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कोरोना वायरस के 1249 नए मामलों की पुष्टि, 2 लोगों की हुई मौत

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, शुक्रवार को बीते 24 घंटों में भारत में कोविड-19 के 1,249 नए मामले सामने आए हैं और दो मौतें हुई हैं। देश का कुल सक्रिय केसलोड बढ़कर 7,927 हो गया है, जो कुल का 0.02 प्रतिशत है। गुजरात और कर्नाटक से कोरोना से दो मरीजों की मौत हुई है, जिसके बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 5,30,818 हो गई है। इसी अवधि में 925 मरीज ठीक भी हुए हैं। जिसके चलते ठीक होने वाले संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 4,41,61,922 हो गई है। नतीजतन, भारत का रिकवरी रेट 98.79 प्रतिशत है।

कोरोना संक्रमण के ताजा मामले

इस बीच, डेली और वीकली पॉजिटिविटिी रेट क्रमश: 1.19 प्रतिशत और 1.14 प्रतिशत रही। साथ ही इसी अवधि में, देश भर में कुल 1,05,316 टेस्ट किए गए, जिससे कुल संख्या 92.07 करोड़ से अधिक हो गई। मंत्रालय ने कहा कि शुक्रवार सुबह तक, भारत ने पिछले 24 घंटों में 6,117 डोज सहित कुल 220.65 करोड़ टीके लगाए हैं। एक तरफ जहां कोरोना के बढ़ते मामले लोगों के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं. वहीं दूसरी तरफ H3N2 वायरस से संक्रमण के मामलों में भी तेजी देखने को मिल रही है. झारखंड, पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में संक्रमण के मामलों की पुष्टि की गई है जो कि धीरे धीरे कर बढ़ते ही जा रहे हैं.

दिल्ली मुंबई के हालात

इसी कड़ी में बीते दिनों दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना के 83 मामलों की पुष्टि की गई थी। वहीं महाराष्ट्र में 280 नए मामलों की पुष्टि की गई थी। अकेले मुंबई में कोरोना के 61 नए मरीज मिले थे। बता दें कि महाराष्ट्र में संक्रमण से एक शख्स की मौत भी हुई थी। वहीं दिल्ली में भी कोरोना संक्रमण से एक व्यक्ति के मौत की पुष्टि की गई थी। देश में बार बार कोरोना के बढ़ते मामले डराने का काम कर रहे हैं। हालांकि सरकार द्वारा इस बाबत दिशानिर्देश जारी करते हुए 6 राज्यों को अलर्ट भी किया गया था।

भारत में कोरोना फिर कर रहा वापसी! 140 दिन बाद एकसाथ आए इतने ज्यादा मामले; पढ़े पूरी रिपोर्ट

भारत में अभी भी कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ रहा है। आज इसके मामलों में अचानक तेज उछाल देखने को मिला है। देश में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,300 नए मामले आने के बाद देश में अभी तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 4,46,99,418 हो गई है। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 7,605 पर पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, एक दिन में नए मामलों की यह संख्या बीते 140 दिनों में सबसे ज्यादा है।

कर्नाटक, गुजरात और महाराष्ट्र कोरोना से एक-एक मरीज की मौत

कर्नाटक, गुजरात और महाराष्ट्र में संक्रमण से एक-एक मरीज की मौत के बाद देश में मृतक संख्या बढ़कर 5,30,816 हो गई। भारत में संक्रमण की दैनिक दर 1.46 प्रतिशत और साप्ताहिक दर 1.08 प्रतिशत है। देश में अभी 7,605 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 0.02 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार, मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.79 प्रतिशत है। अभी तक कुल 4,41,60,997 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं, जबकि कोविड-19 से मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है।

PM मोदी ने बुलाई हाईलेवल मीटिंग

स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, भारत में राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 220.65 करोड़ खुराक लगाई जा चुकी हैं। इस बीच, देश में पिछले दो सप्ताह में इन्फ्लूएंजा और कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को उच्च-स्तरीय बैठक बुलाई और कहा कि कोविड-19 अभी खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने अधिकारियों को जीनोम अनुक्रमण बढ़ाने तथा लोगों द्वारा कोविड-उपयुक्त व्यवहार अपनाए जाने पर जोर दिया।

देश में फिर आ रही है कोरोना महामारी की लहर! एक्टिव केस 7 हजार के पार

भारत में एक तरफ H3N2 इन्फ्लुएंजा के मामले लगातार बढ़ रहे हैं तो दूसरी तरफ कोविड के मामलों में भी उछाल आया है। भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,134 नए मामले आने के बाद देश में अभी तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 4,46,98,118 हो गई है। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 7,026 पर पहुंच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात और महाराष्ट्र में संक्रमण से एक-एक मरीज की मौत के बाद देश में मृतक संख्या बढ़कर 5,30,813 हो गई।

केरल में कोरोना से एक और मौत

वहीं, संक्रमण से मौत के आंकड़ों का पुन:मिलान करते हुए केरल ने वैश्विक महामारी से जान गंवाने वाले मरीजों की सूची में एक नाम और जोड़ा है। भारत में संक्रमण की दैनिक दर 1.09 प्रतिशत और साप्ताहिक दर 0.98 प्रतिशत है। देश में अभी 7,026 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 0.02 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार, मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.79 प्रतिशत है। अभी तक कुल 4,41,60,279 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं, जबकि कोविड-19 से मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है।

220.65 करोड़ लोगों को लग चुकी है वैक्सीन

स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, भारत में राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविद-19 रोधी टीकों की 220.65 करोड़ खुराक लगाई जा चुकी हैं। गौरतलब है कि भारत में सात अगस्त 2020 को कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे।

25 जनवरी 2022 को संक्रमण के मामले चार करोड़ के पार

देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे। चार मई 2021 को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। पिछले साल 25 जनवरी को संक्रमण के कुल मामले चार करोड़ के पार चले गए थे।

कोरोना फिर कर रहा वापसी, एक्टिव केस 6 हजार के पार

भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। देश में एक दिन में कोरोना संक्रमण के 699 नए मामले आने के बाद देश में अभी तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 4,46,96,984 हो गई है। वहीं उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 6,559 पर पहुंच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार को सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, ओडिशा में संक्रमण से एक मरीज की मौत के बाद देश में मृतक संख्या बढ़कर 5,30,808 हो गई है। वहीं संक्रमण से मौत के आंकड़ों का पुन:मिलान करते हुए केरल ने वैश्विक महामारी से जान गंवाने वाले मरीजों की सूची में एक नाम और जोड़ा है।

220.65 करोड़ लोगों को लग चुकी है वैक्सीन

भारत में अभी 6,559 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 0.71 प्रतिशत है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.80 प्रतिशत है। अभी तक कुल 4,41,59,617 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं, जबकि कोविड-19 से मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है। स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, देश में राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 220.65 करोड़ खुराक लगाई जा चुकी हैं।

25 जनवरी 2022 को संक्रमण के मामले चार करोड़ के पार

गौरतलब है कि भारत में सात अगस्त 2020 को कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे।

इस राज्य में 100 के पार कोरोना वायरस के एक्टिव मामले, झारखंड में H3N2 के फिर मिले नए केस

देश में कोरोना संक्रमण के मामले जहां एक तरफ प्रशासन व सरकार के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ इंफ्लुएंजा H3N2 वायरस के भी मामले बढ़ने लगे है। इस वायरस की चपेट में आने से पश्चिम बंगाल में कई लोगों की मौत भी हो गई है। उत्तर प्रदेश में भी कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं। इस साल पहली बार उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या 100 के आंकड़े को पार कर गई है। सोमवार रात तक यह संख्या 102 पर थी, जबकि राज्य की राजधानी में 12 सक्रिय मामले हैं। राज्य निगरानी अधिकारी, विकासेंदु अग्रवाल ने कहा, कोविड के मामलों की संख्या में वृद्धि हुई है, लेकिन घबराने की आवश्यकता नहीं है। वर्तमान में 102 कोविड मामले हैं। गौतम बुद्ध नगर, मुजफ्फरनगर और लखनऊ में मरीज अधिक हैं।

इतने लोगों ने नहीं ली बूस्टर डोज

कोविड मामलों में वृद्धि के लिए मौसम में अचानक बदलाव और लोगों द्वारा बूस्टर वैक्सीन शॉट नहीं लेने को जिम्मेदार ठहराया गया है। एसोसिएशन ऑफ इंटरनेशनल डॉक्टर्स के महासचिव अभिषेक शुक्ला ने कहा, करीब 16.89 करोड़ लोगों ने दूसरी खुराक ली है, लेकिन बूस्टर शॉट अब तक केवल 4.60 करोड़ लोगों को ही दिया गया है। उत्तर प्रदेश में 98.88 प्रतिशत की रिकवरी दर के साथ 21,28,330 कोविड मामले आए और 23,649 मौतें हुई हैं। लखनऊ में एक निजी अस्पताल के निदेशक संदीप कपूर ने कहा, अगर हम प्रोटोकॉल का पालन करते हैं, तो कोविड संक्रमण से बचना आसान है। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना, सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का उपयोग करना और शारीरिक दूरी बनाए रखना चाहिए।

झारखंड में H3N2 के बढ़ रहे मामले

वहीं झारखंड में सक्रिय कोविड-19 मामलों की संख्या 10 तक पहुंच गई है, जबकि एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के दो मामले भी सामने आए हैं। इसे ध्यान में रखते हुए राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों और प्रखंडों को टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट की तर्ज पर कदम उठाने के लिए अलर्ट कर दिया है। स्वास्थ्य कर्मियों को मास्क पहनने, हाथों की स्वच्छता बनाए रखने व कोविड प्रोटोकाल का पालन करने के लिए कहा गया है। एच3एन2 इन्फ्लुएंजा का पहला मामला शनिवार को जमशेदपुर में, जबकि दूसरा रविवार को रांची में सामने आया। पहले मामले में 68 वर्षीय एक महिला वायरस से संक्रमित पाई गई थी, जिसका इलाज टाटा मेन अस्पताल में चल रहा है।

लैब भेजे गए सैंपल

पूर्वी सिंहभूम स्थित सिविल सर्जन जुझार मांझी के मुताबिक लक्षण दिखाने वाले छह मरीजों के सैंपल जांच के लिए माइक्रो वायरोलॉजी लैब भेजे गए थे, इसमें महिला मरीज में इंफ्लूएंजा की पुष्टि हुई। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद, उसके परिवार के चार सदस्यों को जिला निगरानी विभाग द्वारा घर पर ही आइसोलेट कर दिया गया है और उनके नमूने लिए गए हैं। मांझी ने कहा कि महिला मरीज का कोई यात्रा इतिहास नहीं है। दूसरे मामले में इन्फ्लूएंजा से संक्रमित एक बच्ची का रांची के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने बताया कि ऑक्सीजन थेरेपी से उसका इलाज किया जा रहा है।

राज्य में शनिवार को पांच नए कोविड-19 मामले मिले। इनमें से दो मरीज रांची, दो पूर्वी सिंहभूम और एक देवघर का है। बढ़ते मामलों को देखते हुए रांची सदर अस्पताल में 20 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है, इसमें ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, हाई फ्लो नेजल कैन्युला (एचएफएनसी) डिवाइस आदि की व्यवस्था की गई है। रिम्स प्रबंधन के मुताबिक संस्थान में आइसोलेशन वार्ड में 24 बेड भी रखे गए हैं। राज्य में 23 फीसदी लोग ऐसे हैं, जिन्होंने अभी तक कोविड वैक्सीन की दूसरी खुराक नहीं ली है। इधर, स्वास्थ्य विभाग ने केंद्र से बच्चों के टीकाकरण के लिए कोवोवैक्स वैक्सीन की डोज उपलब्ध कराने की मांग की है।

कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्र सरकार अलर्ट, नई गाइडलाइंस जारी

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत कोविड-19 नेशनल टास्क फोर्स ने कोरोना वायरस से पीड़ित वयस्क नागरिकों के लिए संशोधित क्लीनिकल गाइडलाइंस जारी की हैं। नेशनल टास्क फोर्स के मुताबिक एंटी वायरस की दवाओं के प्रयोग को लेकर, संशोधित गाइडलाइंस में लोपिनाविर-रिटोनाविर, हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन (एचसीक्यू), इवरमेक्टिन, मोलनुपिराविर, फेविपिराविर, एजिथ्रोमाइसिन और डॉक्सीसाइक्लिन जैसी दवाओं का इस्तेमाल न करने की सलाह दी गई है। कोविड-19 पर राष्ट्रीय निगरानी समूह ने वयस्क कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी का उपयोग न करने की सलाह दी है।

नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) विनोद पॉल की अध्यक्षता वाले नेशनल टास्क फोर्स में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर), स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के अधिकारी शामिल हैं। टास्क फोर्स ने वयस्क रोगियों के इलाज के लिए क्लीनिकल गाइडलाइंस प्रोटोकॉल को संशोधित करने के लिए 5 जनवरी को आखिरी बार बैठक की थी।

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कहा, एटीबायोटिक दवाओं का इस्तेमाल तब तक नहीं किया जाना चाहिए, जब तक जीवाणु संक्रमण (बैक्टीरियल इन्फेक्शन) का क्लीनिकल संदेह न हो। कोविड-19 का अन्य स्थानिक संक्रमणों के साथ सह-संक्रमण की संभावना पर भी विचार किया जाना चाहिए। हल्की बीमारी के दौरान सिस्टमिक और कॉर्टिको स्टेरॉयड देने की सलाह नहीं दी जाती है।

राजधानी के बाद अब महाराष्ट्र में बढ़ रहे कोरोना के मामले, मंत्रालय ने जारी किया दिशानिर्देश

देश में कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं। राजधानी दिल्ली में हाल ही में 42 कोरोना संक्रमण के नए मामलों की पुष्टि की गई थी। लेकिन दिल्ली के बाद अब महाराष्ट्र में भी कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं। यहां 236 नए मामलों की पुष्टि की गई है। ऐसे में देश में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 5,915 पहुंच चुकी है। महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी के मुताबिक रविवार के दिन राज्य में कोरोना संक्रमण के 236 नए मामलों की पुष्टि की गई है। इस कारण राज्य में अबतक संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 81,39,737 पहुंच चुका है। हालांकि इस दौरान किसी की मौत नहीं हुई है।

कहां कितने आए मामले

महाराष्ट्र में जिन 236 नए संक्रमणों की पुष्टि की गई है। उनमें से 52 संक्रमण के मामले मुंबई से सामने आए हैं। वहीं ठाणे से 33 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि की गई है। मुंबई सर्कल में 109 मामले दर्ज किए गए हैं। पुणें में 69, नासिक में 21, कोल्हापुर और अकोला में 13-13 मामले और औरंगाबाद में 10 व नागपुर में 2 संक्रमण के मामलों की पुष्टि की गई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक पिछले 24 घंटे में मरीजों के ठीक होने की संख्या बढ़कर 79,90,001 पहुंच चुकी है।

मंत्रालय ने जारी की गाइडलाइंस

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत कोविड-19 नेशनल टास्क फोर्स ने कोरोना वायरस से पीड़ित वयस्क नागरिकों के लिए संशोधित क्लीनिकल गाइडलाइंस जारी की हैं। नेशनल टास्क फोर्स के मुताबिक एंटी वायरस की दवाओं के प्रयोग को लेकर, संशोधित गाइडलाइंस में लोपिनाविर-रिटोनाविर, हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन (एचसीक्यू), इवरमेक्टिन, मोलनुपिराविर, फेविपिराविर, एजिथ्रोमाइसिन और डॉक्सीसाइक्लिन जैसी दवाओं का इस्तेमाल न करने की सलाह दी गई है। कोविड-19 पर राष्ट्रीय निगरानी समूह ने वयस्क कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी का उपयोग न करने की सलाह दी है।

सावधान : पटना के कंकड़बाग में मिला 3 कोरोना मरीज, प्राइवेट हॉस्पिटल में चल रहा इलाज

चिंता पटना में मिले 3 कोरोना संक्रमित : सुवाइन फ्लू, हांगकांग फ्लू एच3एन2 से जूझ रहे पटना में शनिवार को कोरोना के तीन संक्रमित मिले। लगभग 50 दिन में पहली बार पटना में तीन कोरोना संक्रमित एक साथ पाए गए। संक्रमितों में एक पटना, एक भोजपुर और एक रोहतास का निवासी है। भोजपुर और रोहतास का निवासी पीएमसीएच में भर्ती होकर इलाज करा रहे थे। पीएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में हुई जांच में वे दोनों संक्रमित पाए गए। दोनों का अब भी पीएमसीएच में इलाज चल रहा है।

वहीं पटना निवासी व्यक्ति मेडिवर्सल अस्पताल में इलाज करा रहा था। वहां से उसने अपनी जांच कंकड़बाग के एक निजी लैब में कराई। उसमें वह कोरोना संक्रमित पाया गया। संक्रमित पाये जाने के बाद इसी अस्पताल में उसका इलाज हो रहा है। संबंधित अस्पताल प्रशासन के द्वारा तीनों संक्रमितों की जानकारी शनिवार को सिविल सर्जन कार्यालय को दी गई। सिविल सर्जन डॉ. श्रवण कुमार ने बताया कि तीनों की फ्लू की भी जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि लक्षण के आधार पर सभी अस्पतालों को पहले कोरोना जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं। एंटीजन जांच में कोरोना निगेटिव आने पर गंभीर रूप से संक्रमित व्यक्ति की इन्फ्लूएंजा फ्लू जांच भी कराई जा रही है। इधर, पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ बीपी चौधरी ने बताया कि कोरोना को लेकर घर हो अथवा अस्पताल लोग सावधानी जरूर बरतें।

स्वाइन के 4 व हांगकांग फ्लू के दो पीड़ित मिल चुके

पटना में स्वाइन फ्लू के अब तक 4 और हांगकांग फ्लू के दो संक्रमित मिल चुके हैं। इस कारण अस्पतालों में इन्फ्लूएंजा प्रोटोकॉल भी लागू किया गया है। पीएमसीएच और आईजीआईएमएस जैसे अस्पतालों के प्रमुख विभागों में बिना मास्क की एंट्री बंद है। स्वाइन फ्लू, हांगकांग फ्लू के बीच कोरोना के एक साथ तीन मामले मिलने के बाद स्वास्थ्य महकमे की चुनौती बढ़ गई है।

ओमिक्रॉन के संक्रमित ही अभी सामने आ रहे

सिविल सर्जन कार्यालय के सूत्रों के मुताबिक लगभग 50 दिनों के बाद पटना में एक साथ तीन कोरोना संक्रमित मिले हैं। दिसंबर के बाद से इक्का-दुक्कासंक्रमित 10 से 15 दिनों के अंतराल पर मिलता रहा है। सभी में सामान्य ओमिक्रॉन जैसे ही लक्षण मिल रहे हैं, जो ज्यादा घातक नहीं है। उन्होंने बताया कि अस्पतालों में कोरोना को लेकर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश भी दिए गए हैं।

देश में 126 दिन बाद कोरोना के 843 केस सामने आए

नई दिल्ली, एजेंसी। भारत में शनिवार को 126 दिन के बाद एक दिन में कोरोना के 843 मामले दर्ज किए गए। वहीं, चार लोगों की मौत हो गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। इस बीच, देश में 76 नमूनों के कोरोना वायरस के एक्सबीबी1.16 स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा, कोरोना मामलों में वृद्धि की वजह एक्सबीबी1.16 हो सकता है, जबकि इनफ्लुएंजा के मामले एच3एन2 के कारण हैं। ज्यादतर मामले गंभीर प्रकृति के नहीं हैं, इसलिए अभी घबराने या डरने की बात नहीं है।

देश में बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामले, 126 दिन बाद इतने हुए केस

भारत में शनिवार को 126 दिन के बाद एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 800 से अधिक मामले दर्ज किए गए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शनिवार सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड-19 के 843 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 4,46,94,349 हो गई है। पिछले चौबीस घंटे में झारखंड और महाराष्ट्र से संक्रमण से एक-एक, जबकि केरल से दो लोगों की मौत की जानकारी मिली है। इससे मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 5,30,799 पर पहुंच गई है।

बढ़ रहे संक्रमण के मामले

मंत्रालय के मुताबिक, देश में उपाचाराधीन रोगियों की संख्या 5,839 है, जो संक्रमितों की कुल तादाद का 0.01 प्रतिशत है। वहीं, संक्रमण से उबरने वालों की राष्ट्रीय दर 98.80 प्रतिशत है। मंत्रालय के अनुसार, भारत में कोविड-19 को मात देने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 4,41,58,161 हो गई है। वहीं, मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत आंकी गई है। मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत देश में अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 220.64 करोड़ खुराक लगाई जा चुकी हैं।

इन राज्यों में अलर्ट

कोविड 19 के लगातार बढ़ते मामलों के कारण कुल 6 राज्यों में अलर्ट जारी करते हुए कोविड की स्थिति पर नजर बनाए रखने को लेकर निर्देश जारी किया गया है। महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, गुजरात, केरल और तमिलनाडु में कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है। वहीं बचाव और निगरानी के लिहाज से स्थिति पर नजर बनाए रखने को लेकर निर्देशित किया गया है।

फिर बढ़ा कोरोना वायरस का खौफ? 6 राज्यों में अलर्ट जारी, 4 महीने बाद आए इतने मामले

कोरोना वायरस संक्रमण के मामले देश में एक बार फिर बढ़ने लगे हैं। कुल चार महीने बाद देश में कोरोना के सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। गौरतलब है कि बीते कुछ सप्ताह से कोरोना के लगातार बढ़ते मामले सरकार व प्रशासन के लिए चिंता का कारण बने हुए हैं। एक तरफ जहां कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ H3N2 वायरस के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। इस कारण केंद्र सरकार द्वारा 6 राज्यों में नजर बनाए रखने को लेकर निर्देश जारी किए गए हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर शेयर की गई जानकारी के मुताबिक देश में 16 मार्च के दिन कोरोना संक्रमण के कुल 754 मामले दर्ज किए गए हैं। इसी के साथ देश में कोरोना संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या 4,623 पहुंच चुकी है। बीते साल 12 नवंबर को अंतिम बार सबसे अधिक मामले 734 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए थे।

इन राज्यों में अलर्ट

कोविड 19 के लगातार बढ़ते मामलों के कारण कुल 6 राज्यों में अलर्ट जारी करते हुए कोविड की स्थिति पर नजर बनाए रखने को लेकर निर्देश जारी किया गया है। महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, गुजरात, केरल और तमिलनाडु में कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है। वहीं बचाव और निगरानी के लिहाज से स्थिति पर नजर बनाए रखने को लेकर निर्देशित किया गया है।

महाराष्ट्र में कोरोना

कोरोना संक्रमण के मामलों में महाराष्ट्र अब भी आगे है। कोरोना की शुरुआत से लेकर अब तक जितनी भी कोविड की लहरें आईं। सभी के दौरान महाराष्ट्र कोरोना संक्रमण के मामलों में सबसे आगे था। इसके बाद दिल्ली व अन्य राज्यों में कोरोना के सबसे अधिक संक्रमण के मामले दर्ज किए गए थे।

कोरोना का खौफ! बेटे संग 3 साल घर में कैद रही महिला, पति की भी एंट्री थी बैन

कोरोना वायरस का डर ज्यादातर लोगों के लिए बीते दिनों की बात हो सकती है, लेकिन गुरुग्राम की एक महिला के लिए नहीं। दरअसल एक महिला ने कोविड-19 से संक्रमित होने के डर से खुद को और अपने बेटे को लगभग 3 साल तक अपने घर में बंद कर लिया था। यह घटना गुरुग्राम के मारुति कुंज इलाके में सामने आई। महिला की पहचान मुनमुन माझी के रूप में हुई है और उसके 10 साल के बच्चे को मंगलवार को पुलिस, स्वास्थ्य और बाल कल्याण विकास अधिकारियों की एक टीम ने बचाया था। दोनों को आगे के इलाज के लिए गुरुग्राम के सिविल अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया।

कहा जा रहा है कि महिला कोरोना से बेहद डरी हुई थी और जब 2020 में पहली बार लॉकडाउन के बाद प्रतिबंधों में ढील दी गई थी तब महिला का इंजीनियर पति सुजान माझी काम करने के लिए बाहर निकला था, इसके बाद उसने अपने पति को घर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी थी। सुजान ने कुछ दिन अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के घर बिताए लेकिन बाद में उन्होंने अपने परिवार के संपर्क में रहने के लिए उसी इलाके में एक और घर किराए पर ले लिया।

वह वीडियो कॉल के जरिए उनके संपर्क में रहे और दोनों की सभी जरूरतों को पूरा किया। वह उनका मासिक किराया और अपने बेटे की स्कूल की फीस चुकाता, उनके लिए किराने का सामान और सब्जियां खरीदता और मुख्य दरवाजे पर छोड़ देता। सिलेंडर बदलने के बाद महिला ने गैस चूल्हे का इस्तेमाल करना बंद कर दिया। इसके बजाय उसने खाना पकाने के लिए इंडक्शन हीटर का इस्तेमाल किया। महिला का बेटा ऑनलाइन क्लास लेता था।

सुजान ने उसे मनाने के कई प्रयास किए लेकिन सब व्यर्थ रहा। उसने अपने ससुराल वालों को मुनमुन से बात करने के लिए भी कहा। लेकिन मुनमुन अपने फैसले पर इतनी सख्त थी कि वह बेटे को तब तक नहीं छोड़ेगी जब तक कि उनके पास बच्चों के लिए कोविड का टीका नहीं आ जाता। अब तक 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए कोई टीका नहीं था, जबकि महिला का बेटा 10 साल का है। बाद में सुजान ने पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने मंगलवार को मुनमुन के घर पुलिस के साथ जाने के लिए स्वास्थ्य विभाग और बाल कल्याण विभाग के सदस्यों से संपर्क किया।

कोरोना के नियमों में छूट, आज से इन देशों से भारत आने वाले यात्रियों को मिलेगी बड़ी राहत; पढ़े पूरी रिपोर्ट

दुनिया के देशों में कोरोना के केसेज अब कम होते जा रहे हैं और इसे देखते हुए भारत सरकार ने छह देशों – चीन, सिंगापुर, हांगकांग, कोरिया, थाईलैंड और जापान से आने वाले यात्रियों के लिए प्री-बोर्डिंग आरटी-पीसीआर परीक्षण की अनिवार्यता सोमवार से खत्म कर दी है और साथ ही कोविड के प्रतिवंध हटाए जाने की भी घोषणा की है।  केंद्र ने इन छह देशों से आने वाले यात्रियों के लिए ‘हवाई सुविधा’ फॉर्म अपलोड करने के नियम को भी आज से हटा दिया है। कोविड के इन नियमों को हटा दिए जाने से इन छह देशों से आने वाले यात्रियों को काफी सहूलियत होगी।

नागरिक उड्डयन सचिव राजीव बंसल को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने लिखा है कि छह देशों से अंतरराष्ट्रीय आगमन के लिए यात्रियों को कोविड -19  के नियमों मे छूट दिए जाने का फैसला लिया गया है, जिसमें यात्रियों को ‘एयर सुविधा’ फॉर्म अपलोड करने की आवश्यकता, प्री-बोर्डिंग आरटी-पीसीआर परीक्षण की अनिवार्यता जैसे नियमों में बदलाव किया गया है। अपडेटेड गाइडलाइंस 13 फरवरी को सुबह 11 बजे से लागू हो जाएंगी।

कोरोना के नए वेरिएंट पर रखी जाएगी नजर 

हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय कोविड के नए वेरिएंट की निगरानी जारी रखेगा और भारत आने वाले सभी यात्रियों में से 2% का कोविड-19 के लिए रैंडम परीक्षण, चाहे स्रोत देश कोई भी हो, ये बना रहेगा।  बता दें कि चीन और पड़ोसी देशों में कोविड की बढ़ती स्थिति के कारण नवंबर में रोके गए रैंडम टेस्ट को 24 दिसंबर से फिर से शुरू किया गया था। लेकिन पिछले कुछ हफ्तों में इन देशों में भी कोरोनोवायरस के मामलों में भारी गिरावट आई है जिसके मद्देनजर छूट देने का फैसला लिया गया है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 28 दिनों में दर्ज की गई कोरोना मरिजों की संख्या की तुलना में पिछले 28 दिनों में नए संक्रमणों में 89% की गिरावट देखी गई है और चाइना सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुख्य महामारी विज्ञानी वू जुनयू ने हाल ही में कहा कि निकट भविष्य में चीन को बड़े पैमाने पर कोविड-19 की ताजा लहर से लड़ने की बहुत कम संभावना है।

भारत मे अब कोरोना हुआ बेदम

भारत में कोविड-19 मामलों की संख्या में गिरावट जारी है और प्रतिदिन 100 से कम मामले दर्ज किए जा रहे हैं। रविवार के आंकड़ों के अनुसार, 124 नए कोविड-19 मामले दर्ज किए गए, जबकि सक्रिय संक्रमण संख्या बढ़कर 1,843 हो गई। Covid-19 के कारण होने वाली मौतों की संख्या 5,30,750 थी। चीन द्वारा अपनी शून्य-कोविड नीति को रद्द करने के बाद कई देशों में बढ़ते मामलों की खबरों के बीच दिसंबर में, भारत ने कोरोना से निपटने के लिए अपनी तैयारी तेज कर दी थी। स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, भारत में अब तक कोविड-19 वैक्सीन की लगभग 220.62 करोड़ खुराक दी जा चुकी है।

महिलाओं से ज्यादा पुरुषों में घातक होता है कोरोना संक्रमण; रिपोर्ट पढ़कर जानें क्यों

कोरोना का संक्रमण महिलाओं से ज्यादा पुरुषों पर ज्यादा घातक होता है. यह बात जानकर आप भी हैरान होंगे. वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन के बाद इस बात का खुलासा किया है. इंटरनेशनल जनरल ऑफ मॉलिक्यूलर साइंसेज में प्रकाशित अध्ययन से पता चला है कि कोविड-19 बीमारी से महिलाओं की तुलना में पुरुषों पर ज्यादा अटैक किया है और उन्हें ज्यादा नुकसान पहुंचाया है. यह वायरस महिलाओं में फेफड़ों के ऊतक की जगह वसा ऊतक पर अधिक आसानी से हमला करता है। अमेरिका के हैकेंसैक मेरिडियन सेंटर फॉर डिस्कवरी एंड इनोवेशन से संबद्ध ज्योति नागज्योति ने कहा कि एक डेटा से पता चला है कि मादा चूहों में वसा ऊतक वायरस के लिए अधिक अनुकूल रहा है और इस प्रकार फेफड़े ज्यादा प्रभावित नहीं हुए हैं. वसा ऊतक के कार्य पर सार्स-कोव-2 संक्रमण के प्रभाव और कोविड-19 मॉडल में वसा हानि पर रोग के प्रभाव का मूल्यांकन किया गया है. जिससे इस बात की पुष्टि हुई है।

नया वेरिएंट भी कर रहा है अटैक

कोरोना का नया वैरीएंट XBB.1.5 भी लोगों में तेजी से अटैक कर रहा है. खासकर जो लोग कोरोना से पहले इफेक्टेड थे उन्हें ज्यादा असर कर रहा है. हाल ही में एक नई रिसर्च ने इस बात का दावा भी किया था. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने बताया था कि करीब 38 देशों में यह नया वैरिएंट पाया जा चुका है. अमेरिका में तो 82 प्रतिशत कोरोना केस इसी नए वैरीएंट के है. डेनमार्क में 2 प्रतिशत और ब्रिटेन में 8 प्रतिशत मामले इस वैरीएंट के सामने आ चुके हैं.

वैक्सीन डोज लेने वालों पर भी कर रहा है

वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद भी यह वैरीएंट लोगों पर अपना असर दिखा रहा है. डब्ल्यूएचओ ने पहले भी कहा था कि कोरोना का खतरा अभी देश से टला नहीं है. इसलिए सभी को उतनी ही सावधानी बरतने की जरूरत है, जितनी पहले बरत रहे थे.

कोरोना के केस अभी भी निकल रहे

कोरोना का खतरा अभी देश से पूरी तरह से टला नहीं है. अभी भी तमाम देशों से लगातार कोरोना की खबरें आ रही है. कोरोना के जो भी नए वेरिएंट आ रहे हैं. उसके भी मरीज हर देश में मिल रहे हैं.

भारत को कोरोना से राहत, देश में सक्रिय कोविड मामले घटकर 1 हजार 896 रह गए

कोरोना महामारी से दुनिया साल 2020 से जूझ रही है। दुनिया के अब भी ऐसे कई देश हैं जहां कोरोना ने तबाही मचाई हुई है। चीन में अब भी कोरोना ने अपना घातक रूप ही अपना रखा है। तो वहीं अब भारत को कोरोना महामारी से कई हद कर राहत मिलती हुई नजर आ रही है। भारत में लगातार कोरोना के आंकड़े घटते हुए नजर आ रहे हैं। तो वहीं नए मामले भी कम ही सामने आए हैं।

भारत में कोरोना के 99 नए मामले आए सामने

शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के नए आंकड़े पेश किए हैं। अपडेट किए गए कोरोना के आंकड़ों के अनुसार भारत ने 99 नए कोरोनोवायरस संक्रमण दर्ज किए हैं। जबकि कोविड के सक्रिय मामले घटकर 1 हजार 896 रह गए हैं। कोविड मामले की संख्या 4.46 करोड़ (4,46,82,437) दर्ज की गई है। सुबह 8 बजे अपडेट किए गए आंकड़ों में कहा गया है कि महाराष्ट्र में एक मौत के साथ मरने वालों की संख्या 5 करोड़ 30 लाख 739 पहुंच गई है।

कोरोना संक्रमण की रिकवरी रेट में हुआ इजाफा

कोरोना की दैनिक संक्रमण दर 0.10 प्रतिशत दर्ज की गई है। जबकि साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 0.08 प्रतिशत आंकी गई थी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोरोना के एक्टिव केस में अब कुल संक्रमणों का 0.01 प्रतिशत शामिल है। जबकि राष्ट्रीय COVID-19 रिकवरी दर बढ़कर 98.81 प्रतिशत हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी बताया कि 24 घंटे की अवधि में सक्रिय कोविड-19 केसों में 10 मामलों की कमी दर्ज की गई है। तो वहीं बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। जबकि मामले की मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत दर्ज की गई।

220.36 करोड़ कोरोना टीके लगाए जा चुके हैं

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक देश में कोविड टीके की 220.36 करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं। भारत की COVID-19 टैली ने 7 अगस्त, 2020 को 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख, 5 सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख का आंकड़ा पार किया था। देश ने पिछले साल 25 जनवरी को चार करोड़ के गंभीर माइलस्टोन को पार किया था।

देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या घटकर हुई 1906, पिछले 24 घंटे में दर्ज हुए इतने नए केस

देश में गुरुवार को पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 132 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही देश में अभी तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 4 करोड़ 46 लाख, 82 हजार 338 हो गई है। इसके अलावा इलाजरत मरीजों की संख्या घटकर 1,906 रह गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में संक्रमण से अभी तक 5 लाख 30 हजार 738 लोगों की जान गई है। वहीं, संक्रमण से मौत के आंकड़ों का पुन: मिलान करते हुए केरल ने वैश्विक महामारी से जान गंवाने वाले मरीजों की सूची में एक नाम और जोड़ा है।

इलाजरत मरीजों की संख्या 0.01 प्रतिशत

संक्रमण की दैनिक दर 08 प्रतिशत, जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 0.08 प्रतिशत है। कोरोना वायरस संक्रमण के इलाजरत मरीजों की संख्या घटकर 1,906 रह गई है, जो कुल मामलों का 0.01 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में इलाजरत मरीजों की संख्या में 16 मामलों की कमी दर्ज की गई है। अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक, देश में मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.81 प्रतिशत है।

टीकों की 220.35 करोड़ खुराक दी गई हैं 

भारत में अभी तक कुल 4 करोड़ 41 लाख 49 हजार 694 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं, जबकि कोविड-19 से मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है। स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 220.35 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं।

गौरतलब है कि भारत में 7 अगस्त 2020 को कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और 5 सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे। 2021 में 4 मई को संक्रमितों की संख्या 2 करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। पिछले साल 25 जनवरी को संक्रमण के कुल मामले 4 करोड़ के पार हो गए थे।