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पवन सिंह बड़ा धमाका करने को तैयार, काराकाट की जनता बोली- पावर चाहिए, मिला जवाब- जान हाजिर है

भोजपुरी गायक पवन सिंह ने दो दिन पहले ही काराकाट लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. अब वह खुलकर मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं. लेकिन काराकाट की जनता यह जानना चाह रही थी कि वह किस पार्टी से लड़ेंगे. इस बीच पवन सिंह ने खुद कहा है कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।

पवन सिंह ने मायावती से की मुलाकात : सूत्रों की मानें तो इससे पहले चर्चा थी कि बिहार में काराकाट सीट पर मायावती की पार्टी बीएसपी की एंट्री होगी,. क्योंकि पवन सिंह ने शुक्रवार शाम बीएसपी मुखिया मायावती से मुलाकात की. जिसके बाद कहा जाने लगा कि पवन सिंह बीजेपी से इस्तीफा देकर हाथी पर सवार होंगे. हालांकि पवन सिंह के करीबी लोगों की मानें तो मायावती से उनकी औपचारिक मुलाकात थी।

पवन सिंह की टीम आई मीडिया के सामने : इससे पहले कहा जा रहा था कि पवन सिंह कब काराकाट आएंगे उसकी जानकारी शनिवार को दी जाएगी. हालांकि शनिवार को पवन सिंह की टीम ने प्रेस कॉफ्रेंस कर यह बताया कि पवन सिंह काराकाट से चुनाव लड़ेंगे, पावर स्टार निर्दलीय मैदान में उतरेंगे. इसकी घोषणा पवन सिंह खुद करेंगे. यह ऐलान कब होगा इसके लिए उनकी टीम ने इंतजार करने के लिए कहा।

”पवन सिंह का खुद का स्वंतत्र रूप से यह निर्णय है कि वह काराकाट संसदीय सीट से यहां के लोगों के विकास के लिए इस बार मैदान में उतरेंगे. पवन सिंह को अभी से ही उन्हें भरपूर समर्थन मिल रहा है. काराकाट के युवाओं सहित प्रदेश की जनता पवन सिंह के साथ है. इस बार निश्चित तौर पर जनता जनार्दन का आशीर्वाद उनके साथ होगा और वह विरोधियों को शिकस्त देंगे.” – संतोष कुमार सिंह, मीडिया प्रभारी, पवन सिंह

इस वजह से पवन सिंह ने किया था इनकार : पवन सिंह को बीजेपी ने 2 मार्च को जारी लिस्ट में पश्चिम बंगाल के आसनसोल लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था. लेकिन उन्होंने 24 घंटे के अंदर यानी 3 मार्च को चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था. एक वजह सामने आई कि पवन सिंह आरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे. लेकिन उन्हें आसनसोल से टिकट मिला, जिससे वो नाराज थे।

‘आसनसोल से चुनाव नहीं लड़ना’ एक वजह यह भी? : दूसरी वजह उनका एक पुराना वीडियो बताया गया, जिसे विरोधियों ने बंगाल की अस्मिता से जोर कर पवन सिंह पर अश्लिल वीडियो बनाने का आरोप लगाया गया. पवन सिंह पर लगातार आरोप लग रहे थे. जिसके बाद उन्होंने आसनसोल सीट छोड़ने का फैसला किया. हालांकि गाने को लेकर उन्होंने सफाई भी दी।

आसनसोल से इनकार, अब ‘काराकाट से लड़ूंगा’ : इसके बाद पवन सिंह ने 13 मार्च को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि वो चुनाव लड़ेंगे. लेकिन यह नहीं बताया कि किस सीट से मैदान में उतरेंगे. इसके बाद 10 अप्रैल को अपने एक्स अकाउंट पर उन्होंने यह ऐलान कर दिया कि वे काराकाट लोकसभी सीट से चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने लिखा- ‘‘माता गुरुतरा भूमेरू’ अर्थात माता इस भूमि से कहीं अधिक भारी होती है और मैंने अपनी मां से वादा किया था कि इस बार चुनाव लड़ूंगा. मैंने निश्चय किया है कि मैं 2024 का लोकसभा चुनाव काराकाट से लड़ूंगा.”

काराकाट की जनता के लिए जान हाजिर- पवन सिंह : पवन सिंह आसनसोल से काराकाट पहुंचे तो सियासी चर्चा भी शुरू हो गई. पवन सिंह ने 11 अप्रैल को अपने एक्स अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया. जिसमें उनके समर्थकों ने कहा कि ”वो अपना है. हमको पावर स्टार चाहिए. काराकाट की जनता पवन सिंह के साथ है.” इसके बाद पवन सिंह पोस्ट में लिखा- ”आप लोगों ने पवन सिंह को बनाया. अब हमारी बारी है. आप लोगो की सेवा करूं. काराकाट की जनता के लिए जान हाजिर है.”

काराकाट की जंग में पवन सिंह कितने दमदार? : काराकाट लोकसभा सीट से पवन सिंह के चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद काराकाट में मुकाबला दिलचस्प हो गया है. यहां एक तरफ एनडीए उम्मीदवार व राष्ट्रीय लोक मार्चा के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा होंगे तो दूसरी तरफ महागठबंधन से सीपीआईएमएल प्रत्याशी राजाराम सिंह ताल ठोकते नजर आएंगे. उपेन्द्र कुशवाहा और राजाराम सिंह दोनों कोईरी जाति से आते है. जबकि पवन सिंह राजपूतों के बीच अपनी जमीन तलाशेंगे।

‘साइंस का छात्र कहां से कॉमर्स के सवाल का जवाब देगा’, उपेंद्र कुशवाहा ने पवन सिंह को लेकर ऐसा क्यों कहा

पावर स्टार पवन सिंह ने रोहतास के काराकाट सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. इसके बाद इस सीट पर जीत दर्ज करना उतना आसान नहीं होगा, इसपर पूर्व केंद्रीय मंत्री व काराकाट उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा ने जवाब दिया है. ईटीवी भारत के सवाल पर एनडीए प्रत्याशी उपेंद्र कुशवाहा ने जवाब देते हुए कहा कि वह साइंस के स्टूडेंट हैं और उनसे सवाल कॉमर्स वाले पूछे जा रहे हैं. कौन लोग चुनाव में आ रहे हैं, इससे उन्हें कुछ लेना-देना नहीं है.

पवन सिंह के चुनाव लड़ने पर क्या बोले कुशवाहा: रोहतास के डेहरी में कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे कुशवाहा ने कहा कि “आपसे आग्रह है कि इस तरह का सवाल न पूछे. हम विज्ञान के विद्यार्थी रह चुके हैं हमसे कॉमर्स का सवाल पूछ रहे हैं तो कहां से जवाब दे पाएंगे.” बता दें कि काराकाट लोकसभा सीट से पवन सिंह के चुनाव लड़ने की घोषणा के साथ ही काराकाट का राजनीतिक समीकरण बदल गया है. कल तक जहां एनडीए और महागठबंधन के उम्मीदवारों के बीच सीधा मुकाबला था, वहीं अब यहां फाइट त्रिकोणीय होने की संभावना है.

काराकाट में मुकाबला त्रिकोणीय : ऐसे में रोहतास जिले का काराकाट संसदीय क्षेत्र एक बार फिर चर्चा में है क्योंकि भोजपुरी के पावर स्टार कहे जाने वाले पवन सिंह ने काराकाट सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. ऐसे में यहां का राजनीतिक तापमान बढ़ गया है. राष्ट्रीय लोक मोर्चा के नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा एक बार फिर से चुनावी मैदान में हैं. वहीं माले के राजा राम इंडिया गठबंधन उम्मीदवार हैं. ऐसे में पवन सिंह के चुनावी मैदान में आ जाने से पूरा मामला दिलचस्प होता हो गया है.

एनडीए का गढ़: काराकाट लोकसभा सीट 2008 के परिसीमन के बाद बना है. तीनों बार यहां से एनडीए ने ही जीत दर्ज की है. अब तक महागठबंधन यहां एक बार भी नहीं जीती है. बता दें कि काराकाट लोकसभा का गठन रोहतास के तीन विधानसभा क्षेत्र डेहरी नोखा और काराकाट और साथ में औरंगाबाद जिले की तीन विधानसभा क्षेत्र नवीनगर ,गोह,ओबरा को मिलाकर हुआ है.

‘उपेंद्र कुशवाहा के सामने अभी बच्चा हैं पवन सिंह’- काराकाट में त्रिकोणीय मुकाबले पर बोले, एनडीए नेता

रोहतास: बिहार का काराकाट लोकसभा क्षेत्र 2009 में अस्तित्व में आया है. पहले यह बिक्रमगंज लोकसभा क्षेत्र के नाम से जाना जाता था. नये परिसिमन में रोहतास जिला का नोखा, डेहरी व काराकाट तथा औरंगाबाद जिला का गोह, ओबरा व नवीनगर विधानसभा क्षेत्र शामिल किया गया. यहां आखिरी फेज में एक जून को मतदान होना है. लेकिन, इनदिनों अचानक से यह लोकसभा सीट सुर्खियों में है. 10 अप्रैल को भोजपुरी स्टार पवन सिंह ने यहां से चुनाव लड़ने की घोषणा की जिसके बाद से यह हॉट सीट बन गयी।

पवन ने त्रिकोणीय बना दिया मुकाबलाः काराकाट लोकसभा सीट कुशवाहा बाहुल सीट माना जाता है. तीनों बार यहां से एनडीए से कुशवाहा जाति के उम्मीदवार ने ही जीत दर्ज की है. अब तक महागठबंधन को यहां से एकबार भी जीत नहीं मिली है. इस बार एनडीए और महागठबंधन दोनों ने कुशवाहा जाति के नेता को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. एनडीए की ओर से राष्ट्रीय लोक मोर्चा के सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा मैदान में हैं, वहीं महागठबंधन की ओर से सीपीआईएमएल के राजा राम सिंह मैदान में. इन दोनों के बीच राजपूत जाति के पवन सिंह ने त्रिकोणीय मुकाबला बना दिया।

बैक टू पवेलियन होंगे पवन सिंहः स्थानीय विनोद सिंह कहते है नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाले एनडीए ने उपेंद्र कुशवाहा को प्रत्याशी बनाया है. वह इस इलाके में काफी लोकप्रिय हैं. वह जन जन के नेता हैं. लोगों के सुख दुःख में हमेशा साथ रहते हैं. पवन सिंह के मैदान में आने से उपेंद्र कुशवाहा को कोई रत्ती भर भी फर्क नही पड़ेगा. हां इतना जरूर है कि लड़ाई कांटे की होगी. फिर भी पवन सिंह उपेंद्र कुशवाहा के आगे टिक नही पाएंगे. उन्हें मुंह की खानी पड़ेगी. बैक टू पवेलियन होंगे।

पवन सिंह को मैनेज कर लेंगे शीर्ष नेताः भाजपा नेता अरुण कुमार कहते हैं कि पवन सिंह के मैदान में आने से यह चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है. भाजपा के शीर्ष नेता मैनेज करने में जुटे हैं. उन्हें मैनेज कर लिया जाएगा. ऐसा नहीं होता है और पवन सिंह चुनावी मैदान में आते हैं तो काराकाट की जनता उन्हें नकार देगी. अरुण कुमार कहते हैं कि पब्लिक है सब जानती है. नाचने गाने वाले क्या जाने राजनीति और विकास की बातें. बता दें कि पवन सिंह भाजपा से जुड़े हैं. उन्हें भाजपा ने आसनसोल से अपना उम्मीदवार भी बनाया था. बाद में पवन सिंह ने बिहार से ही चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर करते हुए बंगाल से चुनाव लड़ने से मना कर दिया था।

पवन सिंह को सीखने की जरूरतः जदयू के प्रखंड अध्यक्ष विकास कुमार सिंह कहते हैं कि 2024 का लोकसभा चुनाव नरेंद्र मोदी के चेहरे पर लड़ा जा रहा है. काराकाट संसदीय क्षेत्र से पवन सिंह के मैदान में उतरने से उपेंद्र कुशवाहा को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. क्योंकि हमारे नेता काफी परिपक्व हैं. वही चारो सदनों का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. पवन सिंह पावर स्टार कहे जाते हैं लेकिन वह अभी हमारे नेता उपेंद्र कुशवाहा के सामने बच्चे हैं. अभी उन्हें सीखने की जरूरत है. राजनीति में मंजा हुआ खिलाड़ी ही दांव खेल जाता है और कच्चा खिलाड़ी चित हो जाता है।

युवाओं में पवन सिंह का क्रेज: गौरतलब है कि भोजपुरी स्टार पवन सिंह के काराकाट से चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद बिहार में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. काराकाट लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में इंडिया गठबंधन से माले के प्रत्याशी राजाराम सिंह उम्मीदवार हैं. एनडीए उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा की सीधी टक्कर राजाराम सिंह से मानी जा रही थी. लेकिन पावर स्टार पवन सिंह के काराकाट से चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद यह लड़ाई अब त्रिकोणीय होती दिख रही है. पवन सिंह को लेकर युवाओं में खासा क्रेज है।

 

मैट्रिक में ऑटो ड्राइवर की बेटी अंजलि बनी रोहतास की टॉपर, बनना चाहती है IAS

रोहतास: बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट आज जारी हो गया. रोहतास जिले की अंजलि रोहतास जिला की टॉपर बनी है. अंजलि पीसीएमएम अमझोर की छात्रा है. बिहार में उसे नौवां स्थान मिला है. अंजली ने ना सिर्फ अपने गांव बल्कि जिले का भी नाम रोशन किया है. सबसे बड़ी बात यह है कि अंजलि के पिता जय प्रकाश सिंह ऑटो ड्राइवर हैं. मां गृहिणी है. अंजली के पिता ने आर्थिक कमी के बावजूद बेटी को पढ़ाया।

राज्य में 9 वें स्थान पर आने की खुशीः अंजलि ने बताया कि स्टेट की टॉप 10 लिस्ट में उसके शामिल होने की जानकारी सबसे पहले उसके एक सर के मार्फत से मिली. इसके बाद तो फोन कॉल्स और बधाईयों का तांता लग गया. उसके गांव सुजानपुर में बधाई देने को लेकर लोग पहुंच रहे हैं. अंजलि को मिठाइयां खिला रहे हैं. पूरे गांव में खुशी का माहौल है।

‘ मैं अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और शिक्षक को देना चाहती हूं. जीवन में काफी उतार चढ़ाव देखने को मिला है. आगे चल कर आईएएस बनना चाहते हैं. यही मेरा सपना है.’- अंजलि, जिला टॉपर, रोहतास

भावुक हो गए अंजलि के पिता: राज्य भर में बेटी के 9 वें स्थान पर आने की खबर जैसे ही पिता को लगी वह मिठाइयां ले आए. बेटी को मिठाई खिलायी. इस दौरान वह भावुक हो उठे. बता दें कि अंजलि के पिता पहले अहमदाबाद में रहते थे. पिता, नरेंद्र सिंह की तबीयत खराब रहने के कारण वह वापस गांव आ गए।

दुकान बेचकर ऑटो खरीदाः इसके बाद उन्होंने साड़ी की दुकान खोली, लेकिन दुकान नहीं चली. दुकान बेचकर ऑटो खरीदा और अब वह परिवार का खर्च वहन कर रहे हैं. ऑटो ड्राइवर जयप्रकाश सिंह की बेटी है. अंजली दो बहनों में बड़ी है. छोटी बहन अदिति कुमारी नौवीं की छात्रा है।

हेलमेट नहीं पहनने पर कार चालक का कटा चालान, रोहतास पुलिस का अजीबोगरीब कारनामा

बिहार पुलिस का अजीबोगरीब कारनामा सामने आया है, जहां रोहतास जिले के डालमियानगर में पुलिस ने कार सवार शख्स का चालान काट दिया. हालांकि इसके पीछे की वजह काफी हैरान करने वाली है. पुलिस ने शख्स का सीट बेल्ट के चालान के बदले हेलमेट न पहनने का चालान काट दिया है. इसके बाद शख्स के द्वारा अब कोर्ट जाने की बात कही जा रही है।

अस्पताल से लौट रहा था शख्स: औरंगाबाद जिले के पीएनबी बैंक में कार्यरत रविंद्र कुमार अपने माता-पिता को सासाराम में निजी अस्पताल से इलाज करा कर, कार से डालमियानगर जा रहे थे. इसी दौरान मौहनिया बीघा के पास वाहन जांच कर रही डालमियानगर थाने की पुलिस ने उन्हें रोक दिया और कार को खड़ा करने को कहा. तकरीबन 15 से 20 मिनट तक वह पूछते रहे कि आखिर क्या मामला है, जिस पर पुलिसकर्मियों ने उन्हें सीट बेल्ट न पहनें को लेकर चालान काट दिया।

“मैं खुद हैरत में हूं, एक तो मैं परेशान था मम्मी-पापा को हॉस्पिटल से कार से लेकर आ रहा था. मुझे पुलिसकर्मियों ने रोक लिया, करीब 20 मीनट तक इंतजार करता रहा तब जाकर कोई पुलिस अधिकारी आए और चालान काट दिया. जब मैंने रसीद देखी तो सर पकड़ लिया.”- रविन्द्र कुमार, कर्मचारी, पीएनबी बैंक औरंगाबाद

कार में हेलमेट नहीं पहनने पर चालान: जब शख्स ने चालान की रसीद देखी तो उनके भी होश उड़ गए. दरअसल चालान की रसीद में हेलमेट न पहनने को लेकर फाइन किया गया था. वहीं पूरे मामले को लेकर नेशनल एंटी करप्शन इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो के राष्ट्रीय प्रमुख सचिव मनीष शरण ने मामले में रोहतास एसपी व डीएम को एक्स हैंडल पर टैग करते हुए संज्ञान ले कर कार्रवाई की मांग की है. वहीं जब पुलिसकर्मियों से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हो सकता है गलती से कोई बटन दबा गया।

“ये रोहतास पुलिस का कारनामा अजीब है, कार में बैठे शख्स का हेलमेट नहीं पहनने का चालान काट दिया है. सिर्फ मार्च का टास्क पूरा करने की बेचैनी है साथ में यह पुलिसकर्मियों की बड़ी लापरवाही है, दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए.” -मनीष शरण, राष्ट्रीय प्रमुख सचिव, नेशनल एंटी करप्शन इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो

रोहतास में भीषण सड़क हादसा, 4 महिलाओं की मौत, कई लोग घायल

रोहतासः गुप्ता धाम जाने के दौरान श्रद्धालुओं से भरी पिकअप वैन पलट जाने के कारण 4 महिलाओं की मौत हो गयी. इस हादसे में 7 लोग घायल भी हुए हैं. जानकारी के अनुसार पिकअप वैन पर 25 लोग से अधिक सवार थे और गुप्ता धाम जा रहे थे. घायलों कोे अलग-अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हादसे के शिकार लोग भोजपुर और बक्सर जिले के रहनेवाले हैं. ये हादसा चेनारी के गायघाट पहाड़ी पर हुआ।

 

शहीद की बहन की शादी में शामिल हुए 16 गरुड़ कमांडो भाई, जमीन पर हथेली बिछाकर दी विदाई

रोहतास: 1993 में आई अक्षय कुमार की फिल्म सैनिक तो आपको याद ही होगी. फिल्म में शहादत के बाद सैनिक के परिवार के साहस और सैनिकों का परिवार के प्रति सम्मान दर्शाया गया है. कुछ इसी तरह का नजारा दिखा रोहतास में, जहां इकलौते भाई के शहीद होने के बाद 16 गरुड़ कमांडो उसकी बहन की शादी में शामिल होने देश के अलग-अलग सीमा से पहुंचे और बहन के कदमों में अपनी हथेली बिछा दी।

शहीद की बहन की शादी में पहुंचे गरुड़ कमांडो भाई: दअरसल सोमवार चार मार्च की रात शहीद निराला की बहन की शादी थी, भाई की कमी के कारण आनंद नगर मोहल्ले की गलियों में कुछ खास रौनक नहीं थी, लेकिन एक एक कर के जब 16 गरुड़ कमांडो एक जगह पर इकट्ठा हुए तो वह पल बेहद खास हो गया. देश के कोने कोने में सीमा पर तैनात 16 गरुड़ कमांडो भाई शहीद ज्योति प्रकाश निराला की बहन की शादी में शामिल होने के लिए पहुंचे थे।

16 कमांडो भाइयों ने दुल्हन के पांव के नीचे बिछा दी हथेली: शादी में सभी की निगाहें इन 16 भाइयों पर ही थी कि शादी में ये क्या करेंगे. जब बारात दरवाजे लगी, द्वार पूजा हुआ और वरमाला के लिए दुल्हन के रूप में शहीद कमांडो की बहन निकलने लगी. तभी वहां कुछ सुगबुगाहट हुई और एक साथ 16 एयरफोर्स के गरुड़ कमांडो ने अपने अपने पोजिशन ले लिए।

लोग हुए भावुक: चार भाइयों ने बहन के सर के ऊपर चादर तान लिया तो बाकी बचे 12 जवानों ने बहन के कदमों तले अपनी हथेली बिछा दी. जिन हथेलियों पर चढ़ कर बहन सुनीता अपने दूल्हे के मंच तक पहुंची. इस पल को जिसने भी देखा वह लोग भावुक हो गए।

“अशोक चक्र से सम्मानित शहीद गरुड़ कमांडो की बहन की शादी में हम सभी 16 गरुड़ कमांडो शरीक होने पहुंचे हैं. भले ही वह आज नहीं है पर सुनीता हमारी भी बहन है, उसे भाई की कमी खले नहीं, हम सभी ने भाई का फर्ज निभाया और उसे विदा किया.”- आर सी प्रसाद, गरुड़ कमांडो

शहीद निराला की बहनों की शादी में पहुंचते हैं 16 कमांडो भाई: बता दें कि शहीद गरुड़ कमांडो ज्योति प्रकाश निराला का पैतृक गांव काराकाट थाना के बादीलडीह गांव है, जहां शहीद कमांडो की दूसरी बहन की शादी 2019 में हुई थी. तब भी 11 कमांडो बादीलडीह पहुंचे थे और उस बहन को भी हथेलियों पर ही वरमाला को भेजा था. इस चार मार्च को जब तीसरी बहन की शादी हुई तब भी वे आए बहन के पैरों के नीचे अपनी हथेली बिछा दी।

बहन सब इंस्पेक्टर सुनीता को नहीं खलने दी भाई की कमी: शहीद गरुड़ कमांडो अशोक चक्र से सम्मानित जवान ज्योति प्रकाश निराला की बहन सब इंस्पेक्टर सुनीता की शादी में भाई की कमी ना खले इसके लिए देश के विभिन्न सीमाओं पर तैनात साथी गरुड़ कमांडो चार मार्च को बिक्रमगंज पहुंचे. जिसका नेतृत्व गरुड़ कमांडो प्रथम बैच के कमांडो और अब जे डब्ल्यूओ आरसी प्रसाद ने किया. वे खुद असम के जोरहाट में तैनात थे और शहीद साथी की बहन की शादी में शामिल होने आए।

‘बेटे की कमी महसूस नहीं होती’- शहीद के पिता: बता दें कि सभी गरुड़ कमांडो पूरी रात बहन सुनीता की शादी में भाई की तरह डटे रहे और बहन की विदाई के बाद शहीद जवान ज्योति प्रकाश निराला के पिता तेजनारायण सिंह से विदा ले अपने अपने ड्यूटी पर रवाना हुए. इस मौके पर शहीद निराला के पिता ने कहा कि जब मेरे बेटे के साथी आ जाते हैं तो उसकी कमी नहीं खलती है।

“जब मेरे बेटे के साथी यहां आ जाते हैं तो मुझे मेरे बेटे की कमी नहीं खलती,बल्कि मेरा सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है. मैं इस दुनिया का इकलौता ऐसा पिता हूं जिनके इतने पुत्र हैं और मेरी बेटियों के इतने भाई हैं. मैं बहुत खुश हूं.”- तेजनारायण सिंह, शहीद के पिता

7 साल पहले ज्योति प्रकाश निराला हुए थे शहीद: गौरतलब है कि आज से सात वर्ष पूर्व 18 नवंबर 2017 को जम्मू के बांदीपुरा सेक्टर के एक घर में पाकिस्तानी आतंकियों के छुपे होने की जानकारी वहां पर तैनात एयरफोर्स के गरुड़ कमांडो की टीम को हुई. टीम ने तत्काल ऑपरेशन शुरू किया जिसका नाम ऑपरेशन चंद्रवीर दिया गया. देखते ही देखते घर में छुपे आतंकी भागने लगे।

5 आतंकियों को अकेले किया था ढेर: इसी दरम्यान घर में छुपे कुल छह में से पांच पाकिस्तानी आतंकियों को गरुड़ कमांडो ज्योति प्रकाश निराला ने अकेले मार गिराया, लेकिन आतंकियों की एक गोली ज्योति के सिर में लगी और इलाज के दौरान वह शहीद हो गए. उनके इस अदम्य साहस के लिए मरणोपरांत वीरता का सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार दे कर उनकी पत्नी को सम्मानित किया गया।

बहनों ने भी बढ़ाया भाई का मान: तब सभी की जुबान पर यह सवाल था कि चार बहनों के इकलौते भाई जिसमें केवल एक की ही शादी हो पाई थी, बाकी बची तीन कुंवारी बहनों का क्या होगा? तब यह सवाल सभी की जुबां पर थी. आज तीसरी बहन सब इंस्पेक्टर बन गई और चौथी बहन शिक्षक बन समाज में शिक्षा की रौशनी फैला रही है।

रोहतास में इंसानियत शर्मसार, 4 साल के लड़के के साथ दादा ने की घिनौनी हरकत

बिहार के रोहतास में लड़के के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है. यहां 4 साल के मासूम के साथ उसके रिश्तेदारों ने ही मिलकर घिनौनी हरकत को अंजाम दिया गया है, जिससे इंसानियत भी शर्मशार हो जाए. मामला जिले के अगरेर इलाके के एक गांव का है. घटना को अंजाम देकर दोनों दरिंदे फरार हो गए. दुष्कर्म करने वाला दोनों आरोपी रिश्ते में बच्चे के दादा लगते हैं।

रोहतास में बच्चे के साथ दुष्कर्म: मिली जानकारी के अनुसार गांव के रहने वाले दो लोगों ने मासूम को टॉफी का लालच देकर एक मकान में ले गए, फिर उसके साथ गलत हरकत की. जब बच्चा चिल्लाने लगा, तो दोनों आरोपी मासूम को छोड़ कर फरार हो गए. बच्चे की तबीयत बिगड़ने लगी, तो शोर-शराबा होने पर ग्रामीण इकट्ठा हुए और आनन-फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया।

मामले पर पुलिस का बयान: घटना की सूचना पर पुलिस पहुंची, जिसके बाद बच्चे का मेडिकल जांच कराया गया. इसको लेकर एसआई जय प्रकाश पांडे ने बताया कि ‘एक मासूम के साथ अप्राकृतिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है. मेडिकल जांच के लिए सासाराम के सदर अस्पताल लाया गया है. पूरे मामले की तफ्तीश की जा रही है. परिजनों की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.’

“आरोपी बच्चे के गांव के रिश्ते में दादा लगता है. एक अन्य के साथ मिल कर ऐसा घिनौना काम किया है. घटना के बाद दोनों फरार हो गया. जब बच्चा शोर मचाने लगा, तो हमलोगों को बात समझ में आई. आस पास के बच्चों ने भी इस घटना के बारे में बताया.”- पीड़ित बच्चे का दादा

आज रोहतास पहुंचेगी तेजस्वी यादव की जन विश्वास यात्रा, कार्यकर्ताओं में उत्साह

रोहतासः नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जन विश्वास यात्रा को दौरान आज रोहतास जिला के दिनारा आएंगे. जहां वे आम जनसभा को संबोधित करेंगे, इसे लेकर सभी तैयारियां पूरी की जा चुकीं है, वहीं तेजस्वी की यात्रा को लेकर राजद कार्यकताओं में खासा उत्साह भी देखा जा रहा है।

रोहतास में तेजस्वी की जन विश्वास यात्राः आज 12 बजे के बाद तेजस्वी यादव की दिनारा के हाई स्कूल के मैदान में सभा होगी. इसकी तैयारी अंतिम चरण में चल रही है. जिलाध्यक्ष रामचंद्र ठाकुर और महासचिव राजीव रंजन यादव पूरी व्यवस्था को देख रहे हैं. कार्यक्रम स्थल पर मंच बना दिया गया है. रोहतास जिला के कई विधायक तथा विधान पार्षद तैयारी में लगे हैं. पुलिस व प्रशासन की तरफ से भी सुरक्षा के मद्देनजर चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं।

कार्यकर्ताओं और नेताओं में उत्साहः बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष सह पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की यात्रा को लेकर स्थानीय प्रशासन सजग है. इससे पहले दिनारा विधायक विजय कुमार मंडल, सासाराम विधायक राजेश गुप्ता, रामगढ़ विधायक सुधाकर सिंह, राजद जिला महासचिव राम प्रवेश सिंह कुशवाहा सहित अन्य राजद कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम स्थल पर चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया और तैयारियों का जायजा लिया. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है।

“कार्यक्रम स्थल पर लगभग 24 फीट लंबा और 16 फीट चौड़ा मंच बना है. लोगों के बैठने के लिए कुर्सी और पेयजल आदि के इंतजाम किए गए हैं. यात्रा को लेकर कार्यकर्ताओं और आम जनता में उत्साह है. जिले के दिनारा सहित अन्य प्रमुख चौक-चौराहे पर होर्डिंग-बैनर लगाए गए हैं. जिस पर लिखा गया है पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का रोहतास जिले में स्वागत है”- पिंटू, स्थानीय राजद कार्यकर्ता

प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ते इंतजामः बता दें कि जिला प्रशासन और अनुमंडल प्रशासन के द्वारा सुरक्षा को लेकर मजिस्ट्रेट के साथ काफी संख्या में कार्यक्रम स्थल पर पुलिस बल के जवानों की तैनाती की जायेगी. वहीं जिला प्रशासन के द्वारा अनुमंडल प्रशासन ने भी निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया और दिशा निर्देश जारी किए।