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कांग्रेस मतलब भ्रष्टाचार’ राज्यसभा सांसद धीरज साहू के घर 300 करोड़ कैश मिलने पर सम्राट चौधरी ने साधा निशाना

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बिहार भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कांग्रेस को भ्रष्टाचार का पर्याय बताया. सम्राट चौधरी शनिवार को पटना में मीडिया को संबोधित कर रहे थे. झारखंड के कांग्रेस राज्यसभा सांसद के घर 300 करोड़ रुपए कैश बरामद होने के बाद जमकर निशाना साधा. कहा कि सांसद के घर इतने रुपए मिले हैं कि ईडी के अधिकारी उसे गिनते-गिनते थक गए हैं. सम्राट ने कहा कि समझ लीजिए कि कांग्रेस कितनी बड़ी भ्रष्टाचारी पार्टी है. जितने भी भ्रष्टाचारी हैं, सब एकजुट हो गए हैं।

सम्राट चौधरी ने कहा कि झारखंड और उड़िसा में कांग्रेस का भ्रष्टाचार देखने को मिला है. इतना ज्यादा कैश मिला है कि विभाग के पदाधिकारी गिनते गिनते थक गए और अभी तक छापेमारी जारी है. कांग्रेस पार्टी का परिचय का मतलब भ्रष्टाचार है. जो पार्टी झारखंड में सहयोगी है, ऐसे सांसद के घर से इतने रुपए मिल रहे हैं. बिहार में लालू यादव, झारखंड में हेमंत सोरेन, तेलांगना में एमके स्टालिन ये सभी भ्रष्टाचार के प्रतीक हैं।

इस दौरान सम्राट चौधरी ने सीएम नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ऐसी पार्टी है, जिसमें कर्पूरी ठाकुर, लालू यादव को मुख्यमंत्री बनाया. नीतीश कुमार को तो कंधे पर बिठाकर मुख्यमंत्री बनाने का काम किया, लेकिन नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी के साथ क्या किए, यह बिहार की जनता समझ चुकी है? सम्राट ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी दोस्ती और दुश्मनी दोनों अच्छे से निभाती है. यह बात सभी पार्टियों को समझ लेना चाहिए।

पूर्वी क्षेत्रीय परिषद के बैठक की तैयारी पूरी,जानें किन एजेंडों पर होगी चर्चा

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पटना: पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक आज दोपहर बाद पटना में आयोजित हो रही है.यह बैठक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में होगी वहीं बिहार के Cm नीतीश कुमार परिषद के उपाध्यक्ष के रूप में बैठक में शामिल होंगे,जबकि पश्चिम बंगाल, झारखण्ड और ओडिशा के सीएम की जगह उनके प्रतिनिधि शामिल होंगे.झारखण्ड के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव और कल्याण मंत्री चंपाई सोरेन, पश्चिम बंगाल की वित्त राज्य मंत्री चन्द्रिमा भट्टचार्य, उड़ीसा के वित्त मंत्री प्रदीप अमात और आइटी खेल एवं युवा और व्यापार मंत्री तुषार कांति बेहेरा शामिल होंगे।

इस बैठक को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि यह बिहार के लिए एक अवसर है.बैठक की परम्परा के अनुसार यहां आनेवाले सभी अतिथियों का वे स्वागत करेंगे।

इस बैठक में जहां बिहार की तरफ से विशेष राज्य का दर्जा,नेपाल में प्रस्ताविक कोशी डैम समेत अन्य मुद्दा उठाया जायेगा,वहीं केंद्र द्वारा अंतर्राष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा समेत अन्य मुद्दा की चर्चा कर सकती है जबकि अन्य राज्य भी अपने अपने मुद्दें उठायेंगे.वहीं इस बैठक को लेकर बिहार राजनीति में बयानबाजी का दौर पिछले कुछ दिनों से चल रहा है जिसमें एनडीए से अलग होने के बाद केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बिहार के सीएम नीतीश कुमार के एक साथ पहली बैठक में शामिल होने और इससे जुड़ी राजनीति की चर्चा हो रही है.महागठबंधन के कई नेताओं द्वारा इस तरह की बैठक को चाय-पानी बैठक से संबोधित किया गया है.इन नेताओं की मानें तो इस परिषद की बैठक मे राज्यों द्वारा उठाये गये मुद्दे पर गंभीरता से काम नहीं होता है.महागठबंधन के नेताओं के इस तरह के बयान का बीजेपी ने प्रतिवाद किया है।

इस परिषद की बैठक में कई राज्यों के cm के नहीं आने पर बीजेपी नेता सह पूर्व डिप्टी cm तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि ये उन राज्यों के cm की गंभीरता को दर्शाता है.बैठक को सिर्फ चाय पानी का एजेंडा बताने पर कांग्रेस और आरजेडी पर हमला बोलते हुए तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि ये इनकी सोच को दर्शाता है.बैठक आधिकारिक रूप से होती आई है और बैठक में राज्यों के विकास के एजेंडे पर मुहर लगाती है.इसमें मंत्री के साथ ही सभी राज्यों और केन्द्र के सीनियर अधिकारी भी शामिल होते हैं।

बिहारवासियों के लिए खुशखबरी! पटना से अयोध्या होकर लखनऊ तक चलेगी वंदे भारत एक्सप्रेस

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पटना से लखनऊ जाने वाले वाले और अयोध्या की यात्रा करने वाले लोगों के लिए खुशखबरी है. जल्द ही भारतीय रेल पटना से लखनऊ के लिएवंदे भारत ट्रेनचलाने की तैयारी कर रही है. यह ट्रेन अयोध्या होते हुए लखनऊ तक जाएगी. इससे बिहार के वैसे यात्रियों को काफी सुविधा होगी, जिनका लखनऊ आना जाना लगा रहता है. मिली जानकारी के अनुसार रेलवे ने इसके लिए सर्वे का काम भी शुरू कर दिया है।

बताया जा रहा है कि रेलवे ने रूट सर्वे नोटिफिकेशन का काम पूरा कर लिया है. अब बिहार को जल्द ही पटना से लखनऊ के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस के परिचालन का तोहफा मिलेगा. दरअसल, रेलवे के सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार अयोध्या में राम मंदिर का भव्य उद्घाटन होने जा रहा है. ऐसे में बिहार से भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ राम मंदिर में राम लला के दर्शन के लिए अयोध्या जाएगी. यह भी एक कारण है कि श्रद्धालुओं की सुविधा के देखते हुए इस रूट में वंदे भारत ट्रेन चलाने का फैसला लिया गया है।

बताया जा रहा है कि पहले पटना से लखनऊ तक वंदे भारत ट्रेन को सुल्तानपुर से होकर चलाए जाने की योजना थी. इसको लेकर सर्वेक्षण का काम भी पूरा हो गया था. बाद में राम मंदिर के उद्घाटन को देखते हुए इसके रूट में बदलाव लाए जाने का फैसला लिया गया है. मालूम हो कि 2024 जनवरी में ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है. इसलिए पर्यटन और तीर्थ के दृष्टिकोण से भी इसे अयोध्या होकर चलाए जाने का फैसला लिया गया।

कल पटना में गृह मंत्री अमित शाह,पूर्वी क्षेत्रीय परिषद बैठक की करेंगे अध्यक्षता

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केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह, रविवार, 10 दिसंबर को बिहार की राजधानी पटना में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की 26वीं बैठक की अध्यक्षता करेंगे

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सर्वांगीण विकास हासिल करने के लिए सहकारी और प्रतिस्पर्धी संघवाद का लाभ उठाने की आवश्यकता पर बल दिया है

क्षेत्रीय परिषदें सशक्त राज्य ही सशक्त राष्ट्र का निर्माण करते हैं की भावना के अनुरूप दो या अधिक राज्यों अथवा केंद्र और राज्यों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर नियमित संवाद और चर्चा के लिए एक व्यवस्थित तंत्र और मंच प्रदान करती हैं

2014 से अब तक पिछले 9 वर्षों में विभिन्न क्षेत्रीय परिषदों की कुल 55 बैठकें हुईं हैं, इनमें स्थायी समितियों की 29 बैठकें और क्षेत्रीय परिषदों की 26 बैठकें शामिल है

क्षेत्रीय परिषदों की प्रत्येक बैठक में राष्ट्रीय महत्व् के अनेक मुद्दों पर भी चर्चा की जा रही है

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह, रविवार, 10 दिसंबर,2023 को बिहार की राजधानी पटना में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की 26वीं बैठक की अध्यक्षता करेंगे।पूर्वी क्षेत्रीय परिषद में बिहार, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और झारखंड राज्य शामिल हैं। यह बैठक भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन अंतर राज्य परिषद सचिवालाय द्वारा बिहार सरकार के सहयोग से आयोजित की जा रही है। पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की 26वीं बैठक में सदस्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ-साथ प्रत्येक राज्य से दो वरिष्ठ मंत्री भाग लेंगे। राज्य सरकारों के मुख्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में हिस्सा लेंगे।

राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956 की धारा 15-22 के तहत वर्ष 1957 में 5क्षेत्रीय परिषदों की स्थापना की गई थी। केन्द्रीय गृह मंत्री इन पाँचों क्षेत्रीय परिषदों में प्रत्येक के अध्यक्ष हैं और क्षेत्रीय परिषदमें शामिल राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री/उप-राज्यपाल/प्रशासकइसके सदस्य हैं, जिनमें से एक मुख्यमंत्री हर साल बारी-बारी से उपाध्यक्ष होते हैं। राज्यपाल द्वारा प्रत्येक राज्य से 2 और मंत्रियों को परिषद के सदस्य के रूप में नामित किया जाता है। प्रत्येक क्षेत्रीय परिषद ने मुख्य सचिवों के स्तर पर एक स्थायी समिति का भी गठन किया है। पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की 26वीं बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री उपाध्यक्ष हैं।

राज्यों द्वारा प्रस्तावित मुद्दों को सर्वप्रथम संबन्धित क्षेत्रीय परिषद की स्थायी समिति के समक्ष चर्चा के लिए प्रस्तुत किया जाता है। जिन मुद्दों का आपसी सहमति से समाधान नहीं निकल पाता हैउन्हें क्षेत्रीय परिषद की बैठक में विचार-विमर्श के लिए प्रस्तुत किया जाता है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सर्वांगीण विकास हासिल करने के लिए सहकारी और प्रतिस्पर्धी संघवाद का लाभ उठाने की आवश्यकता पर बल दिया है। क्षेत्रीय परिषदें सशक्त राज्य ही सशक्त राष्ट्र का निर्माण करते हैं की भावना के अनुरूप दो या अधिक राज्यों अथवा केंद्र और राज्यों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर नियमित संवाद और चर्चा के लिए एक व्यवस्थित तंत्र और मंच प्रदान करती हैं।सभी राज्य सरकारों, केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों के सहयोग से वर्ष 2014 से अब तक पिछले 9 वर्षों में विभिन्न क्षेत्रीय परिषदों की कुल 55 बैठकें हुईं हैं, इनमें स्थायी समितियों की 29 बैठकें और क्षेत्रीय परिषदों की 26 बैठकें शामिल है।

क्षेत्रीय परिषदों की भूमिका सलाहकारी है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों मेंये परिषदें विभिन्न क्षेत्रों में आपसी समझ और सहयोग के स्वस्थ बंधन को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण कारक साबित हुई हैं। परिषदों की बैठकों में कोदो, कुटकी एवं अन्य श्री-अन्न (minor millets) फसलों का रागी के बराबर समर्थन मूल्य, व्यापक सिल्ट प्रबंधन नीति के अंतर्गत जल शक्ति मंत्रालय द्वारा 2022 में तलछट (Sediment) प्रबंधन के लिए नेशनल फ्रेमवर्क ज़ारी करना, राज्य स्तरीय तकनीकी समिति द्वारा लाख की खेती के लिए वित्त का पैमाना तय करना और लाख की खेती को 2022-23 से किसान क्रेडिट कार्ड में शामिल करना आदि निर्णय लिए गए।क्षेत्रीय परिषदें व्यापक मुद्दों पर चर्चा करती हैं जिनमें खनन, कुछ मदों में केन्द्रीय आर्थिक सहायता, बुनियादी सुविधाओं कानिर्माण, भूमि अधिग्रहण एवं भूमि स्थानांतरण, जल बँटवारा, प्रत्यक्ष लाभ अंतरण स्कीम(DBT) का कार्यान्वयन, राज्य- पुनर्गठन और क्षेत्रीय स्तर के सामान्य हित के अन्य मुद्दें शामिल हैं।

क्षेत्रीय परिषदों की प्रत्येक बैठक में राष्ट्रीय महत्व् के अनेकमुद्दों पर भी चर्चा की जा रही है। इनमें महिलाओं और बच्चों के खिलाफ दुष्कर्म के मामलों की त्वरित जांच और इसके शीघ्र निपटान के लिए फास्ट ट्रैक विशेष न्यायालयों (FTSC) का कार्यान्वयन,प्रत्येक गांव में 5 किमी के भीतर बैंकों/इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक शाखाओं की सुविधा,देश में दो लाख नई प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (PACSs) का निर्माण, पोषण अभियान के माध्यम से बच्चों में कुपोषण दूर करना, स्कूली बच्चों की ड्रॉप आउट दर कम करना, आयुष्मानभारत-प्रधानमंत्रीजनआरोग्ययोजना में सरकारी अस्पतालों की भागीदारी तथा राष्ट्रीय स्तर के सामान्य हित के अन्य मुद्दें शामिल हैं।

सात निश्चय – 2 के अंतर्गत बिहार पशु स्वास्थ्य प्रबंधन हेतु आधारभूत व्यवस्थाओं के संबंध में मुख्यमंत्री ने समीक्षात्मक बैठक की, तेजी से कार्य पूर्ण करने का दिया निर्देश

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प्रत्येक 8-10 पंचायतों पर पशु अस्पताल की स्थापना की योजना बनाई गई है, जिन क्षेत्रों में पशु अस्पतालों की स्थापना नहीं हुई है वहां पशु अस्पतालों के शीघ्र स्थापना हेतु त्वरित कार्रवाई करें।

आवश्यक पशु चिकित्सकों सहित अन्य चिकित्साकर्मियों हेतु पद सृजित कर उनकी शीघ्र बहाली कराएं।

टेली मेडिसीन के माध्यम से पशु अस्पतालों को जोड़कर चिकित्सा परामर्श दिए जाने की व्यवस्था शीघ्र शुरू कराएं।

कॉल सेंटर एवं मोबाइल एप्प के माध्यम से इन सुविधाओं को लेकर तेजी से काम करें।

राज्य के सभी जिलों, प्रखण्डों, पंचायतों से लेकर सभी गांवों को डेयरी को-ऑपरेटिव नेटवर्क से जोड़ें।

देशी गार्यों के संरक्षण एवं संवर्द्धन पर विशेष ध्यान दें।

पटना, 09 दिसम्बर 2023 :- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में सात निश्चय- 2 के अंतर्गत बिहार पशु स्वास्थ्य प्रबंधन हेतु आधारभूत व्यवस्थाओं के संबंध मेंबैठक की और अधिकारियों को तेजी से कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया।

बैठक में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की प्रधान सचिव डॉ० एन० विजया लक्ष्मी नेप्रस्तुतीकरण के माध्यम से विभाग की अद्यतन कार्य की प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने कृषिरोड मैप के अंतर्गत अब तक किए गए कार्य, पशु जनित उत्पाद की प्रति व्यक्ति उपलब्धता और उपलब्धि, बकरी फॉर्म लेयर पॉल्ट्री फॉर्म की स्थापना, देशी गोवंश संरक्षण एवं संवर्द्धन कार्य, दुग्ध उत्पादन सहयोग समितियों की क्रियाशीलता, मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पशुओं की सभी प्रकार की चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है। टेली मेडिसीन के माध्यम से पशु अस्पतालों को जोड़कर चिकित्सा परामर्श दिए जाने की व्यवस्था शीघ्र शुरू कराएं। कॉल सेंटर एवं मोबाइल एप्प के माध्यम से इन सुविधाओं को लेकर तेजी से काम करें। आवश्यक पशु चिकित्सकों सहित अन्य चिकित्साकर्मियों हेतु पद सृजित कर उनकी शीघ्र बहाली कराएं। प्रत्येक 8-10 पंचायतों पर पशु अस्पताल की स्थापना की योजना बनाई गई है। जिन क्षेत्रों में पशु अस्पतालों की स्थापना नहीं हुई है वहां पशु अस्पतालों के शीघ्र स्थापना हेतु त्वरित कार्रवाई करें। पशु अस्पतालों में पशुओं के मुफ्त इलाज के साथ ही उनके लिये मुफ्त दवा की भी व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि घोड़परास (नील गाय) के कारण फसलों की क्षति हो रही है, इस समस्या के समाधान के लिये ठोस कार्रवाई करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 में सरकार में आने के बाद से ही हमलोगों ने दुग्ध उत्पादन में वृद्धि को लेकर कई कार्य किये हैं। अब तक तीन कृषि रोड मैप का कार्यान्वयन हो चुका है और चौथे कृषि रोड मैप की शुरुआत की गई है। कृषि रोड मैप के क्रियान्वयन के कारण राज्य में किसानों की आमदनी बढ़ी है। दूध, मांस, मछली और अंडा का उत्पादन बढ़ा है, इसे और बढ़ाने के लिए तेजी से काम करें। डेयरी को-ऑपरेटिव सोसायटी को बढ़ावा देने के लिए सरकार शुरु से ही प्रयासरत है और इसको लेकर हर तरह का सहयोग कर रही है। राज्य के सभी जिलों, प्रखण्डों एवं पंचायतों से लेकर सभी गांवों को डेयरी को-ऑपरेटिव नेटवर्क से जोड़ें ताकि लोगों को रोजगार भी मिले और उनकी आमदनी भी बढ़े। देशी गायों के नस्ल को बढ़ावा देने की जरुरत है, इस पर विशेष ध्यान दें।

बैठक में वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मो० आफाक आलम, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की प्रधान सचिव डॉ० एन० विजया लक्ष्मी, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, सचिव वित्त (व्यय) श्री लोकेश कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, निदेशक, पशुपालन श्री नवदीप शुक्ला सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।

बिहार में पंचायत उपचुनाव के लिए आज से नामांकन शुरू, 28 दिसंबर को डाले जाएंगे वोट

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बिहार पंचायत उपचुनाव 2023 के तहत प्रक्रिया उम्मीदवार 9 दिसंबर से 15 दिसंबर तक नामांकन कर सकेंगे. सबसे ज्यादा ग्राम कचहरी पंच 1241 पदों के लिए चुनाव होगा. राज्य निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के अनुसार नामांकन पत्र 15 दिसंबर तक सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे दाखिल किया जाएंगे. 16 दिसंबर से 18 दिसंबर तक सभी नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी. 20 दिसंबर तक प्रत्याशी अपना नामांकन वापस ले सकते हैं।

बिहार राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से पंचायत उप चुनाव कराने को लेकर तमाम व्यवस्था की गई है. राज्य में जहां पंचायत उपचुनाव के समय में किसी प्रकार की कोई अनहोनी हुई थी, जिस वजह से वहां पर सीट खाली हो गई और इस रिक्त पदों को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से उप चुनाव कराया जा रहा है. चुनाव निष्पक्ष हो, इसको लेकर राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से फेस डिटेक्टर मशीन, बायोमेट्रिक मशीन का उपयोग सभी बूथ पर किया जाएगा. जिससे कि मतदाताओं का सत्यापन किया जाएगा. इस मशीन के माध्यम से एक मतदाता एक ही जगह पर वोट कर सकेंगे।

मतदान 28 दिसंबर को कराया जाएगा, जिसमें ईवीएम से मतदान कराया जाएगा. बूथों पर ही फेस डिडेक्ट मशीन और बायोमेट्रिक से मतदाता का सत्यापन किया जाएगा. 28 दिसंबर को अपने मत का देकर मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य को ईवीएम में कैद करेंगे. 30 दिसंबर को ईवीएम खुलेगा और वोटों की गिनती शुरू (सुबह 8 बजे से) होगी. दोपहर के बाद नतीजे आने लगेंगे।

BPSC-TRE परीक्षा के दौरान कई मुन्ना भाई गिरफ्तार,कैरियर पर लगा ग्रहण..

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बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC)द्वारा आयोजित दूसरे चरण की शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा चल रही है.यह परीक्षा 7 दिसंबर से शुरू हुई है और आगामी 15 दिसंबर तक चलेगी.इस बीच परीक्षा को दौरान कदाचार की कोशिश कई अभ्यर्थियों द्वारा की जा रही है.कई मुन्ना भाई भी इस परीक्षा में शामिल हो रहे हैं जो दूसरे की जगह परीक्षा देने के लिए पहुंच रहे हैं पर बीपीएससी की सतर्कता की वजह से वे पकड़े भी जा रहे हैं .इस कड़ी में परीक्षा के दूसरे दिन कुल चार मुन्नाभाई को पकड़ा गया है.इन्हें परीक्षा से बाहर करने के साथ ही इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है।

मिली जानकारी के अनुसार बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा के दूसरे दिन चार मुन्ना भाई को पकड़ा गया है.बीपीएससी सचिव रवि भूषण ने कहा कि कुल चार मुन्ना भाई को गिरफ्तार किया गया है.इसमें दरभंगा से दो तथा सहरसा एवं औरंगाबाद से एक-एक परीक्षार्थी है.इन्हें परीक्षा से बहिष्कृत करने के साथ ही प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है.उन्होने सभी अभ्यर्थियों को सावधान किया है कि वे किसी भी तरह के कदाचार की कोशिश न करें क्योंकि ऐसा करने पर उनके खिलाफ कई लेबल पर कार्रवाई होगी और उनका कैरियर चौपट हो जायेगा।

बतात चलें कि शिक्षक भर्ती परीक्षा के दूसरे दिन शुक्रवार को बीपीएससी ने मौसम की खराबी को देखते हुए परीक्षा के समय में बदलाव किया था और दोपहर 12.30 की परीक्षा 2.30 से ली थी पर आज तीसरे दिन की परीक्षा पूर्व निर्धारित 12.30 बजे से ही होगी.इसलिए जरूरी है कि अभ्यर्थी निर्धारित समय से पहले ही पहुंच जायें ताकि उन्हें परीक्षा से वंचित न होना पड़े.पहले दो दिन की परीक्षा में कई अभ्यर्थी विभिन्न वजहों से परीक्षा सं वंचित रह गये थे।

वहीं परीक्षा के दूसरे दिन सीतामढ़ी के एक परीक्षा केन्द्र के मैथ विषय की परीक्षा कैंसल कर दी गयी है और ये परीक्षा 15 दिसंबर को होगी,क्योंकि इस परीक्षा केन्द्र पर मैथ के प्रश्नपत्र कम पड़ गये थे जिसकी वजह से परीक्षरर्थियों ने हंगामा किया था और बाद में बीपीएससी ने इस परीक्षा को कैंसल कर नई तिथि में कराने की घोषणा की थी।

टॉपर घोटाला के मास्टमाइंड बच्चा राय के ठिकानों पर ED की रेड; जब्त संपत्ति पर कब्जा कर बना रहा था स्कूल

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बिहार में टॉपर्स घोटाले के आरोपी बच्चा राय के घर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पहुंची है। ईडी की टीम बच्चा राय के घर और कॉलेज समेत कई ठिकाने पर छापेमारी कर रही है। बच्चा राय पर ईडी द्वारा जब्त की गई जमीन को हड़पने का भी आरोप है। ईडी की अलग-अलग टीम बच्चा राय के ठिकानों को खंगाल रही है।

दरअसल, हाल में ही ईडी ने वैशाली जिले के भगवानपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। इसमें ईडी की ओर से बच्चा राय पर जमीन हड़पने का आरोप लगाया था। ईडी ने दबंगों के कब्जे से अपनी जमीन को छुड़ाने के लिए बिहार पुलिस से गुहार लगाई थी।

ईडी के सहायक निदेशक राजीव रंजन ने भगवानपुर थाना में 24 नवंबर को आवेदन दिया है. इस मामले में 29 नवंबर को प्राथमिकी दर्ज की गई है. कब्जे वाली जमीन पर शिक्षा माफिया बच्चा राय द्वारा भवन का निर्माण कराया जा रहा था. इस मामले में सदर एसडीपीओ ओमप्रकाश ने बताया है कि ईडी की ओर से भगवानपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. हम लोग इस मामले में जांच पड़ताल कर रहे हैं. जो भी आवश्यक कार्रवाई होगी वह करेंगे।

यह छापेमारी भगवानपुर के कीरतपुर राजारामपुर में हो रही है. रिपोर्ट के अनुसार, बच्चा राय ने ईडी की ओर से जब्त बिल्डिंग को अपने कब्जे में ले लिया. इतना ही नहीं बल्कि अवैध तरीके से निर्माण कराया और वह इंटरमीडिएट स्कूल खोलने वाला था. उसने बिहार बोर्ड में आवेदन भी दिया. ऐसे में इंटर टॉपर घोटाले को लेकर फिर सवाल उठने लगे हैं कि कहीं दोबारा खेल की नए सिरे से तैयारी तो नहीं की जा रही थी?

तेजस्वी की शादी की सालगिरह पर लालू परिवार ने तिरुपति बालाजी मंदिर में की पूजा-अर्चना, कात्यायनी का हुआ मुंडन

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बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और राजश्री यादव की शादी की दूसरी सालगिरह पर आज लालू परिवार ने तिरुपति बालाजी मंदिर में पूजा की. तेजस्वी ने अपने ‘एक्स’ हैंडल पर तस्वीर शेयर कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि आज शादी की सालगिरह के विशेष दिन पर बेटी कात्यायनी का मुंडन संस्कार भी संपन्न हुआ।

तेजस्वी यादव ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, ‘आज सवेरे आंध्र प्रदेश के तिरुमाला पर्वत स्थित उत्कृष्ट शिल्प कौशल के अद्भुत उदाहरण एवं भक्ति, विश्वास और श्रद्धा के प्रतीक भगवान श्री तिरुपति बालाजी मंदिर में सपरिवार पूजा-अर्चना व दिव्य दर्शन कर सकारात्मक ऊर्जा एवं आशीर्वाद प्राप्त किया तथा गर्भगृह में विराजमान भगवान वेंकटेश्वर से समस्त प्रदेशवासियों के सुख, शांति, समृद्धि और कल्याण के लिए मंगल प्रार्थना की।

बिहार के उपमुख्यमंत्री ने आगे लिखा, ‘आज शादी की सालगिरह के विशेष दिन पर बेटी कात्यायनी का मुंडन संस्कार भी संपन्न हुआ। सकारात्मक ऊर्जा उत्सर्जित करने वाले पौराणिक ऐतिहासिक व आध्यात्मिक स्थलों की यात्रा ज्ञानार्जन, शुभता, दिव्य हस्तक्षेप, आध्यात्मिक सांत्वना, आत्म-साक्षात्कार, ध्यान और परमात्मा से जुड़ने का जरिया, व्यक्तिगत व सामुदायिक विकास तथा मानव जीवन के मूल उद्देश्य की गहराई को समझने की चाह रखने वालों के लिए एक मार्गदर्शन के रूप में भी कार्य करती है.’

तेजस्वी यादव और राजश्री की शादी 9 दिसंबर 2001 को हुई थी. दिल्ली में दोनों पारिवार के करीबी सदस्यों की मौजूदगी में दोनों ने सात फेरे लिए थे. राजश्री का असली नाम रेचल है और क्रिश्चियन धर्म से आती हैं. तेजस्वी और रेचल एक-दूसरे को लंबे समय से जानते थे. इसी साल मार्च में चैती नवरात्रि के समय पर दोनों माता-पिता बने हैं. इसलिए उसका नाम कात्यायनी रखा गया।