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मुकेश सहनी ने BJP के खिलाफ खोला मोर्चा तो एमएलसी चुनाव में JDU को ‘फुल सपोर्ट’

विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार सरकार में मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) ने यूपी के बाद बिहार में भी बीजेपी (BJP) के खिलाफ मोर्चा दिया है. कहा जा सकता है कि बिहार में एनडीए टूट के कगार पर है. रविवार को मुकेश सहनी की पार्टी ने विधान परिषद की सात सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं. खास बात यह है कि सभी बीजेपी कोटे की सीटें हैं. वीआईपी ने अब तक 22 प्रत्याशियों की सूची मुकेश सहनी ने जारी कर दी है.

इधर, मुकेश सहनी ने 15 सीटों पर एनडीए प्रत्याशियों को समर्थन देने का भी एलान किया है. उसकी भी सूची जारी की गई है. इनमें जेडीयू कोटे की 11 सीटें शामिल हैं. इसके अलावा पशुपति कुमार पारस की एक सीट है. हालांकि बीजेपी कोटे की तीन सीटें औरंगाबाद, कटिहार और गोपालगंज को समर्थन देने की बात कही है.

आज सात सीट पर इन्हें मिला मौका
समस्तीपुर से आदर्श कुमार को टिकट दिया गया है. बेगूसराय एवं खगड़िया से जय जय राम सहनी, सहरसा, मधेपुरा और सुपौल से चंदन कुमार को मौका दिया गया है. वहीं, सारण से बाल मुकुंद चौहान, रोहतास एवं कैमूर से सहनी ने गोविंद बिंद को टिकट दिया गया है.  पूर्णिया, अररिया एवं किशनगंज से श्यामा नन्द सिंह और दरभंगा से बैद्यनाथ सहनी को टिकट मिला है. इन सातों सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. 

सहनी ने किन्हें दिया समर्थन?
एमएलसी चुनाव के लिए सहनी की पार्टी ने 15 कैंडिडेट को समर्थन देने का एलान किया है. पटना से वाल्मीकि सिंह, नालंदा से रीना देवी उर्फ रीना यादव, गया, जहानाबाद एवं अरवल से मनोरमा देवी, नवादा से सलमान रागीव को समर्थन दिया है. भोजपुर एवं बक्सर से राधाचरण साह, पश्चिम चंपारण से राजेश राम, मुजफ्फरपुर से दिनेश प्रसाद सिंह को समर्थन देंगे. सीतामढ़ी एवं शिवहर से रेखा कुमारी, मुंगेर, जमुई, लखीसराय एवं शेखपुरा से संजय प्रसाद, भागलपुर एवं बांका से विजय कुमार सिंह का साथ देंगे. इसके अलावा मधुबनी से विनोद कुमार सिंह, औरंगाबाद से दिलीप कुमार सिंह, गोपालगंज से राजीव कुमार, कटिहार से अशोक अग्रवाल के साथ वैशाली से भूषण कुमार को भी समर्थन देंगे.

भागलपुर: NDA प्रत्याशी बिजय सिंह और जदयू नेता शुभानंद मुकेश ने विधान परिषद चुनाव को लेकर किया जनसंपर्क

आगामी बिहार विधान परिषद चुनाव को लेकर भागलपुर बांका के एनडीए प्रत्याशी बिजय सिंह ने कहलगांव विधानसभा क्षेत्र के गोराडीह प्रखंड के जमसी गांव में मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में गोराडीह पंचायत के तमाम नए पंचायत जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

सभी जनप्रतिनिधियों से एनडीए प्रत्याशी बिजय सिंह ने अनुरोध किया की आगामी विधान परिषद चुनाव में उनका समर्थन करें और उन्होंने कहा कि वह जनता की सेवा में हमेशा तत्पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि को जानने और मिलने का अवसर मिले जिनको वह मत करने जा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा की लगभग 20 वर्षों से लगातार वह सरकारी पद पर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें भागलपुर बांका के जनता का सेवा करने का अवसर मिलता है तो हमेशा तैयार रहेंगे। उन्होंने कहा कि जिन-जिन भी सरकारी पद पर हैं केवल ₹1 वेतन प्रति माह लेते हूं। उन्होंने कहा कि अभी भी वह 15 से 18 घंटे लगातार काम करते हैं।

इस अवसर पर कहलगांव विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी एवं जदयू नेता इं.शुभानंद मुकेश भी मौजूद थे। उन्होंने भी जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया की विधान परिषद चुनाव में एनडीए प्रत्याशी विजय सिंह का समर्थन करें। उन्होंने कहा कि पिछले 15 वर्ष में माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो किया है वह किसी से छिपा नहीं है। उनके नेतृत्व में जो बिहार आगे बढ़ रहा है उसी को बल मिलेगा अगर भागलपुर बांका से बिजय बाबू जीत कर जाते हैं। बिजय बाबू के विधान परिषद बनने पर यहां के जनप्रतिनिधि को सम्मान मिलने जा रहा है।

इस अवसर पर अशोक कुमार सिन्हा पूर्व विधायक प्रतिनिधि गोराडीह एवं पूर्व प्रमुख, उमाशंकर रजक मुखिया संघ के अध्यक्ष, मीकू सिंह मुखिया प्रतिनिधि जमसी, मिथिलेश सिंह, चंदन लाल, देवेंद्र भारती, छोटेलाल, आशुतोष महाल्दार, राजेंद्र मंडल, एवं तमाम जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

इस अवसर पर जनप्रतिनिधि ने कहा की इस बार गोराडीह प्रखंड के सभी पंचायत के जनप्रतिनिधि एक साथ मिलकर एक जगह मत करेंगे।

एनडीए के अंदर सियासी बयानबाजी तेज, BJP ने सहनी को फिर से सुनाया, कहा- जिसको जाना है जाए

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीख है नजदीक आने के साथ शास्त्र बिहार में एनडीए के अंदर सियासी बयानबाजी और ज्यादा तेज होती जा रही है. वीआईपी के अध्यक्ष और मंत्री मुकेश सहनी ने दो दिन पहले मीडिया से बातचीत में तेजस्वी यादव को छोटा भाई क्या बताया, बीजेपी लगातार सहनी पर निशाना साध रही है. बीजेपी कोटे से नीतीश सरकार में शामिल मंत्री सम्राट चौधरी ने मंत्री मुकेश सहनी के आरजेडी प्रेम पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है.

मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा है कि सहयोगी अगर सहयोगी की तरह रहे तो ठीक वरना जो कोई भी जहां कहीं जाना चाहता है. जा सकता है सम्राट चौधरी ने कहा है कि किसी के चले जाने से बीजेपी को कोई फर्क नहीं पड़ता. जो लोग आज तेजस्वी यादव को छोटा भाई बता रहे हैं. उनको बीजेपी ने 2020 के विधानसभा चुनाव में एक 11 सीटें दी 4 सीटों पर उनके विधायक के जीते भी और अब अगर कोई कहीं जाना चाहता है तो उसे रोका नहीं जा सकता बीजेपी को इन सब बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता.

सम्राट चौधरी ने दो टूक शब्दों में कहा कि हमने बिहार में नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनवाने का काम किया आरजेडी के लोग जो जोड़ घटाव कर रहे हैं उससे बिहार में सत्ता परिवर्तन नहीं होने वाला आरजेडी के नेताओं को मेहनत करनी चाहिए ना कि जोड़ घटाव सम्राट चौधरी ने कहा कि जो लोग 2020 के चुनाव में नीतीश कुमार को हराना चाहते थे उन्हें सफलता नहीं मिली हमने नीतीश कुमार को सत्ता में लाने का संकल्प लिया था और एक बार फिर नीतीश बीजेपी के बूते बिहार के मुख्यमंत्री बने

भागलपुर : वैक्सीन लेने के लिए प्रेरित करने वाले सीएम के पोस्टर पर कांग्रेस ने उठाया सवाल, जानिए क्या कहा

भागलपुर सहित पूरे प्रदेश में जिला प्रशासन के द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से  होडिंग और बैनर पोस्टर लगाया गया है, होडिंग पर अगले छह माह में, छह करोड़ व्यस्कों को कोरोना टीका लगाए जाने का संदेश मुख्यमंत्री के फोटो के साथ दिया गया है, सभी   होडिंग  पर ना तो स्वास्थ्य विभाग के मंत्री मंगल पांडे और ना ही बिहार सरकार के दो उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेनू देवी का ही चेहरा दिख रहा है, जिसको लेकर कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा ने कहा कि एनडीए सरकार के घटक दल बीजेपी और जदयू में अंदर खाने सब ठीक नहीं चल रहा है, और बिहार में भी जल्द ही खेला होने की बात करते हुए कहा की जदयू और मुख्यमंत्री,  बीजेपी नेताओं को ज्यादा तरजीह नहीं दे रहे हैं.

इसी बहाने कांग्रेस  नेता ने बीजेपी विधायकों पर डोरे डालते हुए उन्हें महागठबंधन की  सरकार बनाने और बिहार का विकास करने के लिए साथ आने का निमंत्रण भी दे डाला.

वहीं भाजपा नेत्री और प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डॉ प्रीति शेखर ने कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर जिला प्रशासन के द्वारा लगाए गए होर्डिंग से भाजपा नेता और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे एवं प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री का फोटो नहीं लगाए जाने को प्रशासनिक भूल करार देते हुए, गठबंधन धर्म पालन करने को लेकर मुख्यमंत्री को इस पर संज्ञान लेने की बात करते हुए ,आगे से सरकार के किसी भी विभाग के द्वारा जनहित के लिए लगाए जाने वाले बैनर पोस्टर और होर्डिंग पर संबंधित विभाग के मंत्री और बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री का फोटो लगाए जाने की बात कही, साथ ही भाजपा नेत्री ने कहा कि इससे एनडीए के घटक दलों के कार्यकर्ताओं के बीच अच्छा मैसेज भी जाएगा….

नीतीश आज जाएंगे दिल्ली : दौरे के सियासी मकसद पर सस्पेंस बरकार, BJP नेताओं से मिले तो बनेगी बात

केंद्रीय मंत्रिमंडल में विस्तार की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज दिल्ली जा रहे हैं हालांकि मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरे को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं की गई है लेकिन अगर दिल्ली जाते हैं तो इस दौरे पर जाएंगे केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने दिल्ली में बीजेपी नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं खुद के लोकसभा सांसद ललन सिंह ने मुख्यमंत्री के इस दौरे को निजी बताया है।

 

सांसद ललन सिंह ने सोमवार को ही यह कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यात्रा निजी है और वह अपने स्वास्थ्य कारणों के कारण दिल्ली जा रहे हैं। मुख्यमंत्री अपनी आंखों का ट्रीटमेंट कराने के लिए दिल्ली जा रहे हैं ऐसी खबर सामने आई है। केंद्रीय मंत्रिमंडल से मुख्यमंत्री के इस दौरे का कोई लेना-देना नहीं है। ललन सिंह के इस बयान के बाद नीतीश के दिल्ली दौरे पर सस्पेंस और बढ़ गया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल में जेडीयू के शामिल होने को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने सोमवार को फिर यह बात कही थी कि जब भी मंत्रिमंडल का विस्तार होगा यदि उसमें शामिल होगी।

 

दिल्ली दौरे पर जा रहे हैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुलाकात क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से होगी? क्या उनकी मुलाकात बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हो पाएगी, यह एक बड़ा सवाल है। अगर सब कुछ अंदरखाने में तय है तो नीतीश दिल्ली पहुंचने पर इन नेताओं से मिल सकते हैं। लेकिन अगर वाकई मुलाकात नहीं होती है तो केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सस्पेंस फिलहाल जारी रहेगा।

बिहार में 5 साल चलेगी हमारी सरकार, मुजफ्फरपुर में बोले मंत्री शाहनवाज हुसैन, BPSC परीक्षा पास करने पर भतीजी को दी बधाई

बिहार में एनडीए की सरकार पूरे पांच साल चलेगी. इसमें किसी को शक नहीं होना चाहिए. ये बातें मुजफ्फरपुर पहुंचे उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कही. मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि एनडीए के हमारे नेता नीतीश कुमार है. एनडीए में सब कुछ ठीक है. हमारी सरकार 5 वर्षों तक चलेगी. बीजेपी जदयू के साथ-साथ हमारे दो साथी दल हम और वीआईपी से हमारे रिश्ते मधुर हैं.

दरअसल बीपीएससी में सफल होने पर अपनी भतीजी को मुबारकबाद देने मुजफ्फरपुर पहुंचे थे मंत्री शहनवाज हुसैन. यहां पर मीडिया वालों ने उनसे जब तेजप्रताप और मांझी के बीच हुई मुलाकात को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि एनडीए में सबकुछ ठीक है, 5 साल सरकार चलेगी. राजद वाले लोग खेला होबे वाला जो बात कहते हैं वह बंगाल से पहले ही बिहार में हो गया था.

वहीं बांका मस्जिद में हुए बम धमाके को लेकर मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि अभी जांच की प्रक्रिया चल रही है जब तक जांच पूरी नहीं होती है तब तक एक मंत्री होने के नाते कोई भी टिप्पणी देना ठीक नहीं होगा. जांच में सबकुछ सामने आ जाएगा. बेवजह टिप्पणी करना सही नहीं है.

उधर समस्तीपुर के एक कार्यक्रम में शामिल होते हुए उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि कोरोना काल में सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में उद्योग विभाग बहुत अच्छा कार्य किया है. जिससे बिहार में रोजगार की समस्या जल्द ही समाप्त होगी. बहुत जल्द अच्छे दिन आने वाले हैं. यहां रोजगार का जल्द ही सृजन होगा. कई उद्योग धंधे लगेंगे जिसपर सरकार कार्य कर रही है. जिले के ताजपुर प्रखंड के गौसपुर सरसुना में सीमेंट फैक्ट्री, रोसडा़ में बांस उधोग को बढ़ावा दिया जाएगा. जिले में हाल में ही 2 सौ एकड़ जमीन पर एक अधौगिक क्षेत्र बनाया जाएगा.

मुकेश सहनी ने सीएम नीतीश को, कहा- विधायक फंड का जो पैसा लिया था उसे वापस कीजिये

 क्या बिहार NDA में खेल शुरू हो गया है. जीतन राम मांझी ताबड़तोड़ बीजेपी पर हमला बोल रहे हैं. अब वीआईपी पार्टी वाले मुकेश सहनी ने दबाव बनाना शुरू कर दिया है. मुकेश सहनी ने आज नीतीश कुमार से मांग की है कि वे विधायक फंड से लिया गया पैसा वापस कर दें. गौरतलब है कि नीतीश सरकार ने कोरोना से निपटने के नाम पर विधायकों औऱ विधान पार्षदों के फंड से दो-दो करोड़ रूपये ले लिये हैं.

क्या बोले मुकेश सहनी 
बिहार सरकार में शामिल वीआईपी पार्टी के अध्यक्ष औऱ मंत्री मुकेश सहनी ने सरकार पर दबाव बनाया है. मुकेश सहनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों को मुफ्त में कोरोना का वैक्सीन उपलब्ध कराने का एलान कर दिया है. यानि वैक्सीनेशन में राज्य सरकार को कोई खर्च नहीं करना पड़ेगा. लिहाजा राज्य सरकार को विधायकों औऱ विधान पार्षदों के फंड से लिये गये दो-दो करोड़ रूपये को वापस कर देना चाहिये. मुकेश सहनी ने कहा कि विधायकों पर जनता का काम करने का दबाव होता है. अगर उनके फंड में पैसे रहेंगे तो वे जनता का काम कर पायेंगे.

हम आपको बता दें कि बिहार में राज्य सरकार मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना के नाम पर विधायकों औऱ विधान पार्षदों को हर साल 3 करोड रूपये खर्च करने का अधिकार देती है. उनकी अनुशंसा पर ये पैसा खर्च किया जाता है. कोरोना की दूसरी लहर शुरू होने के बाद नीतीश सरकार ने पत्र जारी कर सभी विधायकों औऱ विधान पार्षदों के फंड से दो-दो करोड़ रूपये लेने का एलान कर दिया था. सरकार ने कहा था कि ये पैसा स्वास्थ्य विभाग को दिया जायेगा, जो कोरोना के इलाज से लेकर दूसरे इंतजाम करने में खर्च पैसा खर्च करेगा.

तेजस्वी ने उठाये थे सवाल
राज्य सरकार के इस फैसले पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने गंभीर सवाल उठाये थे. उन्होंने आरोप लगाया था कि विधायक फंड की राशि का बड़े पैमाने पर लूट खसोट होने की आशंका है. इससे पहले भी कोरोना की पहली लहर के दौरान सरकार ने विधायक फंड से पैसे ले लिये थे लेकिन उसका बंदरबांट हो गया था. लिहाजा अगर सरकार फिर से पैसा ले रही है उसे विधायक की अनुशंसा पर उन्हीं के क्षेत्र में खर्च किया जाये औऱ विधायक इसकी मॉनिटरिंग करें.

तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र भी लिखा था. राज्य सरकार की ओर से मंत्री विजेंद्र यादव ने तेजस्वी यादव को जवाब दिया था. मंत्री ने कहा था कि मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना का पैसे पर राज्य सरकार का पूरा हक है औऱ राज्य सरकार जब चाहे उसे अपने पास वापस ले सकती है.

क्या दवाब बना रहे हैं छोटे दल
सवाल ये है कि बिहार सरकार में शामिल दोनों छोटी पार्टियां सरकार पर दबाव बना रही हैं. इससे पहले जीतन राम मांझी ने बीजेपी पर ताबड़तोड़ हमला किया है. अब मुकेश सहनी नीतीश कुमार पर दबाव बना रहे हैं. तो क्या बिहार सरकार में जो खेल होने की अटकलें लगायी जा रही थीं वो शुरू हो गया है?

कोरोना के कारण तेजस्वी का अभियान रुका.. जिलों का दौरा स्थगित, नीतीश कुमार को मिली सियासी राहत

कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने भले ही राज्य सरकार का संकट बढ़ाया हो लेकिन नीतीश सरकार को सियासी तौर पर इससे राहत मिली है। कोरोना की तेज लहर ने विपक्ष के अभियान को झटका दिया है। कोरोना ने विपक्ष के सत्ता पक्ष के खिलाफ जमीनी अभियान को बहुत सुस्त कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जिलों का दौरा करने वाले थे जो फिलहाल टल गया है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस का प्रखंडों में धरना और प्रदर्शन कार्यक्रम भी स्थगित हो गया है। राज्य के दोनों मुख्य विपक्षी दलों आरजेडी और कांग्रेस ने अपने जिला और प्रखंड कमेटियों को कोरोना प्रोटोकॉल को देखते हुए किसी भी तरह के कार्यक्रम अगले आदेश तक नहीं करने का निर्देश दे दिया है. बढ़ते संक्रमण के कारण आरजेडी कार्यालय में ताला लटक गया है तो वहीं कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में बिना तालाबंदी के ही बड़े नेताओं ने आना-जाना छोड़ दिया है।

मधुबनी दौरे पर जाने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी दिल्ली वापस लौट चुके हैं। फिलहाल पार्टी के अंदर कोई गतिविधि नहीं चल रही है। जगदानंद सिंह ने पार्टी की तमाम बैठकों को स्थगित कर दिया है। 14 अप्रैल को बाबा साहब की जयंती के मौके पर एक छोटा कार्यक्रम आयोजित किया जा सकता है। इसमें पार्टी के कुछ प्रमुख नेताओं के साथ बेहद कम संख्या में पदाधिकारी शामिल होंगे। विधानसभा सत्र के दौरान विपक्षी विधायकों की पिटाई समेत अन्य मुद्दों को लेकर तेजस्वी यादव सरकार के खिलाफ जिला स्तर पर दौरा करने वाले थे लेकिन कोरोना ने इस पर ग्रहण लगा दिया।

उधर बिहार कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा और बिहार प्रभारी भक्त चरण दास के कोरोना संक्रमित होने के बाद वहां भी सभी कार्यक्रम स्थगित है। आरजेडी कार्यालय की तरह सदाकत आश्रम में ताला तो नहीं बंद है लेकिन गतिविधियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। हालांकि मुख्यालय में तालाबंदी नहीं होने से हर दिन दो दर्जन से अधिक कार्यालय स्टाफ अभी आते हैं और दिनभर रहने के बाद वापस चले जाते हैं। पार्टी के प्रदेश राष्ट्रीय प्रभारी भक्त चरण दास, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. मदन मोहन झा, विधायक राजेश कुमार समेत कुछ और नेता कोरोना पीड़ित होकर होम आइसोलेशन में हैं। वहीं अन्य विधायकों और विधान पार्षदों ने तो कार्यालय आना छोड़ ही दिया है। ऐसे में दोनों विपक्षी दलों के जमीनी अभियान के स्थगित होने से अब सत्ता पक्ष को राहत मिली है। हालांकि सोशल मीडिया के जरिये एक दूसरे पर वार-पलटवार जारी है।

 

सुप्रीम कोर्ट में नीतीश सरकार ने आरक्षण की सीमा 50 फीसदी बढ़ाने के लिए रखा पक्ष

बिहार सरकार ने ओबीसी आरक्षण की सीमा बढ़ाने की याचिकाओं पर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखा है। सरकार ने कहा है कि आरक्षण की 50 फीसदी की सीमा तय करने वाले इंदिरा सहनी मामले के फैसले पर पुनर्विचार करने की जरूरत है इसलिए इसको 11 जजों की बड़ी पीठ के पास भेजा जाना चाहिए। राज्य सरकार की तरफ से अधिवक्ता मनीष कुमार ने सुप्रीम कोर्ट में सरकार का पक्ष रखा है। उन्होंने कहा है कि 1993 में बिहार में 129 जातियां अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल थीं अब इनकी संख्या बढ़कर 174 हो चुकी है। समाज में बदलती हुई परिस्थितियों के मुताबिक कानून में भी बदलाव की आवश्यकता है।

नीतीश सरकार की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में जो तर्क दिया गया है उसके मुताबिक आर्थिक तौर पर पिछड़े लोगों के लिए यानी EWS को 10 फ़ीसदी आरक्षण मिलने के कारण पिछड़े वर्ग को मिलने वाले आरक्षण में कटौती हुई है। इससे सरकारी नौकरियों में पिछड़े वर्ग के लोगों की संख्या घटी है। सरकार ने इसी लिए ओबीसी आरक्षण का दायरा बढ़ाने की मांग रखी है।

आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने ओबीसी आरक्षण की सीमा बढ़ाने के लिए दायर की गई याचिकाओं पर राज्य सरकारों से उनका मंतव्य मांगा था। अब बिहार सरकार की तरफ से भी इसमें अपना पक्ष रखा गया है। बिहार सरकार का मानना है कि 50 फीसदी की आरक्षण की सीमा को अब बढ़ाए जाने की जरूरत है और इसके लिए पहले के फैसले पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है।

बिहार: पहले मुकेश सहनी के भाई ने किया उद्धाटन, अब मंत्री रामप्रीत पासवान के बेटे ने की नल-जल योजना की जांच, मचा हड़कंप

सूबे में एक मंत्री के भाई द्वारा कई सरकारी योजनाओं में शामिल होने का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था की पीएचईडी मंत्री रामप्रीत पासवान के पुत्र के नल जल योजना में शामिल होने का मामला सामने आ गया है। मंत्री पुत्र के रूपौली के कई पंचायतों में नल जल योजना की जांच में पहुंचने की खबर एवं तस्वीर वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है।

इस मामले को लेकर जो विभागीय अधिकारी है उनके भी इस मामले में हाथ पांव फूल रहे हैं। बताया जाता है की दो दिन पूर्व लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के मंत्री रामप्रीत पासवान दो दिन पूर्व बनमनखी के भाजपा विधायक कृष्ण कुमार ऋषि के पिता के श्राद्ध कर्म में भाग लेने आए थे। इस दौरान मंत्री पुत्र एवं मंत्री के विभागीय ओएसडी विनोद विनय भी पूर्णिया आए थे। मंत्री के साथ उनके पुत्र एवं विभागीय अधिकारियों ने इस दौरान ठहरने के लिए सर्किट हाउस को अपना ठिकाना बनाया था।

एक दिन बाद अमौर में नल जल योजना की जांच करने के बाद मंत्री राम प्रीत पासवान तो लौट गए लेकिन ओएसडी विनोद विनय एवं मंत्री पुत्र यहां रूक गए। इसके बाद दो दिनों तक पूर्णिया के कई प्रखंडों में उनके द्वारा नय जल योजना का निरीक्षण किया गया। मंत्री पुत्र एवं ओएसडी द्वारा भवानीपुर के सुरैती, रूपौली प्रखंड के भिखना, महबल्ला, लखनौर, एवं मतेली का निरीक्षण किया गया। इन सभी निरीक्षणों में जांच टीम के साथ मंत्री पुत्र भी शामिल हुए। नल जल योजना की जांच में मंत्री पुत्र के शामिल होने की तस्वीर निरीक्षण के दो दिनों बाद सोशल मीडिया पर बायरल हो गयी। इसके बाद इस मामले में विभागीय अधिकारियों के हाथ पांव फूलने लगे तथा इस मामले में क्या सफाई जी जाए इसका जवाब तैयार करने में जुट गए।

विभागीय मंत्री के ओएसडी विनोद विनय ने बताया की पूर्णिया में नल जल योजना में बड़े पैमाने पर धांधली की शिकायत मंत्री जी को मिली थी। जिसके लिए मंत्री दो दिनों के लिए पूर्णिया आए थे। मगर विशेष कार्यवश वे दूसरे दिन लौट गए। इसके बाद वे और उनके पुत्र यहां रह गए। लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के वरीय अधिकारियों के साथ वे भले रूपौली सहित कई प्रखंड जांच के लिए गए लेकिन मंत्री पुत्र का इस जांच से कोई संबंध नहीं था। वे वाहन की कमी के कारण जांच टीम के साथ गए थे। मंत्री पुत्र के निरीक्षण में जाने पर लोग सवाल उठा रहे हैं की आखिर किस हैसियत से नल- जल योजना की जांच के लिए पहुंची टीम में पीएचईडी मंत्री के पुत्र शामिल हुए।

पीएचईडी मंत्री पुत्र निरीक्षण के लिए रूपौली गए थे , वे योजनाओं की गुणवत्ता को देख रहे थे जांच टीम में कई अधिकारी भी शामिल थे।

-मनीष कुमार, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी विभाग पूर्णिया

मंत्री पुत्र रूपौली निरीक्षण टीम के साथ गए थे लेकिन निरीक्षण एवं जांच से उनका कोई वास्ता नहीं था, वाहन की कमी के कारण वे जांच टीम के साथ चले गए गए थे।

-विनोद विनय ओएसडी मंत्री पीएचईडी

राजद ने वीडियो जारी कर सरकार को घेरा, ‘मंत्री के दम पर कमाए 27 करोड़ रुपये, हर महीने चार ट्रक दारू’… जानें मामला

बिहार में स्कूल में शराब की खेप मिलने के मामले में घिरे नीतीश कुमार के मंत्री रामसूरत राय को लेकर आरजेडी ने एक सनसनीखेज वीडियो जारी किया है। आरजेडी ने यह वीडियो ट्वीट करते हुए कई आरोप लगाये हैं।

आरजेडी ने विडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि- राम सूरत राय की तरह BJP JDU का हर मंत्री, MLA, नेता और कार्यकर्ता किसी ना रूप में शराबबंदी के ढकोसले से कमा रहा है! कोई ‘डीलर’ बन गया है, कोई बेच रहा है, कोई पैसे लेकर safe passage सुनिश्चित करता है, कोई अभियुक्तों के लिए दलाली करता है तो कोई शराब माफिया से कमाता है।

बहरहाल आरजेडी के ट्विटर हैंडल से ट्वीट इस वीडियो में  बैठा एक शख्स कह रहा है कि उसने मंत्री रामसूरत राय के दम पर 15 वर्षों में 27 करोड़ रुपये कमाए हैं।  शख्स कहता है कि उनका चार ट्रक दारू महीने में कटाता है। चार ट्रक में हर ट्रक में 700 पेटी दारू कटाता है और दारू कहां-कहां जाता है ये सब हम जानते हैं और इसमें से हमको भी कमीशन मिलता था।

वीडियो में दिखाई दे रहा शख्स कहता है कि- एक दिन हमको फोन करके बुलाए कि सात बजे मीटिंग है मुजफ्फरपुर में। हम और हमारा बेटा दोनों बुलेट से मीटिंग के लिए जा रहे थे। जब हम जाने के लिए निकले तो हमको मंझौली मोड़ पर टैंकर के गेट से ठोकर मरवाया जाता है। इस हादसे में हम गंभीर रूप से घायर हो गए. लेकिन इसके बाद भी हम उनके यहां ही गए और रात भर लेटे रहे पर वह हमे देखने नहीं आए। उनके और लोग आए पर न तो किसी ने दवा दी और न ही किसी ने मेरी मदद की। शख्स दावा करता है कि उसकी हत्या की प्लानिंग की गई थी लेकिन वह बाल-बाल बच गया। वह शख्स कह रहा है कि मैं आज जो भी हूं रामसूरत राय के कारण ही हूं। 27 करोड़ रुपये भी उन्हीं के कारण 15 साल में कमाया हूं।

बिहार: मंगलवार को होगा कैबिनेट का विस्तार, चर्चा के लिए पार्टी दफ्तर पहुंचे CM नीतीश

बिहार की राजधानी पटना के राजभवन से बड़ी खबर आ रही है, जहां मंगलवार को कैबिनेट का विस्तार होने की संभावना है। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर इंतजार की घड़ियां खत्म होने वाली हैं। सूत्रों के मुताबिक मंगलवार साढ़े 11 बजे मंत्रियों का शपथ ग्रहण होगा। सूत्रों के हवाले से यह खबर आई है कि राजभवन के राजेन्द्र मंडपम में शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।

सूत्रों के मुताबिक राज्यपाल फागू चौहान मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता का शपथ दिलायेंगे। हालांकि कितने लोग मंत्री पद का शपथ लेंगे और वो कौन-कौन हैं, इस बारे में अभी खुलासा नहीं हुआ है। इस बीच सीएम नीतीश कुमार अब से कुछ देर पहले वीरचंद पटेल स्थित जदयू के दफ्तर पहुंचे हैं। समझा जा रहा है कि वो यहां पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं से इस पर चर्चा करने आए हैं।

बता दें कि बीते रविवार की शाम को बिहार भाजपा के अध्यक्ष संजय जायसवाल और राज्य के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने एक अणे मार्ग जाकर सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। करीब चालीस मिनट तक चली इस बैठक में कैबिनेट विस्तार को लेकर चर्चा हुई थी। डिप्टी सीएम तारकिशोर ने भी मुख्यमंत्री से हुई मुलाकात कर सब कुछ ठीक होने का दावा किया था। बता दें कि मौजूदा वक्त में नीतीश सरकार में 13 मंत्री शामिल हैं, विस्तार के बाद 23 और मंत्रियों के शामिल होने की गुंजाइश है।

16 नवंबर को हुआ था शपथ ग्रहण

बता दें कि बिहार में नई सरकार का 16 नवंबर को शपथ ग्रहण हुआ था। मुख्यमंत्री के अलावे 14 मंत्रियों ने शपथ ली थी। इनमें जेडीयू कोटे से 5,भाजपा से 7,हम और वीआईपी से 1-1 सदस्य मंत्री बने थे।संभावना है कि मंगलवार को होने वाले कैबिनेट विस्तार में भाजपा कोटे से सबसे अधिक मंत्री बनेंगे।

बिहार में कैबिनेट विस्तार के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार की शाम कैबिनेट की बैठक बुलाई है। मंत्रिमंडल की बैठक शाम 4:30 बजे संवाद में आयोजित है। इस संबंध में मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग ने पत्र जारी किया है। बता दें, कि इस बार की कैबिनेट मीटिंग काफी अहम है। मंगलवार की कैबिनेट मीटिंग में कई महत्वपूर्ण एजेंडों पर मुहर लगेगी।

रूपेश हत्‍याकांड पर जीतन राम मांझी ने भी सरकार को घेरा, तो विधानसभा अध्‍यक्ष ने किया बचाव

बिहार की राजधानी पटना में इंडिगो एयरलाइंस के अधिकारी रूपेश सिंह की हत्‍या के बाद सियासी माहौल लगातार गर्म है। पक्ष और विपक्ष के नेता सरकार को अपराध नियंत्रण पर सीख देने में जुटे हैं। राजद और कांग्रेस के साथ ही भाजपा के भी नेताओं ने इस हत्‍याकांड की जांच को लेकर असंतोष जताया है। सबके निशाने पर सरकार के मुख‍िया नीतीश कुमार हैं। विपक्ष सीधे मुख्‍यमंत्री पर हमला बोल रहा है तो सत्‍ताधारी दल का एक धड़ा बिहार पुलिस पर सवाल खड़े कर रहा है। ऐसे हालात में पूर्व मुख्‍यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी सरकार पर हमला बोला है। वहीं भाजपा नेता और विधानसभा अध्‍यक्ष विजय सिन्‍हा ने कहा है कि मुख्‍यमंत्री खुद ही इस मामले में गंभीर हैं।

बिहार पुलिस के अफसरों पर एक्‍शन लेने की हिदायत

रूपेश हत्‍याकांड के चार दिन बीतने के बावजूद अब तक पुलिस खाली हाथ है। ऐसे में जीतन राम मांझी ने सुंदर कांड की पंक्तियां ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पुलिस पर एक्शन लेने को कहा है।  हम प्रमुख मांझी ने ट्वीट में लिखा- ‘सुंदरकांड में मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने कहा है, विनय न मानत जलधि जड़, गए तीन दिन बीत, बोले राम सकोप तब, बिन भय होय न प्रीत…।’ मांझी ने आगे लिखा- नीतीश जी बिहार के आपराधिक वारदातों को ध्यान में रखकर अब इन पंक्तियों को चरितार्थ करने की आवश्यकता है। मालूम हो कि एनडीए की सहयोगी भाजपा पहले से ही रूपेश हत्याकांड को लेकर पुलिस और कानून-व्यवस्था पर हमलावर है। अब मांझी ने भी ट्वीट कर पुलिस को निशाने पर ले लिया है।

रूपेश हत्याकांड को सरकार ने गंभीरता से लिया : स्पीकर

इधर, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने शनिवार को छपरा के ग्राम सवरी जलालपुर जाकर रूपेश सिंह के स्वजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। उनके साथ सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल एवं विधायक डॉ. सीएन गुप्ता भी थे। विजय सिन्हा ने कहा कि रूपेश की हत्या स्तब्ध करने वाली है। वह सरल स्वभाव के मिलनसार इंसान थे। मेरी पूरी संवेदना परिवार के साथ है। सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है। पुलिस के लिए भी बड़ी चुनौती है। उन्होंने दावा किया कि अपराधी जल्द पकड़े जाएंगे और उनपर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरकार रूपेश के परिवार के साथ है।

शाहनवाज हुसैन-मुकेश सहनी आज करेंगे नामांकन, CM नीतीश भी रहेंगे मौजूद

बिहार विधान परिषद की दो सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव के लिए चेहरे तय हो गए हैं। यूं तो दोनों सीटें भाजपा कोटे की हैं मगर पार्टी ने एक सीट अपने सहयोगी विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को दे दी है। इस सीट से वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी विधान परिषद जाएंगे। वहीं, भाजपा की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन एमएलसी बनने जा रहे हैं। दोनों प्रत्याशी आज एक साथ नामांकन करेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद व रेणु देवी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल सहित पार्टी के तमाम सांसद-विधायक मौजूद रहेंगे।

विधान परिषद में भाजपा कोटे की दो सीटें बीते दिनों खाली हुई थीं। इनमें से एक सीट पूर्व मुख्यमंत्री सुशील मोदी के राज्यसभा सदस्य चुने जाने और दूसरी सीट पूर्व मंत्री विनोद नारायण झा के विधायक बनने के चलते रिक्त हुई है। सुशील मोदी का कार्यकाल अभी करीब चार साल और विनोद नारायण झा का करीब डेढ़ साल बाकी है। सूत्रों की मानें तो मंत्री मुकेश सहनी को श्री मोदी और शाहनवाज हुसैन को श्री झा वाली सीट पर प्रत्याशी बनाया गया है। दोनों प्रत्याशी सोमवार को सुबह 11 बजे एक साथ नामांकन करेंगे। भाजपा के तमाम नेता पार्टी के प्रदेश कार्यालय से रवाना होंगे।

अभी तक उपचुनाव वाली सीट पर विधान परिषद जाने से इंकार कर रही वीआईपी के नेताओं के सुर रविवार को बदल गए। वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि एनडीए में सब एकजुट हैं। भाजपा जिस सीट पर भेजेगी, वो जाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि गृहमंत्री अमित शाह द्वारा फोन कर उपचुनाव में एनडीए प्रत्याशी बनाए जाने की सूचना दी गई। उन्होंने गृहमंत्री शाह, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित एनडीए के सभी नेताओं का आभार जताया।

विधान परिषद की दो सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा के सैयद शाहनवाज हुसैन व वीआईपी के मुकेश सहनी सोमवार को एनडीए प्रत्याशी के रूप में एक साथ नामांकन करेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ही तमाम जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे।
तारकिशोर प्रसाद, उपमुख्यमंत्री, बिहार

CM नीतीश से मिले बिहार BJP अध्यक्ष, मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा गर्म

खरमास खत्म होने के साथ ही बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार की कवायद शुरू हो गई है। सूत्रों की मानें तो इसी सप्ताह में मंत्रिमंडल का विस्तार होने की उम्मीद है। रविवार की शाम भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल और उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। हालांकि इस मुलाकात का ब्योरा दोनों दलों में से किसी ने सार्वजनिक नहीं किया। लेकिन, इस मुलाकात के साथ ही सियासी हलचल तेज हो गई।

रविवार को मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल ने पत्रकारों से सिर्फ इतना ही कहा कि सुबह तक का इंतजार कीजिए, जल्द सब साफ हो जाएगा। हालांकि सूत्रों का कहना है कि इसी सप्ताह मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है। वहीं, विधान परिषद में राज्यपाल कोटे से 12 सीटों पर होने वाले मनोनयन को लेकर भी चर्चा हुई है। सूत्रों की मानें तो इस पर भी जल्द फैसला होने जा रहा है। बीते दिनों भाजपा के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल और दोनों उपमुख्यमंत्रियों तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी। तब भी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हुआ था। हालांकि, अगले दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्पष्ट कर दिया था कि मंत्रिमंडल विस्तार पर कोई चर्चा ही नहीं हुई थी।

राज्य में नई सरकार का शपथ ग्रहण गत 16 नवंबर को हुआ था। तब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित 15 लोगों ने शपथ ली थी। मेवालाल चौधरी के इस्तीफे के बाद फिलहाल राज्य में मुख्यमंत्री के अलावा 13 मंत्री हैं। इसमें भाजपा के दो उपमुख्यमंत्रियों सहित सात, जदयू के चार, हम और वीआईपी के एक-एक मंत्री हैं। सरकार गठन के बाद से ही लगातार मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चाओं का सिलसिला चल रहा है। हालांकि कौन सा विभाग किस दल के पास रहेगा, यह पहले ही तय हो चुका है।