी नसीहत

केंद्रीय बजट (Budget 2022) पेश होने के बाद जारी विवाद के बीच बुधवार को बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जयसवाल (Sanjay Jaiswal) ने पीसी कर बजट से बिहार को होने वाले फायदे के बारे में बताया. वहीं, इस दौरान बीजेपी नेता ने नीतीश सरकार (Nitish Government) को आत्मनिर्भर बनकर कुछ करने की नसीहत दी. उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट में उत्तर प्रदेश के बाद सबसे अधिक शेयर बिहार का ही है. महाराष्ट्र और बंगाल में बिहार से ज्यादा आबादी है, लेकिन उन दोनों राज्यों से पांच प्रतिशत ज्यादा पैसे बिहार को मिलते हैं.

 

आत्मनिर्भर बनाना सरकार का पहला लक्ष्य

उन्होंने कहा, ” केंद्रीय सहायता के अलावा बिहार सरकार को भी अपना रेवेन्यू कलेक्ट करना पड़ेगा. यह नहीं चलेगा कि आंध्र प्रदेश, तमिलनाडू और केरल पैसे कमाए और दूसरे प्रदेश को दे. बिहार को आत्मनिर्भर बनाना सरकार का पहला लक्ष्य होना चाहिए. हमारा उद्देश्य हो कि हम औद्योगीकरण की दिशा में बढ़ें. मुझे पूरा विश्वास है कि बिहार का जो बजट होगा वह उद्योगों को बढ़ावा देने वाला बजट होगा. ”

 

वहीं, जब पत्रकारों ने उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) की नाराजगी के संबंध में सवाल पूछा तो उन्होंने सवालों को टालते हुए कहा कि विधान परिषद के सदस्य क्या बोलते हैं, उसका जवाब हमारे विधान परिषद के सदस्य ही देंगे. इस बजट से हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुश हैं और उन्होंने बजट की तारीफ भी की है. साथ ही केंद्र सरकार को बधाई दी है. ऐसे में कौन क्या बोलता है, उससे खास फर्क नहीं मिलता.

 

बीजेपी नेता ने की बजट की तारीफ

 

संजय जायसवाल ने बजट की तारीफ करते हुए कहा कि बजट में जो इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एक लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है, वो बहुत अच्छा है. अब बिहार का जो बजट पेश होगा, उसमें हम लोग ज्यादा से ज्यादा हिस्सेदारी लेकर बिहार बजट पेश करेंगे. इसके लिए हमारे वित्त मंत्री सभी विभागों से बात भी कर रहे हैं, ताकि हम लोग ज्यादा से ज्यादा लाभ ले सकें. उन्होंने कहा कि राज्य को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बिहार को उद्योगों के क्षेत्र में आगे बढ़ने की जरूरत है. हमने जो रोजगार के संबंध में वादा किया है, वो औद्योगीकरण से ही संभव है.

PM मोदी नें देशभर के भाजपा कार्यकर्ताओं को आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था विषय पर किया संबोधित

देश में पहली बार प्राकृतिक खेती का कोरिडोर बनेगा, जिसकी लंबाई 25000 किलो मीटर और चौड़ाई 10000 किलोमीटर होगा।
देश का किसान ड्रोन के माध्यम से अब अपनी खेती को और उन्नत बनाएंगे।
जिसमें एफपीओ व नाबार्ड से लोन सहायक सिद्ध होगा।
यह बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कही, वो आज देशभर के भाजपा कार्यकर्ताओं को आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था विषय पर संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि सीमा पर रहने वाले छोटे-छोटे गांव के लोग राष्ट्र रक्षा के लिए डटे रहते हैं, सीमावर्ती गांव का विकास की यात्रा से जुड़ने से देश की सुरक्षा को मजबूती मिलेगी।
हमने सीमावर्ती गांव के पलायन को देखा है इसलिए ऐसे गांवों में हर प्रकार की सुविधा होगी। इसके लिए विशेष रूपरेखा तैयार की गई है। जिसमें सीमा पर के गांव के युवाओं को एनसीसी की ट्रेनिंग, पर्वतमाला परियोजना को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास से जोड़कर स्थानीय लोगों को समृद्ध किया जाएगा।

वहीं उन्होंने कहा कि 100 साल की सबसे बड़ी वैश्विक महामारी से दुनिया लड़ रहा है, द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद दुनिया में बदलाव आए थे।
उसी प्रकार कोरोना के बाद दुनिया में बदलाव आएगा जो दिख भी रहा है और हम सब अनुभव भी कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने लोगों को संदेश दिया कि यह समय नए अवसरों का, नए संकल्प के सिद्धि का है। आत्मनिर्भर भारत के बल पर भारत का विकास होगा।

कल पेश किए गए बजट पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह बजट देश को आधुनिकता की ओर ले जाने वाला बजट है।

पहले की नीतियों की गलतियों को सुधार कर इस बजट में कई नए चीज समाहित किए गए हैं।
पहले की अर्थव्यवस्था 1लाख10000 करोड़ की थी तो आज 2 लाख 30000 करोड़ के आसपास है।
दो लाख करोड़ से ऊपर उठकर आज चार लाख करोड़ भारत एक्सपोर्ट कर रहा है।

जलजीवन मिशन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि 9 करोड़ घर में नल से जल पहुंच रहा है, 5 करोड़ घरों में 2 वर्ष में कनेक्शन दिए गए।
इसमें चार करोड़ ग्रामीण घरों को पाइप से कनेक्शन भी दिया गया।

अपने 1 घंटे के संबोधन में उन्होंने भारत के विकास की गतिशीलता सरकार की कार्यपद्धति आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था के साथ-साथ कई मुद्दों का उन्होंने जिक्र किया।
अंत में उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि हम सभी भाजपा कार्यकर्ता हैं और हमारी जिम्मेदारी है कि सरकारी योजना से लोगों को अवगत कराएं, बजट के बारे में जागरूकता लाएं।
मैं भाजपा कार्यकर्ता के उत्साह,उमंग और ताकत को जानता हूं,क्योंकि इसी बीच में मैं भी पला और बड़ा हुआ हूं।

इससे पूर्व कार्यक्रम के शुरुआत में अपने संबोधन में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि हम सभी लोग संगठन की ताकत के बल पर आज कुछ कर पा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश प्रगति पथ पर अग्रसर है,दुनिया में भारत अपना अलग स्थान स्थापित की है और आज भारत दुनिया के सामने मजबूती के साथ खड़े होकर अपना आत्म निर्भरता के साथ दुनिया के देशों को सहयोग कर रही है।

अंत में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष रोहित पाण्डेय ने कहा कि हमारी सरकार देश की प्रगति के लिए चहुमुखी योजना चला रही है,हम सभी लोग योजना व बजट का अध्ययन कर नीचे स्तर तक ले जाने का काम करेंगे।
इसके साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं से माइक्रो डोनेशन अभियान में अपनी भागीदारी बढ़ाने की अपील की।
ज्ञात हो कि भारतीय जनता पार्टी का देश भर में यह अभियान चल रहा है जिसके तहत भाजपा कार्यकर्ता ₹5 से ₹1000 तक ऑनलाइन डोनेशन दे रहे हैं।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से पूर्व जिलाध्यक्ष हरवंश मनी सिंह, नभय चौधरी चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अशोक भिवानीवाला गिरधर मवांडिया, डॉ प्रीति शेखर, प्रो किरण सिंह, संतोष कुमार, विजय कुशवाहा, रोशन सिंह,श्यामल किशोर मिश्रा,दिलीप निराला, बंटी यादव,प्रणब दास, उमाशंकर,मनीष दास, राजीव तिवारी,इंदू भूषण झा, शरद सालारपुरिया, नीरज शुक्ला, प्रिंस मंडल, शैलेंद्र पासवान, कुश पाण्डेय, हर्ष उत्सव, नीरज चंद्रवंशी गुड्डू राय, रंजीत सिंह सोलंकी, जिया गोस्वामी, पूजा झा, रंजीत यादव, गौरव दास, अरुण भगत, अनूप लाल शाह, पंकज सिंह,राज तेजस्वी,मुन्ना सिंह, करण किशोर,अमरदीप शाह, सरवन कुमार सहित दर्जनों कार्यकर्ता ने कार्यक्रम में भाग लिया।

भाजपा नेता अर्जित चौबे ने आम बजट का किया स्वागत, बोले- जन-जन का बजट

जन-जन का बजट : अर्जित चौबे

युवा भाजपा नेता अर्जित चौबे ने कहा कि यह आम बजट जन जन का बजट है। इसमें सभी वर्गों के हितों का ख्याल रखा गया है।

उन्होंने इस जनहितकारी बजट के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं वित्तमंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन का आभार प्रकट किया है। युवा नेता अर्जित चौबे ने कहा कि यह बजट समावेशी, सर्वस्पर्शी है।

यह बजट देश की अर्थव्यवस्था को दिशा व गति देने वाला है। आत्मनिर्भर भारत की नींव को और अधिक मजबूत होगी।

बिहार सरकार में शामिल दो पार्टियों ने भी छात्रों के बंद का किया खुला समर्थन

बिहार में सत्तारूढ़ गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद बीजेपी अपने हर सहयोगी पार्टी से जलील हो रही है. जेडीयू के नेता तो बीजेपी के खिलाफ जहर उगल ही रहे थे, अब दो छोटी पार्टियों ने भी खुला विरोध शुरू कर दिया है. केंद्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ शुक्रवार को छात्रों ने बिहार बंद का आह्वान किया है. राजद-कांग्रेस जैसी पार्टियों ने उसका समर्थन किया है, अब बीजेपी के साथ बिहार सरकार में शामिल दो पार्टियों ने भी छात्रों के बंद का खुला समर्थन कर दिया है।

मुकेश सहनी की पार्टी ने खुल कर कोसा

मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी ने शुक्रवार को छात्रों के बंद का खुला समर्थन करने का एलान किया है. वीआईपी के प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा कि छात्रों की मांगे पूरी तरह से बाजिव है. वीआईपी प्रवक्ता ने कहा कि छात्रों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. ऐसे में वीआईपी पार्टी छात्रों के साथ पूरी तरह से खड़ी है. ग्रुप डी की नौकरी के लिए भी छात्रों के साथ इस तरह से खेल होगा तो वीआईपी पार्टी चुप नहीं बैठेगी।

मांझी की पार्टी को भी मौका मिला

उधर समय समय पर बीजेपी को कोसने के आदि जीतन राम मांझी को भी छात्रों के बहाने बीजेपी पर हमले का मौका मिल गया है. जीतन राम मांझी की पार्टी हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि रेलवे की नौकरी के लिए आवेदन करने वाले छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड किया गया है. उनकी पार्टी छात्रों के बंद का समर्थन करती है।

भाजपा नें जदयू को दी नसीहत’, कहा- विशेष राज्य का दर्जा चाहिए तो करें ये काम, हम भी देंगे साथ

बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर एक बार एनडीए घटक दल बीजेपी (BJP) और जेडीयू (JDU) के नेता आमने-सामने आ गए हैं. जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह द्वारा खुले तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करने के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल (Sanjay Jaiswal) ने उन्हें नसीहत दी है. एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा, ” बिहार को केंद्र से जितना ज्यादा लाभ मिले, उतनी अच्छी बात है. विशेष राज्य के दर्जे की मांग कर रहे जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात करनी चाहिए, जिन्होंने ये मांग की है.”

ललन सिंह को करना चाहिए ये काम

संजय जायसवाल ने कहा, ” झारखंड, ओडिशा, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भी विशेष राज्य के दर्जे की मांग कर रहे हैं. ऐसे में ललन सिंह उनसे मुलाकात करें. अगर वे हमें भी साथ लेकर जाना चाहते हैं तो हम भी उनके साथ चलेंगे. वे अगर बीजेपी नेताओं को भी साथ लेकर जाना चाहते हैं तो कहें. हम भी उनके साथ खुशी से चलेंगे.”

ललन सिंह ने कही थी ये बात

 

गौरतलब है कि प्रदेश के मुखिया नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी जेडीयू (JDU) ने फिर एक बार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग उठाई है. पार्टी ने इस बाबत एक गाना भी जारी किया है, जिसमें केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) से बिहार पर ध्यान देने की गुहार लगाई जा रही है. साथ ही राज्य को विशेष दर्जा भी देने को कहा गया है. वहीं, इस गाने को ट्वीट कर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) ने अपनी बातें रखीं हैं. उन्होंने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि विशेष राज्य का दर्जा बिहार वासियों का अधिकार है. हम कोई भीख नहीं मांग रहे हैं.

 

ललन सिंह ने ट्वीट कर कही ये बात

 

जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा, ” केंद्र सरकार से बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग बिहारवासी कोई भीख या कर्ज में नहीं मांग रहे हैं, बल्कि अपना हक मांग रहे हैं. बिहारवासियों के हक की आवाज हम लोग सड़क से सदन तक उठाते रहेंगे. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलने से विकासोन्मुख योजनाओं में मिलेगी वित्तीय सहायता तभी राज्य राष्ट्रीय औसत के विकास दर को छू पाएगा. बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व में तीव्रता से आगे बढ़ा है. अब उनके इसी मांग पर बीजेपी नेता ने उन्हें नसीहत दी है.

मंत्री शाहनवाज हुसैन बोले- यूपी के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और निषाद पार्टी मिलकर भारी तादाद में सीट जीतकर सरकार बनाएंगे

यूपी के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और निषाद पार्टी मिलकर भारी तादाद में सीट जीतकर सरकार बनाएंगे- उद्योग मंत्री बिहार सरकार सैयद शाहनवाज हुसैन

भागलपुर के रेशम भवन में बिहार राज्य औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड की इकाई बिहार स्पन सिल्क मिल के कर्मचारियों के लंबित वेतन भुगतान कार्यक्रम में उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन पहुंचे और वहां प्रेस वार्ता की ,प्रेस वार्ता में मीडिया से बात करते हुए आगामी उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि 10 फरवरी को यूपी में पहले चरण का मतदान होना है ,राजनीतिक उठापटक के बीच चुनाव जीतने के लिए राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है, नेताओं के दल बदलने का सिलसिला भी जारी है परंतु भारतीय जनता पार्टी मजबूत स्थिति में है । उन्होंने यह भी कहा कि हमारी पार्टी के लोगों को पार्टी बदलने की जरूरत नहीं होगी ,साथ ही उन्होंने कहा कि नेहा सिंह राठौर कहती है “यूपी में का बा “तो उस पर मैं कहता हूं यूपी में जा कर देख ले क्या नहीं है, खुली आंख से लोग यूपी देख सकते हैं, यूपी जितना तेजी से तरक्की किया है “वन डिस्टिक वन प्रोडक्ट” हर जिले में एक उद्योग लगा है यूपी में ।

उत्तर प्रदेश तरक्की के रास्ते पर है ,यूपी के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी पहले से भी ज्यादा सीट जीतकर सरकार बनाएगी वहीं राजनीतिक सरगर्मी पर संवाद हुसैन ने कहा कि कोई उठापटक नहीं है ,इस चुनाव में एकतरफा जीत भारतीय जनता पार्टी की होगी ,यूपी में हमारा गठबंधन है, भारतीय जनता पार्टी और निषाद पार्टी एक साथ चुनाव लड़ रहे हैं और हम लोग भारी तादाद में सीट जीतकर सरकार भी बनाने वाले हैं।

बिहार विधान परिषद चुनाव : इन दो सीटों पर फंसा है पेंच, अब भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व ही JDU से करेगा बात

विधान परिषद चुनाव को लेकर बिहार एनडीए के अंदर रस्साकशी दिलचस्प दौर में जा पहुंची है. शनिवार को भारतीय जनता पार्टी की कोर कमेटी ने इस फैसले पर मुहर लगा दी कि उनकी पार्टी 13 सीटिंग सीटों पर चुनाव लड़ेगी. स्थानीय निकाय कोटे से होने वाली इन सीटों पर बीजेपी पहले से ही अपना दावा करते रही है. बाकी बची 11 सीटों पर उसने जेडीयू के चुनाव लड़ने की पेशकश भी कर डाली है लेकिन परिषद चुनाव में सीट शेयरिंग का असल पेंच 2 सीटों को लेकर फंसा हुआ है.

बीजेपी के अंदरूनी सूत्रों की माने तो मधुबनी और दरभंगा सीट को लेकर बीजेपी और जेडीयू के बीच सहमति नहीं बन पा रही है. यही वजह है कि जेडीयू के नेता 50-50 के फार्मूले की बात कर रहे हैं जबकि बीजेपी परिषद चुनावों में अपनी कोई भी सीटिंग सीटें छोड़ने के लिए तैयार नहीं है. मधुबनी सीट फिलहाल बीजेपी के पास है और इस सीट पर जेडीयू की तरफ से भी दावा किया जा रहा है. दरअसल, जेडीयू खेमे में ऐसे चेहरे मौजूद हैं जो इस सीट से दावेदार हैं जबकि दूसरी तरफ बीजेपी का सीधा कहना है कि वह अपनी सीटिंग सीट नहीं छोड़ेगी.

उधर, दरभंगा सीट को लेकर भी जिच बरकरार है. दरभंगा सीट से जीत हासिल करने वाले सुनील सिंह का निधन हो चुका है लेकिन बीजेपी इस सीट पर एक नया उम्मीदवार देना चाहती है. बताया जा रहा है कि इसमें कैंडिडेट को पार्टी के कुछ केंद्रीय नेताओं ने कमिटमेंट तक कर रखा है जिसकी वजह से दावेदारी की जा रही है. जबकि इस उम्मीदवार को लेकर ही जेडीयू की तरफ से खासा विरोध है. दरअसल, बीजेपी जैसे चेहरे को यहां उम्मीदवार बनाना चाहती है वह कभी जेडीयू में हुआ करते थे. इसी वजह से पेच फंसा हुआ है.

हालांकि बीजेपी कोर कमेटी की बैठक में यह बात साफ हो गई है कि 3 सीटें ऐसी हैं जहां उनकी तरफ से पुराने चेहरे चुनावी मैदान में नहीं होंगे. औरंगाबाद से चुनाव लड़ने वाले राजन सिंह ने इस बार चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है. जबकि समस्तीपुर और दरभंगा में भी पार्टी की तरफ से नए चेहरे होंगे. कोर कमेटी की बैठक में 13-11 के फार्मूले पर सहमति बनाई गई और इस यह तय कर दिया गया कि अब जेडीयू से आगे की बातचीत बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व करेगा.