Category Archives: Jharkhand

हेमंत सोरेन ने टटोला विधायकों का मन, सरफराज ने कहा- पार्टी को जरूरत थी इसलिए दिया इस्तीफा

रांची: नेतृत्व परिवर्तन को लेकर चल रही सियासी चर्चा के बीच बुधवार 3 जनवरी को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर सत्तारूढ़ दलों के विधायकों की अहम बैठक हुई. करीब दो घंटे तक कांके रोड स्थिति मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक में सीएम हेमंत सोरेन के समक्ष सभी विधायकों ने एकजुटता प्रदर्शित करते हुए मौजूदा सरकार के प्रति विश्वास जताया. वर्तमान राजनीतिक स्थिति और ईडी की कार्रवाई पर बैठक में खुलकर चर्चा हुई और विपक्ष की साजिश का जवाब देने के लिए तैयार रहने को कहा गया।

हर परिस्थिति का करेंगे मुकाबला- हेमंत सोरेन

सत्तारूढ़ दलों के विधायकों के साथ बैठक करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हम हर परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं. आप भी विपक्ष की साजिश को विफल करने के लिए तैयार रहें. बैठक में कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एक साथ बैठे दिखे. उनके ठीक सामने 42 विधायक उपस्थित थे. कुछ अनुपस्थित विधायक वीडियो कॉफ्रेसिंग से सरकार के प्रति विश्वास मुख्यमंत्री के समक्ष जताया।

बैठक के बाद बाहर निकले मंत्री-विधायकों ने नेतृत्व परिवर्तन को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री हैं और आगे भी रहेंगे. विपक्ष की साजिश को विफल करने की बात कहते हुए मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि यह सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी और आने वाले 2024 के विधानसभा चुनाव में भी भारी बहुमत से सत्ता में वापस आयेगी।

गांडेय सीट से इस्तीफा देकर झारखंड की सियासत को गर्म करने वाले पूर्व विधायक सरफराज अहमद ने कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा व्यक्तिगत कारणों से दिया है. उन्होंने कहा कि पार्टी को जरूरत थी इसलिए इस्तीफा दिया और रास्ता बना दिया. विपक्ष लाख दुष्प्रचार कर ले मगर इसका फायदा उसे नहीं होगा वहीं बैठक की जानकारी देते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडे ने कहा कि उपस्थित सभी विधायकों ने सरकार के प्रति विश्वास जताया है राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हैं और आगे भी रहेंगे. नेतृत्व परिवर्तन को लेकर विपक्ष के द्वारा यह सोची समझी दुष्प्रचार है।

बैठक के बाद आलमगीर आलम को छोड़कर कांग्रेस कोटे के तीन मंत्री एक गाड़ी में बैठकर बाहर निकलते दिखे. रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता और बादल से उनकी राय जानने की काफी कोशिश मीडियाकर्मियों द्वारा होती रही मगर वो कुछ भी नहीं बोले. सीएम आवास पर बैठक के बाद कांग्रेस के सभी विधायक को प्रभारी ने बैठक के लिए तलब कर चर्चा का विषय बना दिया है।

बहरहाल तमाम कयासों को विराम देते हुए आज की बैठक के बाद जिस तरह से बात छन कर आ रही है वो जानकारों को पच नहीं रहा है. सियासत में अंदर कुछ होता है बाहर कुछ और. ऐसे में आज की बैठक के बाद जारी नेताओं के बयान से भले ही नेतृत्व को लेकर विराम लगता दिख रहा है मगर इतना तो जरूर है कि सत्तारुढ दलों के अंदर ईडी की कार्रवाई ने भय पैदा कर दिया है।

पैसे डबल करने की लालच में खुद ही रच दी साजिश, पुलिस ने किया मामले का खुलासा

जमशेदपुरः बागबेड़ा थाना क्षेत्र से 17 लाख रूपये की चोरी के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. मामले का खुलासा करते हुए एएसपी ने बताया की नोट डबल करने के चक्कर मे झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।

जमशेदपुर के बागबेड़ा थाना क्षेत्र स्थित कॉलोनी नंबर 1 में रहने वाले कोहिनूर स्टील प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के कर्मचारी सत्येंद्र सिँह के घर से अलमीरा में रखे 17 लख रुपए चोरी मामले का पुलिस से उद्भेदन कर दिया है. इस मामले में सत्येंद्र सिंह समेत उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया है. चोरी के 1 लाख 99 हजार 500 रुपये, एक स्कूटी, एक कार, 5 मोबाइल फोन जब्त किया है।

मामले का खुलासा करते हुए एएसपी सुमित अग्रवाल ने बताया कि अनुसंधान के क्रम में पुलिस ने पाया कि बागबेड़ा निवासी सत्येंद्र सिंह के 2 साथी इंद्रजीत कुमार सिंह और अरविंद चौधरी सत्येंद्र सिंह को पैसा डबल करने की बात कह कर 24 दिसंबर को बिहार के कैमूर जिले के रहने वाले रमेश उर्फ सिकंदर साथ उसके भतीजे से मुलाकात करवाते हैं और सत्येंद्र सिंह के बागबेड़ा घर होने के झूठी कहानी रचते हैं।

पुलिस 27 दिसंबर को मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कया. सीसीटीवी फुटेज और टेक्निकल सेल के आधार पर पाया कि सत्येंद्र सिंह झूठ बोल रहा है. पूछताछ में सत्येंद्र सिंह ने बताया कि वह अपने साथी इंद्रजीत कुमार सिंह और अरविंद चौधरी के बहकावे में आकर बिहार के रहने वाले रमेश उर्फ सिकंदर और उनके भतीजे को अपने घर बुलाते हैं और नोट किस तरह से डबल होता है, उसकी जानकारी हासिल की और 17 लाख रमेश उर्फ सिकंदर को सौंप दिया।

जानकारी देते हुए एएसपी सुमित अग्रवाल ने बताया कि सत्येंद्र सिंह पहले पुलिस को गुमराह कर रहे थे. उसके बाद उसने बताया कि उसके दो साथी अरविंद चौधरी और इंद्रजीत कुमार सिंह उसे पैसा डबल करने वाले गिरोह के रमेश उर्फ सिकंदर से मुलाकात करवाते हैं, जिसकी बात में वह आकर चोरी की झूठी कहानी को अंजाम देता है. उन्होंने बताया कि बिहार से रमेश उर्फ सिकंदर की गिरफ्तारी हुई है, जिसका पूर्व में भी आपराधिक इतिहास रहा है, पुलिस ने इसके पास से चोरी के 1 लाख 99500 रुपये नगद, एक स्कूटी, कार, नोट ठगी करने में प्रयोग किए जाने वाले कागज के बंडल, केमिकल और पांच मोबाइल फोन बरामद किया है. इस मामले में रमेश उर्फ सिकंदर का भतीजा फरार है. जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।

 

साहिबगंज डीसी की बढ़ेंगी मुश्किलें, कारतूस और सैलरी ने फंसाया

झारखंड के एक और आईएएस अफसर पर गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी है. साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव बुधवार को ईडी की रेड के बाद जांच के दायरे में आ गए हैं. अवैध कारतूस, रिश्वत के पैसे और सैलरी तीनों के फेर में साहिबगंज डीसी फंस गए हैं. जानकारी के अनुसार ईडी के द्वारा गुरुवार या शुक्रवार को साहिबगंज डीसी से पूछताछ के लिए समन जारी किया सकता है।

क्या है पूरा मामला

बुधवार को ईडी ने साहिबगंज डीसी के आवास, कार्यालय और उनके राजस्थान स्थित आवास पर एक साथ रेड किया था. रेड के दौरान साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव के पास से रिश्वत में मिले आठ लाख रुपए के साथ साथ नाइन एमएम पिस्टल की 14 कारतूस भी मिले हैं. ईडी के मुताबिक, बुधवार को ईडी की टीम ने जब डीसी के ऑफिस में छापा मारा तो फाइल के बीच लिफाफे में आठ लाख रुपए मिले, वहीं दफ्तर में गोलियां भी मिली. ईडी के अधिकारियों के मुताबिक, डीसी से बरामद पैसों और गोलियों के विषय में पूछा तो उन्होंने सीधे अनभिज्ञता जारी की. एजेंसी के अधिकारियों ने मौके पर अन्य कर्मियों से पूछताछ की, तब जानकारी मिली कि मंगलवार को डीसी को आठ लाख रुपए आए थे. ये पैसे किन स्रोतों से आए हैं, ईडी यह जांच कर रही है. ईडी अधिकारियों के मुताबिक, अवैध गोली की बरामदगी के मामले में एजेंसी स्थानीय थाने में केस दर्ज कराएगी।

सैलरी से पैसे नहीं निकाले

ईडी ने जांच में पाया है कि डीसी रामनिवास यादव ने साहिबगंज में पोस्टिंग के बाद अपने सैलरी अकाउंट से कभी पैसे नहीं निकाले. ईडी ने इस विषय में भी बुधवार से उनसे पूछताछ की है कि बगैर सैलरी खाते से निकासी से वह कैसे गुजारा करते थे. एजेंसी ने जांच में पाया है कि एजेंसी के द्वारा जब उन्हें समन किया गया था, उसके बाद उन्होंने सैलरी खाते से निकासी शुरू की थी।

गिरफ्तारी की तलवार लटकी

रामनिवास यादव झारखंड के तीसरे आईएएस अधिकारी हैं, जिनके ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है, इससे पहले पूजा सिंघल और छवि रंजन ईडी के शिकंजे में आकर जेल में बंद है. अगले दो दिनों में ईडी दफ्तर में रामनिवास यादव से पूछताछ की जाएगी।

गर्ल्स हॉस्टल में लड़की ने बॉय फ्रेंड को पार्टी के लिए बुलाया, उसने तीन दोस्तों के साथ किया गैंगरेप

दुमका: मंगलवार को शहर के बागानपाड़ा में एक लॉज में छात्रा का शव बरामद हुआ था. लॉज में रहने वाली अन्य छात्राओं ने पुलिस को बताया था कि लड़की ने अपने बॉय फ्रेंड के साथ रात में पार्टी की थी और उसके साथ दो-तीन और लड़के भी कमरे में मौजूद थे. पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए चार युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इन पर गैंगरेप और हत्या का मामला दर्ज किया गया है।

सामूहिक दुष्कर्म और हत्या का मामला किया दर्ज

दरअसल पुलिस ने मंगलवार दोपहर लॉज से युवती का शव बरामद किया था. बाद में युवती की मां के बयान पर पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म और हत्या का मामला दर्ज करते हुए मोहम्मद अख्तर उर्फ चीकू, अपूर्वा साहा, प्रभाकर प्रसाद और राजेश कुमार केशरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. चारों में प्रभाकर शादीशुदा है. इधर फूलो झानो मेडिकल कालेज अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।

क्या है एफआईआर में

दर्ज प्राथमिकी में मां ने बताया कि बेटी ने बताया था कि उसकी चार युवकों से दोस्ती है और सभी साथ पढ़ते हैं. एक जनवरी की शाम को जब उसने बेटी को फोन किया तो उसने बताया कि लॉज के दोस्तों के साथ पिकनिक मना रही है. बाद में पता चला कि बेटी का शव मिला है. उसने चारों युवकों पर सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या करने का आराेप लगाया है. इसी बयान के तहत चारों युवकों के खिलाफ धारा 302 , 376 डी और 34 के तहत एफआईआर दर्ज की गयी है।

क्या कहते हैं जिले के एसपी

इस पूरे मामले पर दुमका के एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने बताया कि लॉज में छात्रा का शव मिला था. पुलिस के जांच में यह पता चला कि घटना की रात चार युवक उसके साथ थे और उन्होंने शराब पीकर आपस में झगड़ा भी किया. सुबह युवती का शव मिला. उन्होंने कहा कि मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है और आगे की कार्रवाई चल रही है।

 

साहिबगंज में व्यवसायी और डीसी के यहां ईडी की छापेमारी, डीसी के घर से कैश और 9MM की गोलियां बरामद

साहिबगंज: जिले में बुधवार का दिन कई लोगों के लिए मुश्किल भरा रहा. ईडी की छापेमारी से पूरे जिले में हड़कंप मचा रहा. ईडी की टीम ने पत्थर व्यवसायी कन्हैया खुडानिया और उपायुक्त रामनिवास यादव के साथ ही कई लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की।

बता दें कि ईडी की टीम सुबह-सुबह ही उपायुक्त राम निवास यादव और पत्थर व्यवसायी कन्हैया खुडानिया के यहां छापेमारी करने सीआरपीएफ के साथ पहुंची थी. दिन भर सिलसिला जारी रहा. शाम होते तक पत्थर व्यवसायी के यहां से ईडी ने अपनी छापेमारी पूरी कर ली. शाम करीब 6:30 बजे पांच सदस्यीय ईडी की टीम घर से बाहर निकली. टीम में एक महिला पदाधिकारी भी शामिल थी. ईडी के अधिकारियों को अपने साथ दो लाल झोला ले जाते देखा गया. अनुमान लगाया जा रहा है कि इन झोला में खनिज से जुड़े दस्तावेज, बैंक खाता और नकदी हो सकते हैं।

रात करीब नौ बजे ईडी की टीम उपायुक्त राम निवास यादव के यहां से छापेमारी कर निकली. सूत्रों के मुताबिक ईडी की छापेमारी के दौरान साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव के सरकारी आवास से आठ लाख रुपये के अलावा 9 एमएम पिस्टल की 14 राउंड गोलियां बरामद की गई हैं. डीसी यादव उन गोलियों के बारे में बताने में असमर्थ रहे. वहीं, सरकारी दस्तावेजों में लिफाफे में नकदी रखी हुई थी।

गौरतलब है कि 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में ईडी की टीम छापेमारी कर रही है. पत्थर व्यवसायी और उपायुक्त के अलावा साहिबगंज सदर एसडीपीओ राजेन्द्र दुबे के पैतृक आवास हजारीबाग स्थित शिवपुरी में भी ईडी ने छापेमारी की है. वहीं डीसी रामनिवास यादव के पैतृक आवास राजस्थान में भी छापेमारी हो रही है. इसके अलावा रांची में सीएम के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद के यहां भी छापेमारी की गई है।

झारखंड में सीट बंटवारे पर मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे फैसला, कांग्रेस की पीएसी की बैठक में हुआ फैसला

झारखंड कांग्रेस के नवनियुक्त प्रभारी गुलाम अहमद मीर की मौजूदगी में झारखंड कांग्रेस की बैठक सुबह से देर शाम तक चली. सुबह कांग्रेस विधायक दल की बैठक से शुरू हुई जो शाम को निगम-मंडल के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों की बैठक के साथ समाप्त हुई. इस बीच, लोकसभा चुनाव 2024 के संदर्भ में सबसे महत्वपूर्ण बैठक झारखंड कांग्रेस संसदीय समिति की बैठक थी, जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे झारखंड में लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन में कांग्रेस की भूमिका तय करेंगे।

राज्य की 14 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस कितनी लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, वह कौन सी लोकसभा सीट होगी और उन पर कांग्रेस से कौन-कौन उम्मीदवार होंगे, यह तय करने के लिए झारखंड कांग्रेस संसदीय कार्य समिति ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष को अधिकृत कर दिया है. वरिष्ठ नेता और झारखंड कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप बलमुचू ने कहा कि आलाकमान जिसे भी उम्मीदवार बनाएगा, उसकी जीत सुनिश्चित करने के लिए सभी कांग्रेसी एकजुट होकर काम करेंगे. प्रदीप बलमुचू ने कहा कि 2024 में लोकसभा चुनाव जीतने के लिए हमारा रोडमैप क्या होगा, इस पर आज पीएसी में गंभीर चर्चा हुई।

बूथ स्तर पर पार्टी को धारदार बनाने का मिला टास्क

आज एक और महत्वपूर्ण बैठक में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने सभी 14 लोकसभा क्षेत्र प्रभारियों-संयोजकों, पार्टी के प्रमुख संगठनों, विभाग प्रमुखों/अध्यक्षों और संबंधित प्रभारी, बोर्ड निगम एवं आयोग अध्यक्ष के साथ भी बैठक की. बैठक के दौरान नये प्रभारी द्वारा दिये गये कार्यों की जानकारी देते हुए प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने कहा कि नए प्रभारी की पहली बैठक इस मायने में काफी महत्वपूर्ण रही क्योंकि इस बैठक में जहां बूथ स्तर पर पार्टी को और ज्यादा धारदार बनाने का टास्क मिला, वहीं नए प्रभारी ने बताया कि कैसे पंचायत स्तर तक जाकर लोगों की समस्याओं को दूर कर जनता के बीच कांग्रेस मजबूत पकड़ बना सकती है।

 

5 जनवरी को रांची पहुंचेंगे जेडीयू के झारखंड प्रभारी, कार्यकर्ता मंथन में होंगे शामिल

राज्य में सियासी हलचल के बीच सभी पार्टियां अपने अपने स्तर से तैयारी कर रही है. झारखंड मुक्ति मोर्चा से लेकर कांग्रेस, राजद में बैठकों का दौर चल रहा है. वहीं झारखंड में अपनी राजनीतिक पकड़ को मजबूत करने में जुटा जनता दल यूनाइटेड भी झारखंड के सियासी हालातों पर नजर बना कर रखा है. आगामी 6 जनवरी को झारखंड जेडीयू भी अपने कार्यकर्ताओं के साथ अहम बैठक करने जा रहा है।

झारखंड जदयू के प्रभारी सह बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी 5 जनवरी को रांची पहुंच रहे हैं, जहां वह कार्यकर्ताओं के साथ अहम बैठक करेंगे. उनके साथ सह प्रभारी व विधायक मनोज यादव भी रांची पहुंचेंगे. 6 जनवरी को झारखंड जदयू ने कार्यकर्ता मंथन का भी आयोजन किया है. जिसमें राज्य भर के कार्यकर्ता और सभी वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे।

वहीं आगामी 21 जनवरी को झारखंड के रामगढ़ में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भी आगमन होना है. उसको लेकर भी कार्यकर्ताओं को अहम दिशा निर्देश दिए जाएंगे. गौरतलब है कि जिस तरह से वर्तमान में झारखंड की राजनीतिक हालात बने हुए हैं, वैसे में राजनीतिक विशेषज्ञों के द्वारा कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां यह नजर बना कर रखी हुई है कि यदि किसी भी तरह की स्थिति बदलती है तो क्या बेहतर कदम उठाए जा सकते हैं।

जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद खीरू महतो की तरफ से भी कार्यकर्ताओं को लगातार दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं. सिर्फ राजधानी रांची ही नहीं बल्कि विभिन्न जिलों में भी कार्यकर्ताओं को अलर्ट मोड पर रखा गया है. जिस तरह से पिछले तीन दिनों से झारखंड में सियासी हलचल दिख रही है, वैसे में झारखंड जदयू के प्रदेश प्रभारी सह बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी का रांची आगमन कई राजनीतिक सवाल खड़े करता है, लेकिन अब देखने वाली बात होगी कि झारखंड जेडीयू राजनीतिक हालात पर क्या ठोस कदम उठाता है।

हेमंत सोरेन के आवास पर सत्ताधारी दलों की बैठक, प्रदीप यादव ने कहा- हेमंत सीएम हैं और वही रहेंगे

सियासी चर्चाओं के बीच राजधानी रांची के कांके रोड स्थित सीएम आवास पर सत्तारूढ़ गठबंधन दलों के विधायकों की बैठक खत्म हो गई है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मौजूदगी में चल रही इस बैठक में कांग्रेस- झामुमो के विधायक और मंत्री मौजूद थे. बैठक के बाद विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि सीएम हेमंत सोरेन हैं और वही रहेंगे।

इस बैठक के बारे में सीएम हेमंत सोरेन के ऑफिस ने अपने ट्विटर पर जानकारी देते हुए लिखा ‘मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में सत्तारूढ़ दल के मंत्री और विधायक गणों की बैठक हुई. बैठक में राज्य के ताजा राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई. सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री के प्रति अपना विश्वास जताया. उन्होंने कहा कि वे हमेशा उनके साथ हैं और आगे भी बने रहेंगे. किसी भी तरह की स्थिति में वे एकजुट हैं. राज्य सरकार के खिलाफ किसी भी तरह की साजिश को सफल नहीं होंगे. मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार विकास और जनहित में कार्य कर रही है और यह कार्य निरंतर जारी रहेगा’

जानकारी के मुताबिक इस बैठक में राज्य की ताजा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की गई. ईडी कार्रवाई से उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर यह बैठक काफी अहम मानी जा रही थी, बैठक में शामिल होने पहुंची सांसद महुआ माजी और विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि विपक्ष की साजिश एक बार फिर नाकाम होगी।

झारखंड में सियासी हलचलः सत्तारूढ़ दल के विधायकों के रांची से बाहर जाने पर रोक

मुख्यमंत्री आवास पर बुधवार शाम हुई सत्ताधारी विधायक दल की बैठक के बाद बाहर निकले सभी नेता एक स्वर से यह कहते दिखे कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हैं और आगे भी वही मुख्यमंत्री रहेंगे. लेकिन विश्वनीय सूत्र बताते हैं कि सत्तारूढ़ दल के विधायकों-मंत्रियों को अगले कुछ दिनों तक राजधानी में ही रहने का निर्देश दिया गया है. किसी भी विधायक को अगर किसी अपरिहार्य कारणों से एक-दो दिन के लिए बाहर जाना भी हो तो वह इसकी सूचना अपने विधायक दल के नेता को जरूर दें. यह इस बात का संकेत है कि आनेवाले दिनों में झारखंड में राजनीतिक हलचल तेज ही रहेगी।

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने विधायकों के बीच यह भी संदेश देने की कोशिश की कि वह प्रवर्तन निदेशालय के समन या कार्रवाई से न झुके हैं और न टूटे हैं. बैठक में मौजूद विधायकों ने ऑफ द रिकॉर्ड इसकी जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में विधायकों से कहा कि आपका सहयोग मिलता रहा तो हम संघर्ष करते रहेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि या तो हम उनके सामने सरेंडर कर दें या फिर संघर्ष करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने संघर्ष का मार्ग चुना है. सूत्र बताते हैं कि सत्तारूढ़ विधायक दल की बैठक में कल्पना सोरेन के नाम पर कोई चर्चा नहीं हुई, लेकिन गांडेय से झामुमो विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफे को लेकर यह जरूर कहा गया कि शेर के गले में घंटी किसी को तो बांधना ही था।

नेतृत्व परिवर्तन की अभी भी बनी हुई है संभावना-सूत्रः विधायक दल की बैठक में शामिल हुए विधायक ने ऑफ द रिकार्ड यह कह कर बड़ा संकेत दे दिया कि वही हो सकता है जिसकी चर्चा हो रही है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि बैठक के दौरान कल्पना सोरेन या किसी के नाम पर कोई चर्चा नहीं हुई और सभी विधायकों ने एक स्वर से हेमंत सोरेन के हर फैसले के साथ पूरी मजबूती से खड़े रहने की बात कही. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी विधायकों की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि अभी तक आपके सहयोग और समर्थन से संघर्ष किया है और आगे भी साथ मिला तो संघर्ष करेंगे।